New Parliament Inauguration Controversy: आज यानी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया. वहीं पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन होने पर विपक्ष के सभी दलों ने इसका विरोध किया. वहीं कई विपक्ष के नेताओं ने तो ट्वीट कर पीएम मोदी और नए संसद भवन का विरोध किया. कई नेता ऐसे भी हैं, जिन्होंने ट्वीट कर लिखा कि शहंशाह ने लोकतंत्र को दिया, किसी ने कलंक बताया तो किसी ने ताबूत से कर दी तुलना. वहीं अब कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है.


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बता दें कि विपक्ष चाहता था कि नए संसद भवन का उद्घाटन पीएम मोदी के हाथों न होकर देश के राष्ट्रपति के हाथ से हो. वहीं उद्घाटन के दौरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों मौजूद रहें, लेकिन पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने पर विपक्ष ने इसका बहिष्कार किया. साथ ही विभिन्न दलों के नेताओं ने ट्वीट कर पीएम मोदी और संसद भवन का तंज कसे. इस दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने भी पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ सिंगल फ्रेम और सिंगल फोटो के चक्कर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया.


तिवारी ने कहा कि विपक्ष राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के अपमान का साझीदार नहीं बनना चाहते था. इसलिए हम लोग इस कार्यक्रम में नहीं गए थे. वहीं उन्होंने कहा कि कितना अच्छा होता कि राष्ट्रपति भी होते, उपराष्ट्रपति भी होते और हम विपक्षी पार्टी भी होत, लेकिन प्रधानमंत्री को ये पसंद ही नहीं था.
 
वहीं RJD द्वारा किए गए ट्वीट पर उन्होंने कहा कि किसने क्या कहा है ये मुझे पता नहीं, लेकिन संसद तो हमारे लिए लोकतंत्र का मंदिर है. वहीं पहलवानों को लेकर बोले कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी पहलवानों की बात क्यों नहीं सुनना चाहते हैं. इन पहलवानों ने देश के लिए पदक जीते हैं. इनकी सुविधा का ख्याल रखना हमारा फर्ज है.


राहुल गांधी के ट्वीट का किया समर्थन
प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी के समर्थन में ट्वीट लिख पूछा कि क्या वो देश के राजा बनना चाहते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि चाहते तो वो ये थे कि ये कार्यक्रम 1947 की तरह होता, लेकिन लग ऐसा रहा था कि प्रधानमंत्री 2024 में सत्ता हस्तांतरण का रिहर्सल कर रहे थे.