LG ने कपिल मिश्रा की शिकायत पर 7 दिनों में मांगी जांच रिपोर्ट, कहा- जिससे भी जरूरत हो पूछताछ की जाए
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LG ने कपिल मिश्रा की शिकायत पर 7 दिनों में मांगी जांच रिपोर्ट, कहा- जिससे भी जरूरत हो पूछताछ की जाए

उपराज्यपाल ने कपिल मिश्रा की शिकायत पर जांच रिपोर्ट मांगी है. उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार निरोधी शाखा (एसीबी) से सोमवार (8 मई) को सात दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है. एलजी ने एसीबी से यह भी कहा है कि यह मामला गंभीर है और इसीलिए जिससे भी जरूरत हो पूछताछ की जाए.

आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक कपिल मिश्रा. (फाइल फोटो/पीटीआई)

नई दिल्ली: उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कपिल मिश्रा की शिकायत पर जांच रिपोर्ट मांगी है. उपराज्यपाल ने सोमवार (8 मई) को भ्रष्टाचार निरोधी शाखा (एसीबी) से सात दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है. एलजी ने एसीबी से यह भी कहा है कि यह मामला गंभीर है और इसीलिए जिससे भी जरूरत हो पूछताछ की जाए.

वहीं दूसरी ओर केजरीवाल सरकार में मंत्री पद से हटाये गये आप विधायक कपिल मिश्रा ने 400 करोड़ रुपये के टैंकर घोटाला मामले के सबूत सोमवार (8 मई) को दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) को सौंप दिये. मिश्रा का आरोप है कि पूर्ववर्ती शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में हुये इस घोटाले की जांच में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जानबूझ कर देरी कर रहे हैं. 

एसीबी में मामले से जुड़े दस्तावेज जमा कराने के बाद मिश्रा ने कहा कि ‘मैंने अधिकारियों को बता दिया है कि किस तरह से केजरीवाल जानबूझकर इस मामले की जांच में देरी कर रहे हैं.’ मिश्रा का दावा है कि वह बतौर मंत्री एक साल पहले ही इस कथित घोटाले की विभागीय जांच करा कर इसकी रिपोर्ट केजरीवाल को सौंप चुके हैं. इसमें उन्होंने टैंकर घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराकर जांच कराने की सिफारिश की थी.

मिश्रा ने कहा कि उन्होंने केजरीवाल और उनके दो अन्य सहयोगियों द्वारा टैंकर घोटाला मामले की जांच को प्रभावित करने के दस्तावेजी सबूत भी एसीबी को दिये हैं. इन सबूतों से सरकार द्वारा दीक्षित को बचाने की बात साफ हो जाती है. उन्होंने कहा कि एसीबी इस मामले की विस्तृत जांच के लिये मुझे फिर से बुलायेगी.

इस बीच मिश्रा ने केजरीवाल को स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा कथित तौर पर दो करोड़ रुपये की रकम दिये जाने के अपने कल के आरोप पर कायम रहने की बात दोहराते हुये इसकी सच्चाई जानने के लिये उन तीनों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने की मांग की.

उन्होंने कहा कि वह अपने इस आरोप से जुड़े सभी तथ्य सीबीआई को सौंपने के लिये कन्द्रीय जांच एजेंसी से मिलने का समय मांग चुके हैं. मिश्रा ने केजरीवाल द्वारा शनिवार (6 मई) को उन्हें मंत्री पद से हटाये जाने के बाद रविवार (7 मई) को मुख्यमंत्री पर जैन से दो करोड़ रुपये लेने का सनसनीखेज आरोप लगाया था. मिश्रा ने कहा कि कुछ दिन पहले जैन ने उन्हें निजी बातचीत में बताया था कि केजरीवाल के करीबी रिश्तेदार के पक्ष में उन्होंने 50 करोड़ रपये की जमीन का सौदा कराया है. हालांकि मिश्रा के आरोपों को निराधार बताते हुये आम आदमी पार्टी केजरीवाल के साथ मजबूती से खड़ी है.

केजरीवाल को दो करोड़ रुपये लेते देखा

अपने पिछले संवाददाता सम्मेलन में मिश्रा ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी आंखों से जैन को केजरीवाल को दो करोड़ रुपये लेते देखा. उन्होंने अगस्त 2015 में उनके द्वारा शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री काल में कथित तौर पर हुए 400 करोड़ रुपये के टैंकर घोटाले पर उनके द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पर निष्क्रियता को लेकर सवाल उठाए. हालांकि, करावल नगर के विधायक ने यह नहीं बताया कि क्या वह अपने उस सनसनीखेज दावे का विवरण एसीबी के साथ साझा करेंगे. उन्होंने कहा था कि उन्होंने केजरीवाल को जैन से दो करोड़ रुपये लेते देखा.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘क्यों एक साल तक रिपोर्ट के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. कौन जिम्मेदार था. मैं दो लोगों की संलिप्तता पर ब्योरा साझा करूंगा, जो आधिकारिक हैसियत से केजरीवाल के साथ एसीबी के साथ काम करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी बात, कई पार्टी सदस्यों ने मुझसे कहा कि केजरीवाल ने अलग दो-तीन दिनों में जैन को बख्रास्त करने का उन्होंने मन बना लिया है और बुधवार तक उनका इस्तीफा लेने की तैयारियां चल रही हैं.’’

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