जानें कैसे होती है EVM से वोटों की काउंटिंग

Divya Agnihotri
Jun 03, 2024

lok sabha elections 2024

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे जारी होने में अब बस कुछ ही घंटों का समय बचा है. कल यानी 4 जून को EVM का पिटारा खुल जाएगा.

वोटों की गिनती

क्या आपने कभी सोचा है कि वोटिंग के बाद वोट की गिनती कैसे होती है. वहां कौन-कौन मौजूद रह सकता है.

रिटर्निंग ऑफिसर

लोकसभा क्षेत्र में चुनाव कराने और वोटों की गिनती की जिम्मेदारी रिटर्निंग ऑफिसर की होती है, जो सरकारी अधिकारी होते हैं. चुनाव में जिला अधिकारी को ही रिटर्निंग ऑफिसर बनाया जाता है.

समय

सुबह 8 बजे EVM को जिला अधिकारी की मौजूदगी में काउंटिंग हॉल में ले जाया जाता है. इस दौरान पार्टियों के पोलिंग एजेंट भी वहां मौजूद होते हैं.

14 टेबल

काउंटिंग हॉल में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 14 टेबल लगाई जाती है. विशेष स्थिति में ये संख्या बढ़ भी सकती है. वहीं विधानसभा चुनाव के लिए सात टेबल लगाई जाती हैं.

पोस्टल बैलेट

वोटों की गिनती ठीक सुबह 8 बजे शुरू होती है. रिटर्निंग ऑफिसर की निगरानी में सबसे पहले पोस्टल बैलेट और ETPBS यानी इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम के जरिए किए गए वोटों की गिनती होती है.

EVM

पोस्टल बैलेट के बाद EVM की काउंटिंग शुरू होती है. रिटर्निंग ऑफिसर हर राउंट की गिनती के बाद रिजल्ट बताते हैं और उसे चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोट किया जाता है.

14 EVM

एक राउंड में 14 टेबल में 14 ईवीएम मशीनें एक साथ खोली जाती हैं. अगर पोलिंग बूथ की संख्या ज्यादा है तो इनकी संख्या भी बढ़ सकती है.

प्रमाणपत्र

काउंटिंग पूरी होने के बाद चुनाव आयोग की तरफ से जीतने वाले प्रत्याशी को प्रमाण पत्र दिया जाता है, जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी जारी करते हैं.

VIEW ALL

Read Next Story