नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को दिवाली के जश्न के एक दिन बाद बढ़ते प्रदूषण से लड़ने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न स्थानों पर एंटी-स्मॉग गन लगाने सहित कई प्रयास तेज कर दिए हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) शुक्रवार को एंटी स्मॉग गन (Anti-smog Gun) लगाने के लिए पुराने पुलिस हेडक्वार्टर के पास आईटीओ (ITO) जाएंगे.


कैसे काम करती है खास गन


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आपको बताते चलें कि एंटी-स्मॉग गन वायु प्रदूषण (Air Pollution) से निपटने के लिए एक कारगर मशीन है जो वायुमंडल में धूल और अन्य कणों को व्यवस्थित करने के लिए पानी का छिड़काव करता है. पानी की टंकी से लैस ये गन, धूल के कणों और पीएम 2.5 को समाप्त करने के लिए 50 मीटर की ऊंचाई तक पानी का छिड़काव कर सकती है.


'प्रदूषण कम करने का दावा'


इससे पहले अक्टूबर में पर्यावरण मंत्री ने ये दावा किया था कि कनॉट प्लेस (CP) में स्थापित पहले स्मॉग टॉवर ने आसपास के वायु प्रदूषण को 80% तक कम कर दिया है. पिछले नवंबर में, सरकार ने शहर भर के प्रमुख चौराहों और निर्माण स्थलों पर 23 एंटी-स्मॉग गन लगाई थी और आश्वासन दिया था कि यदि आवश्यक हो तो यह संख्या बढ़ाई जाएगी. इससे पहले, सरकार ने 20,000 वर्ग मीटर या उससे अधिक के सभी निर्माण स्थलों के लिए एंटी-स्मॉग गन का उपयोग करना और न्यूनतम धूल प्रदूषण सुनिश्चित करना अनिवार्य कर दिया था.


पराली जलाने से फैला जहर?


पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली के आसपास पराली जलाए जाने की करीब 3,500 घटनाओं का असर आज राष्ट्रीय राजधानी में दिखा. 


बीजेपी पर आरोप


गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में कुछ लोगों ने खास मकसद से पटाखे जलाए, इसके पीछे बीजेपी है. वहीं गोपाल राय ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने दिवाली से पहले शहर में सभी तरह के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी थी. 


कम हुई विजिबिलिटी


पटाखों के खिलाफ अपने अभियान के दौरान, दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 33 लोगों के पास से 13,000 किलोग्राम से अधिक पटाखे जब्त किए गए. हालांकि, पटाखों पर बैन (Firecracker Ban) के बावजूद, दिवाली के दिन शहर में लोगों ने जमकर पटाखे छुड़ाए. वहीं सरकार के प्रयासों और पटाखे नहीं दिए जलाओ अभियान जैसी पहल का कोई असर नहीं दिखाई दिया.


मौसम विज्ञानियों के अनुसार शुक्रवार सुबह कोहरे के कारण दिल्ली-एनसीआर में आईजीआई और सफदरजंग हवाईअड्डों पर विजिबिलिटी 200 से 500 मीटर तक कम हो गई. शहर के कुछ हिस्सों में दृश्यता 200 मीटर तक गिर गई थी.


(एजेंसी इनपुट के साथ)