निर्भया के मुजरिमों को पवन जल्‍लाद से ही क्‍यों फांसी दिलवाना चाहता है तिहाड़ जेल प्रशासन?
Advertisement

निर्भया के मुजरिमों को पवन जल्‍लाद से ही क्‍यों फांसी दिलवाना चाहता है तिहाड़ जेल प्रशासन?

इस गोपनीय चिट्ठी में तिहाड़ जेल प्रशासन ने मेरठ में मौजूद पवन जल्लाद की उपलब्धता के बारे में भी जिक्र किया है.

फोटो- IANS

नई दिल्‍ली : तिहाड़ जेल (Tihar Jail) प्रशासन ने बुधवार को यूपी जेल महानिदेशालय को दोबारा एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें निर्भया (Nirbhaya Case) के आरोपियों की फांसी के लिए प्रशिक्षित जल्लाद को प्राथमिकता पर तलाशने का आग्रह किया गया है. इस गोपनीय चिट्ठी में तिहाड़ जेल प्रशासन ने मेरठ में मौजूद पवन जल्लाद की उपलब्धता के बारे में भी जिक्र किया है.

तिहाड़ जेल प्रशासन पवन जल्लाद (Pawan Jallad) से ही निर्भया के मुजरिमों को फांसी दिलवाने का इच्छुक नजर आ रहा है. 20 दिन पहले भी तिहाड़ जेल महानिदेशालय ने यूपी जेल डिपार्टमेंट से इसी तरह का आग्रह किया था. दोबारा लिखी गई नई चिट्ठी में डेथ वारंट का भी जिक्र किया गया है. साथ ही इस गोपनीय पत्र के जरिए कहा है कि यूपी जेल महानिदेशालय जिस जल्लाद को बेहतर माने उसे उपलब्ध करा दे, लेकिन संभव हो तो पवन जल्लाद के बारे में भी यूपी सरकार और यूपी जेल डिपार्टमेंट विचार करे. 

सूत्रों के मुताबिक पवन जल्लाद को तिहाड़ जेल प्रशासन इन वजहों बुलाना चाहता है.

पवन पुश्तैनी जल्लाद है
शरीर से मजबूत है
उसने पुरखों के साथ फांसी देने-दिलवाने का काम सीखा है
फांसी देते वक्त पवन जल्लाद से किसी भूल की गुंजाइश न के बराबर होगी
पवन की आंखों की रोशनी भी ठीक है
ऐसे मौके पर जल्लाद की सुरक्षा उसे उसके घर से तिहाड़ जेल तक लाने-ले जाने का इंतजाम भी बेहद गोपनीय तरीके से किया जाता है. 
पवन जल्लाद मेरठ में रहता है जो दिल्ली के करीब है. ऐसे में पवन को लाने-जाने के वक्त भी ज्यादा देर का जोखिम तिहाड़ जेल प्रशासन को नहीं उठाना पड़ेगा.
जरूरत पड़ने पर दिल्ली पुलिस की सुरक्षा में पवन जल्लाद को तिहाड़ प्रशासन दिल्ली ला सकता है

Trending news