Karnal News: प्रदेश में बाढ़ और बरसात के कारण 35 लोगों ने अपनी जान गंवाई. इसको लेकर सरकार ने मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. करनाल जिले के छह मृतकों के परिजनों को सीएम मनोहर लाल ने 24 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की. इस दौरान सीएम ने कहा कि पोर्टल और परिवार पहचान पत्र की वजह से बाढ़ पीड़ितों को जल्दी से मदद मिली. पोर्टल को खत्म करने वाले विपक्षी नेताओं को सीएम ने अपने निशाने पर लिया. वहीं उन्होंने मणिपुर में हुई घटना की सीएम ने निंदा की.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Delhi News: जलभराव की चपेट में आने से मासूम की मौत, ड्रेनेज सिस्टम की कमी ने छीना घर का चिराग


 


वहीं सीएम मनोहर लाल ने राजा मिहिरभोज को लेकर दो समुदायों में उपजे तनाव के बारे में कहा कि महापुरुष सभी जातियों के लिए प्रेरणा हैं. इनके लिए जातीय शब्दों का प्रयोग नहीं होना चाहिए. 


मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूर्व की सरकारों को अपने निशाने पर लिया. सीएम ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने आईटी का प्रयोग नहीं किया, लेकिन अब पोर्टल का विरोध कर रहे हैं. जबकि प्रदेश सरकार 100 से ज्यादा पोर्टल लेकर आई है, जिससे जनता को लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को जल्दी से राहत देने के लिए पोर्टल ही जरिया बना है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते दिनों करीब 5000 पुलिसकर्मियों के जरिये पुनहाना क्षेत्र में साइबर अपराध को लेकर एक बड़ी कार्रवाई की गई थी, जिसमें साइबर अपराध करने वाले स्कूल के ड्रॉपआउट बच्चे जो ऐसे अपराध कर रहे थे, उन पर अंकुश लगाने में मदद मिली है. इस कार्रवाई के जरिये लगभग एक सौ करोड़ के मामले पकड़े गए हैं.


करनाल दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने नगर निगम में हुई बैठक के बारे में कहा कि पार्षदों की मीटिंग में प्रॉपर्टी आईडी और अवैध कॉलोनियों को अप्रूव किए जाने का मुद्दा मुख्य रूप से सामने आया है. इन विषयों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 8 जिलों में बाढ़ की वजह से 35 लोगों की जान गई है, जिनको आज आर्थिक सहायता प्रदान की गई है. वहीं खराब हुई फसलों के लिए किसान पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट भेज रहे हैं. इसके बाद फसलों के नुकसान की समीक्षा की जाएगी.


Input: kamarjeet Singh