ZEE जानकारीः क्या भारत के नागरिक अच्छी सुविधाओं के लायक नहीं है?
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ZEE जानकारीः क्या भारत के नागरिक अच्छी सुविधाओं के लायक नहीं है?

हमारे देश के लोगों की मानसिकता इतनी खराब हो चुकी है, कि सरकार इन लोगों के लिए कोई भी लाभदायक योजनाएं लाएगी तो ये उसका सही इस्तेमाल नहीं करेंगे. 

ZEE जानकारीः क्या भारत के नागरिक अच्छी सुविधाओं के लायक नहीं है?

अगली ख़बर से पहले हम आपको 1975 में आई हिंदी फिल्म दीवार का एक सीन दिखाना चाहते हैं. इससे आपको याद आएगा कि भारतीय समाज में चोरी को कितना बड़ा पाप माना जाता है. हमारे ग्रंथों में, स्कूल की किताबों में और हिंदी फिल्मों में चोरी न करने की नैतिक शिक्षा, अनगिनत बार दी गई है. लेकिन इसका असर नहीं हुआ. पहले आप ये सीन देखिए, फिर हम इस विश्लेषण को आगे बढ़ाएंगे

ये सीन 1975 का है और तब से अब तक 43 वर्ष बीत चुके हैं. इस समय में नैतिक मूल्यों का इतना पतन हो चुका है कि चोरी कोई अपराध नहीं, बल्कि एक प्रतिभा बन गई है. आपको याद होगा - 27 मई को हरियाणा के पलवल से कुंडली के बीच बनाए गये, Eastern Peripheral Expressway का उदघाटन हुआ था. लेकिन दो हफ़्ते के अंदर ही, लोगों ने इस Expressway का सामान चोरी करना शुरू कर दिया. भारत संस्कारों और आदर्शों का देश है. ये वो देश है जहां समाज में चोरी करने और झूठ बोलने को पाप समझा जाता है. 

लेकिन ऐसा लगता है कि नैतिकता के ये प्रवचन सिर्फ दूसरों पर प्रभाव जमाने के लिए हैं. लोगों की असली फितरत तब सामने आती है जब उन्हें कोई अच्छी सुविधा, या संसाधन मिलते हैं. Eastern Peripheral Expressway पर जो कुछ हुआ है, आज उसे देखकर आपको गुस्सा भी आएगा और शर्म भी महसूस होगी . 135 किलोमीटर लंबे Eastern Peripheral Expressway  का उद्धाटन पिछले महीने की 27 तारीख को हुआ था . लेकिन दो हफ़्ते के अंदर ही लोगों ने एक करोड़ रुपये से ज़्यादा का सामान चोरी कर लिया . 

इस हाइवे से अबतक...करीब 25 लाख रूपये की कीमत वाले सोलर पैनल, Lights और Batteries चोरी हो चुकी हैं. हाइवे को आकर्षक और सुंदर बनाने कि लिए जगह-जगह पर फव्वारे लगाए गये थे लेकिन लोग.. उनकी 20 लाख रूपये की Accessories उखाड़कर ले गये . आसपास के गांव के लोगों के लिए जो Underpass बनाए गये थे उनकी 25 Lights गायब हो चुकी हैं . 

हाइवे के निर्माण कार्य में लगाए गये कई Generator Sets और जानवरों को रोकने के लिए लगाई गई लोहे की Fencing को लोग चोरी करके ले गये. 120 टन के वज़न वाली इस Fencing की कीमत करीब 70 लाख रूपये है. ये अजीब सा विरोधाभास है कि हमारे देश के लोग सुख-सुविधाओं की कमी के लिए देश के सिस्टम को कोसते रहते हैं लेकिन जब उन्हें Hi-Tech सुविधाएं मिल जाती हैं तो वो इनका दुरुपयोग करते हैं. इससे पहले भी लोगों की चोरी करने की आदतों पर हमने कई Reports आपको दिखाई हैं . मुंबई से गोवा के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस से लोगों ने LCD Screens और Headphones उखाड़ लिए थे .

तीसरी तस्वीर दिल्ली से बनारस के बीच चलने वाली महामना एक्सप्रेस की हैं . इस ट्रेन को भी लोगों ने अपनी ख़राब आदतों और हरकतों से ज़ख्मी कर दिया है. महामना एक्सप्रेस की शुरूआत के सिर्फ़ 2 हफ़्ते के अंदर ही यात्रियों ने ट्रेन से बहुत सारा सामान चोरी कर लिया था. 

हमारे देश के लोगों की मानसिकता इतनी खराब हो चुकी है, कि सरकार इन लोगों के लिए कोई भी लाभदायक योजनाएं लाएगी तो ये उसका सही इस्तेमाल नहीं करेंगे. बिजली मिलेगी तो उसकी चोरी होगी, फ्री इंटरनेट दिया जाएगा तो उसका भी गलत इस्तेमाल करेंगे. किसी नियम का पालन नहीं करेंगे.. .और मौका मिलते ही सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे या उसका सामान चोरी करके ले जाएंगे . Eastern Peripheral Expressway इसका सबसे ताज़ा उदाहरण है .

पिछले महीने जब हमने आपको इस हाइवे के उद्घघाटन की ख़बर दिखाई थी तो हमें इस बात की खुशी महसूस हो रही थी कि ये प्रोजेक्ट समय से पहले पूरा हुआ है और देश में Hi-Tech सुविधाओं वाले हाइवे का निर्माण हुआ है. लेकिन आज इस ख़बर को दिखाते हुए हमें बहुत तक़लीफ़ हो रही है. हमारे देश में आज भी अच्छे लोगों की संख्या, बुरे लोगों से ज़्यादा है. लेकिन कुछ लोगों की वजह से पूरा समाज और पूरा देश बदनाम होता है.

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