Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो लोगों की यात्रा को काफी आसान बनाता है. साथ ही यहां मेट्रो लोगों के लिए अहम भूमिका निभाता है. मेट्रो में लोगों को समय पर पहुंचने की गारंटी और एसी की सुविधा दोनों मिल जाती है. इसलिए लोग मेट्रो से अधिक सफर करना पंसद करते हैं. ऐसे में हम आपको आज बताएंगे कि आखिर कैसे थके होने के बाद भी आप अपनी सीट मेट्रो में ले सकें. आइए जानते हैं
आपने अक्सर देखा होगा कि लोग मेट्रो के बीच वाले कोच में चढ़ते हैं. यही कारण है कि भीड़ भी सबसे ज्यादा इन्हीं कोच में होती है. वहीं शुरू के कोच और लास्ट के कोच खाली ही रह जाता हैं. ऐसे में आप इन डिब्बों को टार्गेट कर सकते हैं. यहां पर सीट मिलने के चांस ज्यादा होते हैं.
अगर मेट्रो में सीट खाली नहीं है तो सही जगह खड़े होने से आपको सीट मिल सकती है. ऐसी स्थिति में इस बात का पता लगाना तो मुश्किल है कि कौन-कौन उतरने वाला है. ऐसे में आप लोगों की बॉडी लैंग्वेज देखकर पता लगा सकते हैं. कई बार आपने देखा होगा कि लोग उतरने से पहले अपना बैग ठीक करने लगते हैं. कोई कपड़े ठीक करने लगता है. साथ ही कोई उठने की तैयारी करने लगता है. ऐसे में आप इन लोगों को नोटिस कर सकते हैं और इसके पास जाकर खड़े हो सकते हैं.
अगर आपका रास्ता लंबा है और सफर को आरामदायक बनाना है तो आपको अपनी टामिंग को स्मार्टली मैनेज करना होगा. इस स्थिति में पीक ऑवर्स पर ट्रैवलिंग करना अवॉइड करें. आप अपने टाइम से 10 मिनट पहले या 10 मिनट बाद की मेट्रो ले सकते हैं. जैसे सुबह में 9 से 9:10 के बीच मेट्रो में खड़े होने की भी जगह नहीं होती है. ऐसे में आप थोड़ी जल्दी की मेट्रो ले सकते हैं.
अगर आप सेम रूट से यात्रा करते हैं तो आपको रास्ते में पड़ने वाले स्टेशन का पैटर्न पकड़ना चाहिए. रास्ते में कई ऐसे स्टेशन होते हैं जहां ढेर सारी भीड़ चढ़ती है तो वहीं कई स्टेशन ऐसे भी हैं, जहां ढेर सारी भीड़ उतरती है. ऐसे स्टेशन की पहले से ही पहचान कर सकते हैं ओर खुद को पहल से ही तैयारी कर लें.
मेट्रो में ट्रैवल करने वाले लोगों से जान पहचान हो जाना कॉमन बात है. ऐसे में आप अपने मेट्रो फ्रैंड बना सकते हैं. यह मेट्रो फ्रैंड आपको सिट दिलाने में मदद कर सकते हैं. साथ ही अगर वो आपसे पहले उतरते हैं तो आपको अपनी सीट ऑफर कर सकते हैं.