शिवलिंग और ज्योतिर्लिंग में क्या है अंतर, जानें इसका महत्व

Renu Akarniya
Nov 14, 2024

शिवलिंग की परिभाषा

शिवलिंग एक प्रतीक है जो भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करता है. यह आमतौर पर एक गोलाकार आकार में होता है और इसकी पूजा विशेष रूप से मंदिरों में की जाती है.

शिवलिंग का अर्थ

शिवलिंग का अर्थ है 'शिव का लिंग' और इसे शक्ति और सृजन का प्रतीक माना जाता है.

ज्योतिर्लिंग का अर्थ

दूसरी ओर ज्योतिर्लिंग, भगवान शिव के उन 12 दिव्य रूपों में से एक है, जिन्हें विशेष रूप से पूजा जाता है. ज्योतिर्लिंग का अर्थ है 'प्रकाश का लिंग'.

ज्योतिर्लिंग

ज्योतिर्लिंग उन स्थानों को दर्शाता है जहां भगवान शिव ने अपने दिव्य प्रकाश के रूप में प्रकट हुए. इन ज्योतिर्लिंगों को विशेष धार्मिक महत्व दिया जाता है.

शिवलिंग और ज्योतिर्लिंग

शिवलिंग किसी भी मंदिर में पाया जा सकता है, जबकि ज्योतिर्लिंग केवल उन स्थानों पर होते हैं जिन्हें विशेष रूप से ज्योतिर्लिंग के रूप में मान्यता प्राप्त है.

भारत में 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग

भारत में 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंग हैं, जैसे काशी विश्वनाथ, सोमनाथ, और महाकालेश्वर.

शिवलिंग और ज्योतिर्लिंग दोनों ही भगवान शिव की पूजा के महत्वपूर्ण पहलू हैं.

जहां शिवलिंग एक सामान्य प्रतीक है, वहीं ज्योतिर्लिंग विशेष स्थानों पर भगवान शिव के दिव्य रूप का प्रतिनिधित्व करते हैं.

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