DNA: देश के गद्दारों पर एक्शन; चलाया जा रहा ऑपरेशन फ्लशआउट, अब तक क्या- क्या हुआ?
Advertisement
trendingNow12731191

DNA: देश के गद्दारों पर एक्शन; चलाया जा रहा ऑपरेशन फ्लशआउट, अब तक क्या- क्या हुआ?

DNA Analysis: पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों में से दो आतंकियों के घर बम से उड़ा दिए गए. इनमें एक का नाम है आतंकी आदिल हुसैन थोकर और दूसरा है आसिफ शेख. एक तरफ आतंकियों के घर को उड़ाया गया तो दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में आतंकियों के मददगारों यानी देश के गद्दारों पर एक्शन जारी है. 

DNA: देश के गद्दारों पर एक्शन; चलाया जा रहा ऑपरेशन फ्लशआउट, अब तक क्या- क्या हुआ?

DNA Analysis: आज की सबसे बड़ी खबर यही है कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों में से दो आतंकियों के घर बम से उड़ा दिए गए. इनमें एक का नाम है आतंकी आदिल हुसैन थोकर और दूसरा है आसिफ शेख. एक तरफ आतंकियों के घर को उड़ाया गया तो दूसरी ओर जम्मू कश्मीर में आतंकियों के मददगारों यानी देश के गद्दारों पर एक्शन जारी है. बीते 48 घंटे में जम्मू कश्मीर से 2000 ओवर ग्राउंड वर्कर्स यानी आतंकियों के मददगारों को हिरासत में लिया गया है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर में कुलगाम से लेकर कठुआ और हंदवाड़ा से लेकर पुलवामा तक ऑपरेशन फ्लशआउट चलाया जा रहा है. कश्मीर में इस पूरे ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया जा रहा है, ये आप समझ सकते हैं.

एक्शन के बीच आज जम्मू कश्मीर में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी पहुंचे पहले श्रीनगर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. उसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की फिर नॉर्दर्न कमांड के हेडक्वार्टर में जाकर एलओसी पर डिप्लॉयमेंट का रिव्यू किया. आज सेना प्रमुख की एक तस्वीर में कैसे पाकिस्तान के खिलाफ महाभारत के आरंभ का संदेश है. इसे भी आगे हम आपके लिए डिकोड करने वाले हैं.

एक तरफ हिंदुस्तान बॉर्डर पर एक्शन की तैयारी कर रही है तो दूसरी ओर हिंदुस्तान ने एक बड़ा हमला पहले ही कर दिया है. जिसका असर भी दिखने लगा है. सिंधु जल समझौता रद्द होने के बाद आगे के प्लान ऑफ एक्शन को लेकर आज गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बड़ी बैठक हुई. इस बैठक के बाद जल संसाधन मंत्री ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान लाख लीगल धमकी दे दे. सिंधु नदी का एक बूंद पानी भी अब पाकिस्तान नहीं जाएगा. ये कैसे होगा इसे भी आपको समझना चाहिए.

आपके लिए आज की नई जानकारी ये भी है भारत सरकार ने 27 अप्रैल 2025 से राजनयिक और आधिकारिक वीज़ा के अलावा तत्काल प्रभाव से सभी पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए वीज़ा रद्द कर दिए हैं. इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने राज्यों को भी आदेश जारी कर दिया है कि जल्द से जल्द पाकिस्तानी नागरिकों को चिन्हित कर के उन्हें वापस भेजा जाए. पाकिस्तान ने जो हिमाकत की है अब उसकी अवाम भी उसे कोस रही है.आज की एक और बड़ी खबर आपको बताना जरूरी है. पाकिस्तान जिस शिमला समझौते को रद्द करने की बात कर रहा है. अगली तस्वीर उससे जुड़ी है. 

ये वही टेबल है जिसपर बैठकर शिमला समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था. लेकिन आज हिमाचल प्रदेश के राजभवन में रखे इस टेबल पर से पाकिस्तान का झंडा हटा दिया गया. आज की एक बड़ी अपडेट पाकिस्तान से भी आई है. पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री ने हिंदुस्तान को गीदड़भभकी दी है. पाकिस्तान पहले आतंकियों को हिंदुस्तान की धरती पर कत्लेआम मचाने के लिए भेज रहा है और अब भारत एक्शन की तैयारी में है तो अब ऐसे बयान दे रहा है. एक अपडेट अमेरिका से भी आई है. अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस की निदेशक तुलसी गबार्ड ने पहलगाम हमले को लेकर भारत को खुला समर्थन दिया है. उन्होंने ट्वीट कर के लिखा है. वो इस हमले में शामिल आतंकियों को मार गिराने के लिए भारत के साथ खड़ी हैं. 

हमने आपको डीएनए की शुरूआत में बताया कि अब देश के गद्दारों को बम से उड़ाने का वक्त आ गया है. उनको पालने से देश के टैक्स का पैसा खराब करने से कोई फायदा नहीं इन आतंकियों का फैसला आन स्पॉट होना चाहिए. आतंक के खिलाफ अब घाटी में भी रणनीति बदल रही है. पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों के खिलाफ ऑपरेशन मिट्टी में मिलाओ शुरू हो गया.आतंकियों के खिलाफ ऐसा एक्शन हुआ. जो उनकी कल्पना से परे था. घाटी में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी आतंकी को बम से उड़ाने के पहले उसके घर को बम से उड़ा दिया गया और इसके लिए जो धमाके किए गए.उनकी गूंज तब तक इन आतंकियों को चैन से सोने नहीं देगी जब तक वो जिंदा हैं.

ये जो तस्वीरे आप देख रहे है ऐसी तस्वीरे कश्मीर के इतिहास में पहली बार देखने को मिल रही हैं. आज से पहले तक मुठभेड़ के दौरान किसी आतंकी के छिपे होने पर ही सुरक्षा बल उस घर को रॉकेट से उड़ा देते थे लेकिन अब आतंकी की हर निशानी को बम से उड़ाया जा रहा है. देर रात पहलगाम अटैक में शामिल दो स्थानीय आतंकियों के घर पर सुरक्षा बलों का एक्शन हुआ बिजबेहरा के गुरी गांव के रहने वाले आदिल हुसैन थोकर के घर पर  रात 8 बजे सुरक्षा बल पहुंचे. लगभग 4 घंटे की तैयारी के बाद जब यहां धमाका हुआ तो आतंकी का घर सिर्फ 4 सेकेंड के अंदर मिट्टी में मिल गया.

 

आदिल हुसैन थोकर उन आतंकियों में शामिल है जिन्होंने पहलगाम में मासूमों का धर्म पूछकर उनको गोली मारी. आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से जुड़ा आदिल 2018 से कश्मीर में एक्टिव है और अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए बकायदा वीजा लेकर पाकिस्तान की यात्रा कर चुका है. पाकिस्तान के टेरर कैम्प में ट्रेनिंग लेकर वो  पिछले साल जम्मू-कश्मीर लौटा था. आदिल का नाम इससे पहले जम्मू में सुरक्षाबलों पर हुए आतंकी हमले में आ चुका है. पहलगाम अटैक के बाद आदिल की जिंदगी भी बहुत लंबी नहीं बची. लेकिन उसको बम से उड़ाने से पहले सुरक्षाबलों ने उसके घर को बम से उड़ा दिया.

इस ग्राउंड रिपोर्ट में आपने आदिल के पड़ोसी का बयान सुना ये कश्मीरी भी उसी इलाके और उन्हीं परिस्थितियों में रहता है जिसमें रहकर आदिल आतंकी बना. लेकिन इस कश्मीरी के दिल में पहलगाम हमले को लेकर गुस्सा है. ये कश्मीरी भी चाहता है गुनहगारों को कल्पना से परे सजा मिले यानि गद्दारों को बम से उड़ा दिया जाए. आतंकी आदिल के साथ साथ पहलगाम अटैक में शामिल एक और गद्दार के घर को बम से उड़ा गया. आसिफ शेख  दक्षिणी कश्मीर के त्राल इलाके का रहने वाला है. आसिफ पहले लश्कर ए तैयबा के अंडर ग्राउंड वर्कर के तौर पर काम करता था. लेकिन बाद में फुल टाइम आतंकी बन गया. 

पहलगाम में आसिफ भी उस आतंकी ग्रुप में शामिल था जिसने पहचान करके हिंदुओं की हत्या की. हिंदुओं को मारने के पीछे इसका मकसद कश्मीर और कश्मीरियत को बदनाम करना था. पूरे देश में जिन लोगों के अंदर कश्मीर की खूबसूरती देखने की इच्छा है. आसिफ चाहता था वो कश्मीर से नफरत करने लगें. आसिफ ने हत्याएं तो कर दीं लेकिन अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया. अब सुरक्षा बलों ने इस गद्दार के घर को भी बम से उड़ा दिया. 

26 लोगों की जान लेने वाले आतंकियों के घरों को बम से उड़ा दिया गया. लेकिन इन गद्दारों का अंजाम इससे भी ज्यादा भयानक होना चाहिए इतना भयानक जिसकी आज से पहले आतंकियों ने कल्पना भी ना की हो. अब इस बात की मांग पूरे देश से उठ रही है. आतंकी हमले से लोग गुस्से में हैं और कह रहे हैं  जिन्होंने जिहाद के लिए हिंदुओं का पहचान पत्र देखकर उन्हें गोली मारी. अब उनको जिंदा जला देना चाहिए. पहले आप हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास का बयान सुनिए.फिर हम आपको बताएंगे इस तरह की मांग क्यों की जा रही है.

जैसा हमने कहा- देश इस वक्त बहुत ज्यादा गुस्से में है और आप इसे महसूस कर रहे होंगे. जिस तरह कलमा पढ़ाकर. कलावा और कार्ड देखकर हिंदू पर्यटकों की जान ली गई. उसकी कहानियां सुनकर ही लोगों का सब्र जवाब दे गया  और लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि आतंकियों को जला दिया जाए. अब जिन आतंकियों पर धर्म को देखकर खून बहाने का जुनून सवार है, उनको जलाने से क्या फर्क पड़ सकता है अब आप इसे भी समझिए.

जिन आतंकियों को जन्नत और हूरों का सपना दिखाकर कत्ल ए आम करने के लिए भेजा जाता है. अगर इन्हें दफनाने के बजाय जलाने की परंपरा शुरू होगी तो जिहाद के नाम पर जान लेने वालों के दिल में भी खौफ बैठेगा. आतंकियों का ब्रेनवॉश करने वाले भी दशहत में आ जाएंगे. उनके लिए खून बहाकर जन्नत जाने का पाठ पढ़ाना आसान नहीं होगा. इससे पहले भी देश में इस तरह की मांग उठ चुकी है. लेकिन पहलगाम हमले के बाद इस पर गंभीरता से विचार की बात की जा रही है. यानि देश अब ये चाहता है. आतंकियों को बम से उड़ाया जाए उनको जलाकर भस्म कर दिया जाए. लोगों को लगता है ये नई परंपरा उन आतंकियों के लिए सबसे बड़ा खौफ बन सकती है जो धर्म पूछकर लोगों की जान ले रहे हैं. कश्मीर को बदनाम कर रहे हैं कश्मीर को अशांत कर रहे हैं.

देश में कुछ लोग आतंकियों को जलाने के पक्ष में हैं, तो कुछ लोग ऐसा भी चाहते हैं आतंकियों को गिरफ्तार करके उन पर जनता के टैक्स का पैसा ना बर्बाद किया जाए. जिस तरह सुरक्षा बलों ने आतंकियों के घर को बम से उड़ाया. ठीक उसी तरह आतंकियों को पकड़कर सरकारी मेहमान बनाने के बजाय उन्हें बम मार दिया जाए. उनको आन स्पॉट खत्म कर दिया जाए. पहलगाम आतंकी हमले में जिन लोगों ने अपनों को खोया है वो फौरन न्याय चाहते हैं. आपको आज पहलगाम अटैक में मारे गए मनीष रंजन मिश्रा और गुजरात के यतीश और स्मित परमार के परिजनों को सुनना चाहिए.

चलिए अब आप समझिए आतंकियों को बम मारने की मांग क्यों हो रही है. इसकी एक वजह पहलगाम अटैक का गुस्सा है लेकिन सरकार के लिए भी ये काफी मुनाफे का सौदा होगा. क्योंकि इन आतंकियों को गिरफ्तार करके उनका लंबा ट्रायल काफी महंगा पड़ता है. आप अब तक पाकिस्तानी आतंकी कसाब को नहीं भूले होंगे जिसने मुंबई में बेकसूरों का खून बहाया था. आतंकी अजमल कसाब को हमले वाले दिन यानि 26 नवंबर 2008 को जान पर खेलकर मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया. इसके बाद 21 नवंबर 2012 को पुणे के यरवडा जेल में उनको फांसी दे दी गई. इस दौरा लगभग 4 साल वो भारतीय जेलों में बंद रहा. इस दौरान कसाब की दवाइयों उनके खाने और सुरक्षा पर लगभग 29 करोड़ 50 लाख रुपये खर्च किए गए. ये पूरा खर्च महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार ने वहन किया.

ये पूरा पैसा देश के नागरिकों के टैक्स का था. जिसका इस्तेमाल स्कूल अस्पताल या फिर सड़कों को बनाने में हो सकता था. लेकिन सरकार को नागरिकों के टैक्स का पैसा एक आतंकी पर खर्च करना पड़ा.  यानि जिस तरह आज आतंकियों के घरों को उड़ाया गया. उन्हें भी आन स्पॉट बम मारकर खत्म कर दिया जाए तो सरकार ये पैसा बचा सकती है. भारत में आतंकियों के घरों को आज बम से उड़ा दिया गया लेकिन दुनिया में आतंक को कुचलने में जो देश माहिर हैं. वो ये काम कई दशकों से करते आ रहे हैं. इज़रायल में आतंकियों के घरों को बुलडोज़र चलाकर मिट्टी में मिलाने का प्रयोग काफी पुराना है.

आप ये भी कह सकते हैं कि इजरायल अब एक कदम आगे बढ़ चुका है और वो आतंकी हमला करने वालों के घर विस्फोटक लगाकर ध्वस्त कर रहा है. इस समय एक ऐसी ही तस्वीर आपकी स्क्रीन पर है इजरायल की सेना ने दावा किया कि फिलीस्तीन के एक आतंकी ने उनपर हमला किया. इसके बाद इजरायल की आर्मी उस आतंकी के घर पहुंची लोगों को बाहर निकाला और विस्फोटक लगाकर उसे ध्वस्त कर दिया.यानी दुनिया ने आतंकियों को सबक सिखाने का ये तरीका ढूंढा है जो बहुत प्रभावी साबित हो रहा है.

जिस तरह से आतंकवादियों के घरों को बारूद की मदद से बर्बाद कर दिया गया. वही हाल देश के गद्दारों का भी होना चाहिए. उनको भी बम लगाकर उड़ा देना चाहिए. हम बार-बार आपसे ये बात कह रहे हैं क्योंकि ये भावना देश के बहुसंख्यक लोगों की है. ये भावना उन परिवारों की है जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में अपनों को खोया है. लेकिन वो लोग और हम भी यही चाहते हैं कि सेना और सुरक्षाबल मिलकर गद्दारों का इलाज बम से करे. यहां हम बात कर रहे हैं कश्मीर के Over Ground Workers यानी OGW की जो कश्मीर में पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों को रहने, खाने-पीने, सुरक्षाबलों के बारे में जानकारी से लेकर हमला करने में भी मदद करते हैं.आतंकियों के लिये आंख और कान का काम करते हैं इसलिये इनके साथ भी आतंकियों जैसा ही सलूक होना चाहिए.

ये OGW आतंकियों के साथ मिलकर किस तरह स काम करते हैं इसका लेटेस्ट खुलासा कश्मीर के बांदीपुरा में हुए एक एनकाउंटर के बाद सामने आया है. जिसमें लश्कर का टॉप कमांडर अल्ताफ लल्ली मारा गया है. इस ऑपरेशन में आतंकी अल्ताफ का एक मददगार भी मारा गया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद मारा गया ये सबसे बड़ा टेररिस्ट है. आज जब सुरक्षाबलों ने अल्ताफ लल्ली को चारों तरफ से घेरा तब उसके साथ एक OGW भी मौजूद था और जब एनकाउंटर शुरु हुआ तो गोली लगने के बाद आतंकी के साथ OGW
भी मारा गया. हैरान करनेवाली बात है कि एक टॉप आतंकी के साथ OGW क्या कर रहा था. हो सकता है कि अभी चल रहे सर्च ऑपरेशनों से बचाने के लिये इस मददगार ने ही आतंकी अल्ताफ लल्ली को यहां छिपाकर रखा होगा. सुरक्षाबलों ने इस OGW का एनकाउंटर कर दिया. वरना ऐसे लोग गिरफ्तार होने पर कुछ दिनों तक जेल में रहते हैं और बाहर निकलने के बाद फिर से देश के साथ गद्दारी शुरु कर देते हैं.

कश्मीर में आतंकियों की मदद करनेवाले कई OGWs हैं. यही वजह है कि कुलगाम के तंगमर्ग में पाकिस्तानी आतंकियों के छिपने की जगह पर गैस सिलेंडर, गैस का चूल्हा, प्रेशर कुकर और राशन मिला. ये बात तय है कि कोई पाकिस्तानी आतंकवादी सीमा पार से ये सामान लेकर नहीं आया होगा. ये सबकुछ किसी OGW ने ही आतंकियों के ठिकाने पर पहुंचाया होगा. जैसे पाकिस्तान की मदद से आतंकवादियों का नेटवर्क चलता है. वैसा ही एक नेटवर्क OGWs का भी है. ये आतंकवादियों की A टू Z मदद करते हैं. आतंकियों की घुसपैठ कराने फिर उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर ठहराने फिर वहां पर टेररिस्ट को खाना-पानी पहुंचाने से लेकर पैसों, कपड़ों का इंतजाम OGW ही करते हैं.

किसी आतंकी हमले के लिये तैयारी में भी OGWs का रोल बहुत जरूरी होता है. ये आतंकियों को सुरक्षाबलों के बारे में जानकारी देते हैं. उनको हमले की जगह तक पहुंचाते हैं फिर अटैक के बाद आतंकियों को सुरक्षित रास्ते से निकालकर अपने सेफ हाउस तक ले जाते हैं.
ये सारा काम OGWs का नेटवर्क करता है. यानी ये किसी आतंकी संगठन से भी ज्यादा खतरनाक है. पहलगाम हमले को लेकर भी ऐसी खबरें आई हैं.. कि वहां भी रेकी का काम जरूर किसी OGW ने किया है. क्योंकि उस पिकनिक स्पॉट को कुछ दिनों पहले ही खोला गया था. आप सोचिये कि टूरिज्म से कश्मीर के स्थानीय लोगों की कमाई होती है और वहां के कुछ OGW ने कश्मीरियों के रोजगार पर चोट की और टूरिस्ट को निशाना बनाया.

कुछ गद्दार OGWs की वजह से पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष लोगों की जान ले ली. बस कुछ ऐसे आस्तीन के सांप हैं जो नमक भारत का खाते हैं लेकिन मदद पाकिस्तान की करते हैं और इनको पकड़ने के लिये इस समय कश्मीर में नॉनस्टॉप ऑपरेशन चल रहे हैं. 
अब तक मिली जानकारियों के मुताबिक कश्मीर के 10 जिलों में 3500 OGWs एक्टिव हैं. यही कश्मीर में आतंकवादियों को मिल रहे लोकल सपोर्ट देने वाला गिरोह है. पहलगाम हमले के बाद 2000 से ज्यादा आतंकवादियों के मददगार को हिरासत में लिया गया है. सिर्फ पहलगाम में ही 250 आतंकियों के हेल्पर हैं जिनसे पूछताछ चल रही है और 7 गिरफ्तार हो चुके हैं. पिछले कुछ वर्षों में OGWs की गिरफ्तारी के बाद 195 टेरर मॉड्यूल और आतंकियों के छिपने के 35 ठिकानों का पता चला है. 

वर्ष 2024 से अभी तक आतंकियों के करीब 700 मददगार पकड़े गये, जिनमें से कुछ को छोड़ दिया गया और कई अभी भी कस्टडी में हैं. इन OGWs की मदद से ही जम्मू और कश्मीर में इस समय 138 विदेशी और लोकल टेररिस्ट ऑपरेट कर रहे हैं. आपको याद होगा कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन All Out शुरु किया गया. जिसके बाद वहां आतंकियों की संख्या में तेज रफ्तार से कमी आई थी. अब वैसा ही ऑपरेशन आतंकियों के मददगारों के खिलाफ भी चल रहा है और अब तो खुद कश्मीरी भी पाकिस्तान के खिलाफ भारत के सुरक्षाबलों का साथ दे रहे हैं. आज आपको कश्मीर की एक बेटी का एक पाकिस्तानी पत्रकार के साथ 2 मिनटों का संवाद सुनाते हैं. जिसमें सीमा पार के दुष्प्रचार के टुकड़े-टुकड़े हो गये हैं और ये बयान खासकर के पाकिस्तान के लोगों को बहुत गौर से सुनना चाहिए.

Breaking News in Hindi और Latest News in Hindi सबसे पहले मिलेगी आपको सिर्फ Zee News Hindi पर. Hindi News और India News in Hindi के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.

TAGS

Trending news

;