दिल्ली पुलिस को गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा से संबंधित अब तक 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज जनता से प्राप्त हुई हैं तथा इस सामग्री का विश्लेषण करने और दोषियों की पहचान करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है.
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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा से संबंधित अब तक 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज जनता से प्राप्त हुई हैं तथा इस सामग्री का विश्लेषण करने और दोषियों की पहचान करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) बी. के. सिंह ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लालकिले और आईटीओ पर हुई हिंसा से जुड़े नौ मामलों की जांच कर रही अपराधा शाखा मोबाइल फोन कॉल के ‘डंप डेटा’ और ट्रैक्टरों की पंजीकरण संख्या की भी जांच कर रही है. सिंह ने कहा कि नेशनल फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी की एक टीम को हिंसा से संबंधित वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के लिए बुलाया गया है. हिंसा में 394 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. उस दिन एक प्रदर्शनकारी की मौत भी हो गई थी.
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को प्रमुख समाचार पत्रों में एक अपील जारी की थी जिसमें लोगों से हिंसा के बारे में कोई सबूत या जानकारी साझा करने के लिए कहा गया था. सिंह ने कहा, 'हमारी अपील के बाद, दिल्ली पुलिस को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा से संबंधित 1,700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज जनता से मिली हैं. वीडियो के माध्यम से, हम हिंसा में लिप्त रहे व्यक्तियों की पहचान करेंगे.' उन्होंने कहा कि जांचकर्ता ड्रोन-लगे कैमरों से लिए गए फुटेज और तस्वीरों का भी विश्लेषण कर रहे हैं और लालकिला क्षेत्र की में की गई तोड़फोड़ की 3डी मैपिंग कर रहे हैं. शनिवार को फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने नमूने लेने के लिए लालकिले का दौरा किया.
दिल्ली में 26 जनवरी को किसान यूनियनों ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग को रेखांकित करने के लिए ट्रैक्टर परेड निकाली थी जिस दौरान दिल्ली में हिंसा हुई थी. कई प्रदर्शनकारी, ट्रैक्टर चलाते हुए लालकिले पहुंच गए थे जबकि उनमें से कुछ ने अपने धार्मिक झंडे उसके गुंबदों और प्राचीर पर लगा दिया था, जहां स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है.
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दिल्ली पुलिस ने अपनी अपील में कहा था, ‘‘मीडियाकर्मियों सहित जनता के उन सभी सदस्यों, जो घटनाओं के गवाह हैं या उन्हें उसके बारे में कोई जानकारी है, अपने मोबाइल फोन या कैमरे पर कोई गतिविधि कैद की है, इसके जरिये अनुरोध किया जाता है कि वे आगे आयें और वे अपने बयान / फुटेज / तस्वीर कमरा नंबर 215, दूसरी मंजिल, पुराने दिल्ली पुलिस मुख्यालय में किसी भी कार्य दिवस पर कार्यालय समय के दौरान अथवा 8750871237 या 011-23490094 पर संपर्क करके या ई-मेल के जरिये भेज सकते हैं।