अवैध वसूली में पंचकूला पुलिस के हत्थे चढ़े दो आरोपी, गिरफ्तारी के बाद चौकी इंचार्ज फरार
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अवैध वसूली में पंचकूला पुलिस के हत्थे चढ़े दो आरोपी, गिरफ्तारी के बाद चौकी इंचार्ज फरार

गिरोह का सरगना अनिल भल्ला फाइनेंस का काम करता था, भोले भाले लोगों से खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर बाद में ब्लैकमेल कर उनकी जमीन जायदाद हड़पने व झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देता था. 

अवैध वसूली में पंचकूला पुलिस के हत्थे चढ़े दो आरोपी, गिरफ्तारी के बाद चौकी इंचार्ज फरार

साक्षी शर्मा/पंचकूला/चंडीगढ़ : हरियाणा पुलिस ने पंचकूला जिले में अवैध वसूली गिरोह का पर्दाफाश कर चौकी इंचार्ज सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. यह गैंग कर्ज के नाम पर अपने टारगेट को झांसा देता था और बाद में झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर उनसे पैसे वसूलता था.

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पुलिस आयुक्त हनीफ कुरैशी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान अनिल भल्ला निवासी सेक्टर 2 पंचकूला, नरेंद्र खिल्लन निवासी सेक्टर 10 और  एएसआई गुरमेज सिंह, इंचार्ज पुलिस चौकी सेक्टर-2 पंचकूला के रूप में हुई है. हालांकि बाद में आरोपी चौकी इंचार्ज फरार हो गया. इस काम में आकाश भल्ला नाम का एक और सदस्य गैंग का साथ देता था, जो अभी फरार है. मीडिया से बातचीत के दौरान पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र पाल सिंह व एसीपी विजय कुमार भी उपस्थित थे.

पंचकूला निवासी संजीव गर्ग ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अनिल भल्ला ने उससे लोन और विदेश यात्रा के नाम पर 45 लाख रुपये लिए थे. जब उसने पैसे वापस मांगे तो भल्ला ने जान से मारने और किसी केस में फंसाने की धमकी दी. थाना सेक्टर 5 में मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू की गई. 

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जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपियों ने पुलिस से मिलीभगत कर शिकायतकर्ता के खिलाफ ही झूठा केस दर्ज करवा दिया और बचने के लिए कैश व महंगी कारों की मांग की. कार के फर्जी कागजात भी तैयार करवाए. पुलिस के मुताबिक अनिल भल्ला के खिलाफ अलग-अलग मामलों मे पहले भी शिकायतें मिल चुकी हैं. पुलिस को इस संबंध में 2016-17 से लेकर अब तक करीब 180 शिकायतों का पता चला है.

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खाली कागजों पर साइन कर करते थे ब्लैकमेल 

 जांच में पाया गया कि गिरोह का सरगना अनिल भल्ला फाइनेंस का काम करता था, भोले भाले लोगों से खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर बाद में ब्लैकमेल कर उनकी जमीन जायदाद हड़पने व झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देता था. आरोपियों द्वारा पीड़ित को गिरफ्तारी का डर दिखाकर पैसे व कारों की मांग की गई.

गिरफ्तारी के बाद एएसआई गुरमेज सिंह पुलिस को चकमा देकर फरार है. गुरमेज सहित अन्य दो पुलिस कर्मचारी मुख्य सिपाही राजबीर सिंह और मुख्य सिपाही नरेश कुमार को निलंबित किया गया है.

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