illegal immigrants: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) रवि कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि कालिंदी कुंज और हजरत निजामुद्दीन इलाके से दो अवैध प्रवासी गिरफ्तार किए गए. इनमें से एक ने बताया कि बॉर्डर क्रॉस करने के बाद वह 6 दिसंबर को दिल्ली पहुंचा था.
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Delhi News Hindi: दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. बीजेपी ने दो टूक कह दिया है कि वे आगामी चुनाव में एक भी फर्जी वोट नहीं पड़ने देंगे. एलजी वीके सक्सेना ने पुलिस कमिश्नर को अवैध रूप से देश में घुस आए बांग्लादेशियों की दो माह में पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था. इसके बाद से पुलिस ने जामियानगर, शाहीनबाग, कालिंदी कुंज और हजरत निजामुद्दीन समेत राजधानी के विभिन्न इलाकों में अवैध प्रवासियों की पहचान का अभियान शुरू कर दिया है. इस दौरान पुलिस ने 2 बांग्लादेशी प्रवासियों को गिरफ्तार किया है.
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) रवि कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि बुधवार को दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए एक अभियान शुरू किया था. 1,000 से अधिक लोगों की पहचान की गई. इस दौरान कालिंदी कुंज और हजरत निजामुद्दीन क्षेत्र से एक-एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया.
कालिंदी कुंज में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक का नाम अब्दुल आहत है. उसने भारत आने के लिए बांग्लादेश में किसी एजेंट को 25,000 रुपये दिए थे और वह यहां नौकरी ढूंढने की कोशिश कर रहा था. पूछताछ में पता चला कि बॉर्डर क्रॉस करने के बाद वह अलग-अलग बसों और ट्रेन से दिल्ली तक पहुंचा. वह 6 दिसंबर को दिल्ली में दाखिल हुआ था. पुलिस ने उसके पास से 25 हजार रुपये भी बरामद किए. अब्दुल ने बताया कि जिस एजेंट के जरिये वह भारत में दाखिल हुआ, उस ग्रुप में 4 और लोग भी शामिल थे. वह पकड़ा न जाए, इसलिए किसी के घर में न रुककर लगातार ट्रैवल कर रहा था. पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं.
पुलिस ने निजामुद्दीन से जिस बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है. उसने अपना नाम मोहम्मद अजीजुल बताया है. वह यहां कचरा बीनने का काम करता है. हालांकि उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला. पुलिस ने कहा कि अवैध प्रवासियों की पहचान का अभियान चलता रहेगा. इस दौरान जो भी बिना दस्तावेज या फर्जी दस्तावेज का सहारा लेकर यहां आएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्हें डिपोर्ट करने के लिए डिटेंशन सेंटर भेजा जाएगा.
इनपुट: पीटीआई
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