Faridabad Cyber Crime: फरीदाबाद में बुजुर्ग से साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने बुजुर्ग से लगभग 81 लाख रुपये हड़प लिए. इस मामले एक गैंग के पांच सदस्यों को साइबर थाना सेंट्रल पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी पैसा डबल करने के नाम पर धोखाधड़ी करते थे और फिर पैसे वापिस निकलवाने के नाम पर और पैसे लेते थे.


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पुलिस गिरफ्त में ये बदमाश बेहद ही शातिर है जो साइबर ठगी के लिए मशहूर बताए जाते हैं. फरीदाबाद में इन्होंने 91 साल के बुजुर्ग के साथ लगभग 81 लाख रुपये की साइबर ठगी को फरीदाबाद की डीसीपी साइबर क्राइम पूजा वशिष्ठ की मानें तो ये व्यक्ति को अपने विश्वास में लेने के लिए आरोपी आरबीआई, सेबी, इनकम टैक्स और बैंक के फर्जी दस्तावेज तैयार करके उन्हें इससे पहले कई लोगों के पैसे डबल करने की बात कहते थे. डीसीपी पूजा वशिष्ठ ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में हनी, अमित, अंकित, सुमंत और अजय का नाम शामिल हैं.


आरोपी हनी, अंकित और सुमंत दिल्ली वहीं आरोपी अमित नोएडा और अजय गाजियाबाद का रहने वाला है. 11 अप्रैल 2023 को साइबर थाने में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें आरोपियों ने इंडियन ऑयल के रिटायर्ड 91 वर्षीय कर्मचारी यशदेवपुरी से वर्ष 2021 से 2023 के बीच में 80.43 लाख रुपये धोखाधड़ी से हड़प लिए. 


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बुजुर्ग अपने घर में अकेले थे, इसलिए उन्हें कोई सलाह देने वाला नहीं था. जब उन्हें धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उन्होंने थाने में शिकायत दी और थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई. आरोपियों की धरपकड़ के लिए थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसमें उपनिरीक्षक बाबूराम, सहायक उप निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह , मु.सि. देवेन्द्र कुमार, दिनेश और वीरपाल , महिला मुख्य सिपाही अंजू, सिपाही कर्मवीर, अजय औक पर्मिन्द्र का नाम शामिल था. 


साइबर टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए एक सप्ताह में गैंग के 3 सदस्य अंकित, अमित और हनी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान उक्त आरोपियों की जानकारी के आधार पर आरोपी अजय और सुमंत को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी लोगों के साथ पैसा डबल करने के नाम पर धोखाधड़ी करते थें. आरोपी सेबी, आरबीआई, इनकम टैक्स विभाग और बैंक अकाउंट के फर्जी दस्तावेज बनाकर पीड़ित को व्हाट्सएप पर भेजते थे. जिसमें वह इससे पहले कई लोगों के पैसे डबल करने की बात करते हैं. पीड़ित व्यक्ति को कम समय में पैसा डबल करने का लालच देते हैं, जिससे सामने वाला व्यक्ति पैसों के लालच में आकर अपनी जीवन भर की पूंजी इन साइबर ठगों को दे बैठता है. 


पैसे मिलने के बाद आरोपी उनसे अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे ऐंठते रहते हैं और पैसे वापिस निकलवाने के नाम पर और पैसे मांगते हैं. जिससे पीड़ित व्यक्ति मजबूर हो जाता है और उसे अपने पैसे वापस निकलवाने के लिए और पैसे देने पड़ते हैं. इस प्रकार आरोपियों ने विभिन्न अलग-अलग बहाने बनाकर पीड़ित बुजुर्ग से 80.43 लाख रुपये ऐंठ लिए. पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से 8 मोबाइल फोन, 11 सिम कार्ड और 1.40 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं. पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी अंकित, अमित और हनी को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है. वहीं आरोपी सुमंत और अजय को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा.



Input: नरेंद्र शर्मा