दिल्ली में लाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना वह स्थान है, जहां 1857 तक मुगल सम्राट रहते थे और इसमें एक प्रसिद्ध द्वार है, जिसे लाहौरी गेट कहा जाता है. इसका निर्माण 1648 में खत्म हुआ था.
आगरा किला
आगरा में महलों और मंदिरों वाला ऐतिहासिक स्थान, जिसे आगरा किला के नाम से जाना जाता है. यह 1573 में बनकर तैयार हुआ था. आगरा में संगमरमर से बना एक सुंदर कमल मंदिर है.
झांसी किला
झांसी किला बहादुर राजपूत राजाओं की याद दिलाता है, एक चट्टानी पहाड़ी पर है और इसमें दस दरवाजे हैं. 1613 में इसकी स्थापना की गई थी.
चित्तौड़गढ़ किला
चित्तौड़गढ़ में चित्तौड़गढ़ किला अपने विभिन्न मंदिरों, महलों और टावरों के लिए प्रसिद्ध है. चित्तौड़गढ़ किला 7वीं से 16वीं शताब्दी तक सत्ता का एक प्रमुख केंद्र रहा था. इस किले के निर्माण को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं है. इसे कब और किसने बनवाया था. हालांकि, ऐसा माना जाता है कि मौर्यवंशीय राजा चित्रांगद मौर्य ने सातवीं शताब्दी में इस किले को बनवाया था.
ग्वालियर किला
ग्वालियर का किला अपनी आकर्षक पेंटिंग और मूर्तियों से मंत्रमुग्ध कर देने वाला दिखता है. इसमें एक संग्रहालय भी है जो पुरानी हिंदू और जैन मूर्तियों को प्रदर्शित करता है. 9वीं शताब्दी में राजा मान सिंह तोमर ने इसका निर्माण करवाया.
कांगड़ा किला
9-10वीं शताब्दी में क्रैटोच राजवंश द्वारा निर्मित- कांगड़ा किला हिमालय के सबसे पुराने किलों में से एक है, जो कांगड़ा शासकों की सीट के रूप में कार्य करता है.
फोर्ट St. जॉर्ज
भारत के इस पहले अंग्रेजी किले में अब तमिलनाडु विधानसभा और कई अन्य सरकारी कार्यालय हैं. सन् 1640 में ईस्ट इंडिया कंपनी के फ्रांसिंस डे ने बनाया था.
जयगढ़ किला
जयपुर का यह किला महाराजा जय सिंह द्वितीय द्वारा बनवाया गया था. यह आसपास की प्रकृति के मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है. जयपुर में यह 1726 में बनकर तैयार हुआ था.
कुंभलगढ़ किला
दूसरी सबसे लंबी सतत दीवार वाला यह किला यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है. इसका निर्माण 15वीं शताब्दी में राणा कुंभा ने करवाया था.
रोहतास किला
अपनी शक्तिशाली सैन्य वास्तुकला और सामरिक स्थिति के लिए प्रसिद्ध यह किला बिहार में स्थित है. इस किले को 1541-1548 के बीच शेरशाह सूरी के शासनकाल के दौरान बनाया गया.