Delhi News: दिवंगत सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) की बेटी बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) ने भाजपा की दिल्ली इकाई के कानूनी प्रकोष्ठ की सह-संयोजक के रूप में कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह (Braj Bhushan Sharan Singh) मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा ‘‘दोहरा मानदंड’’ अपनाने के आरोप को खारिज करते हुए पार्टी नेता बांसुरी स्वराज ने शुक्रवार को कहा कि उनके खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर ली गई है. जांच के बाद न्यायिक प्रक्रिया अपना काम करेगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Delhi Crime News: बेखौफ बदमाश, मुठभेड़ में पुलिस की पिस्टल छीन आरोपी हुए फरार


 


स्वराज ने किया आरोपों का खंडन
उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) सरकार पर भी निशाना साधा और उन्होंने कहा कि इसने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामलों की सुनवाई के लिए लोक अभियोजकों की नियुक्ति में नौ महीने की देरी की. बांसुरी स्वराज ने कहा कि न्याय में देरी का मतलब न्याय से इनकार है. उच्चतम न्यायालय की वकील स्वराज ने इस आरोप का खंडन किया कि उनकी पार्टी भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर दोहरे मानदंड का पालन कर रही है.


मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा- बांसुरी स्वराज
बृजभूषण शरण सिंह पर कुछ महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. इस मामले में अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. स्वराज ने कहा, मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और अब यह पुलिस के अधिकार क्षेत्र में है. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि जांच के बाद न्यायिक प्रक्रिया अपना काम करेगी. दिल्ली पुलिस ने कुछ महिला पहलवानों की शिकायत पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकी (FIR) दर्ज की हैं. भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों से इनकार किया है. स्वराज को इस साल मार्च में भाजपा की दिल्ली इकाई के कानूनी प्रकोष्ठ का सह-संयोजक नियुक्त किया गया था.