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नई दिल्ली: कोरोना (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई अन्य राज्यों की तरह दिल्ली (Delhi) में भी नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगा दिया गया है. हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया है कि नाइट कर्फ्यू के दौरान जरूरी कामों पर कोई रोक नहीं होगी, लेकिन संबंधित व्यक्ति को ई-पास (E-Pass) दिखाना होगा. कहने का मतलब है कि ई-पास वाले व्यक्तियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. जानकारी के अनुसार, दिल्ली में करीब 73 हजार से ज्यादा लोगों ने ई-पास के लिए आवेदन किया है, जिनमें अब तक सिर्फ 1,271 को ही ई-पास जारी किए गए हैं.
दिल्ली की केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) का कहना है कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार को थामने के लिए जरूरी उपाय किए जा रहे हैं. नाइट कर्फ्यू भी उसी का हिस्सा है और इससे संक्रमण को रोकने में काफी हद तक सहायता मिलेगी. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि अत्यावश्यक सेवाएं कर्फ्यू से प्रभावित नहीं होंगी. जिन लोगों को किसी जरूरी काम से रात 10 बजे से सुबह 5 बजे के बीच घर से बाहर जाना है, उन्हें पुलिस को ई-पास दिखाना होगा.
सरकारी दावे अपनी जगह हैं, लेकिन आम जनता की परेशानी यह है कि ई-पास जारी होने की रफ्तार बेहद धीमी है. बुधवार दोपहर तक दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर करीब 73,154 लोगों ने ई-पास के लिए आवेदन किया था. इनमें करीब 1,271 लोगों को ही पास मुहैया कराया गया. वहीं, 34,759 लोगों के आवेदन रद्द भी किए जा चुके हैं. जबकि करीब 30,947 लोग अभी भी ई-पास का इंतजार कर रहे हैं.
वहीं, अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर आवेदन इसलिए खारिज किए गए क्योंकि वे दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आदेश के अनुसार छूट वाली श्रेणियों में नहीं आते थे. ई-पास के लिए सबसे ज्यादा आवेदन नई दिल्ली से प्राप्त हुए. यहां से 13,139 लोगों ने पास की इच्छा प्रकट की. इसके बाद दक्षिण पश्चिम से 11,661, दक्षिण से 9,947, पश्चिम से 7,673, उत्तर पश्चिम से 6,560, और पूर्वी दिल्ली से 6,065 लोगों ने ई-पास के लिए आवेदन किया.