आतिशबाजी पर रोक की मांग: केरल सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
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आतिशबाजी पर रोक की मांग: केरल सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

कोल्लम मंदिर अग्निकांड की पृष्ठभूमि में केरल सरकार ने पूजास्थलों पर समारोहों के दौरान आतिशबाजी की अनुमति देने या नहीं देने के बारे में विचार विमर्श के लिए 14 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलायी है। कोल्लम मंदिर अग्निकांड में 109 लोग मारे गए थे और 350 से अधिक घायल हुए थे।

आतिशबाजी पर रोक की मांग: केरल सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

तिरुअनंतपुरम : कोल्लम मंदिर अग्निकांड की पृष्ठभूमि में केरल सरकार ने पूजास्थलों पर समारोहों के दौरान आतिशबाजी की अनुमति देने या नहीं देने के बारे में विचार विमर्श के लिए 14 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलायी है। कोल्लम मंदिर अग्निकांड में 109 लोग मारे गए थे और 350 से अधिक घायल हुए थे।

घायलों के उपचार में लगे डाक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने संवाददाताओं से बातचीत में पुत्तिंगल देवी मंदिर हादसे के पीड़ितों के पुनर्वास तथा राहत के लिए 20 करोड़ रूपये की धनराशि आवंटित करने का भी ऐलान किया। उन्होंने बताया कि दस करोड़ रूपये की राशि पहले ही कोल्लम के जिला कलेक्टर को तत्काल कार्रवाई के लिए दी जा चुकी है। आज सुबह बैठक की अध्यक्षता के बाद उन्होंने कहा कि सरकार गुरूवार को होने वाली सर्वदलीय बैठक में किसी सर्वसम्मति पर पहुंचने के बाद आतिशबाजी के संबंध में एक नीति तय करेगी। आज हुई बैठक में विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन घायलों को उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं पर चर्चा की गयी।

कोल्लम हादसे की पृष्ठभूमि में आतिशबाजी पर रोक की बढ़ती मांग के बीच चांडी ने यह घोषणा की है । केरल उच्च न्यायालय आज दिन में अपने एक जज के इस सुझाव पर सुनवाई करेगा जिसमें कहा गया था कि कोल्लम जैसे मानव निर्मित हादसों को रोकने के लिए बड़ा धमाका करने वाले पटाखों पर रोक लगायी जानी चाहिए। गौरतलब है कि रविवार को तड़के मुंह अंधेरे बिना अनुमति के की गयी आतिशबाजी के दौरान पटाखों से निकली चिंगारी आतिशबाजी के गोदाम में गिरने से भारी धमाके हुए थे।

इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कुम्मानम राजशेखरन ने मंदिरों में आतिशबाजी पर किसी भी प्रकार के पूर्ण प्रतिबंध का विरोध किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ समूह आतिशबाजी के प्रदर्शन पर रोक की मांग उठाकर ‘राजनीतिक लाभ’ लेने का प्रयास कर रहे हैं। अलपुझा में मीडिया को संबोधित करने वाले राज्य के गृह मंत्री रमेश चेन्नितला ने कहा कि राज्य में चुनाव होने जा रहे हैं और सरकार एकतरफा कोई फैसला नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि विचार विमर्श के बाद ही सरकार इस संबंध में आगे बढ़ेगी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि अवैध पटाखा विनिर्माण इकाइयों पर छापेमारी के लिए पुलिस को कड़े निर्देश दिए गए हैं। चेन्नितला ने यह भी कहा कि 14 अप्रैल को ‘विशु’ त्यौहार के मद्देनजर गनपाउडर और पटाखे बनाने में प्रतिबिंधत रसायन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

चांडी ने कहा कि हमारा पूरा ध्यान मरीजों को युद्धस्तर पर बढ़िया इलाज उपलब्ध कराने पर है और हमें एकजुट होकर स्थिति का सामना करने की जरूरत है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कोल्लम आयीं चिकित्सा टीमें अभी भी मरीजों के उपचार में स्थानीय डाक्टरों की मदद के लिए यहां मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल मरीजों को किसी दूसरे राज्य में भेजने की जरूरत नहीं है । उन्होंने साथ ही कहा कि हम विशेषज्ञों की मदद ले रहे हैं। चांडी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मरीजों को मुंबई और दिल्ली के अस्पतालों में ले जाने के लिए हर प्रकार की सहायता की पेशकश की थी। प्रतिबंध के बावजूद आतिशबाजी के प्रदर्शन को लेकर कोल्लम के जिला कलेक्टर ए शायनमोल तथा कोल्लम के पुलिस आयुक्त पी प्रकाश के विचारों में अंतर के बारे में पूछे जाने पर चांडी ने कहा कि इन सभी चीजों को देखा जाएगा। मुख्यमंत्री चांडी ने कहा कि इस समय हमें घायलों को उपचार उपलब्ध कराने पर अपना पूरा ध्यान एकत्र करना चाहिए। चांडी ने कहा कि मंदिर अग्निकांड में मारे गए 109 लोगों में से 13 शवों की अभी शिनाख्त किया जाना बाकी है। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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