DNA ANALYSIS: Lock Down 21 दिन या 49 दिन?
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DNA ANALYSIS: Lock Down 21 दिन या 49 दिन?

नियमों का पालन ना करने वाले लोगों की वजह से भारत में Lock Down बढ़ाने की नौबत भी आ सकती है.

DNA ANALYSIS: Lock Down 21 दिन या 49 दिन?

नई दिल्ली: नियमों का पालन ना करने वाले लोगों की वजह से भारत में लॉकडाउन (Lockdown) बढ़ाने की नौबत भी आ सकती है. निजामुद्दीन मरकज जैसी घटनाओं के बाद भारत में इन दिनों एक बहस चल रही है और वो ये है कि क्या भारत के लिए 21 दिनों का Lockdown काफी है? हालांकि सरकार साफ कर चुकी है कि फिलहाल उसका Lockdown बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है. लेकिन कुछ वैज्ञानिकों की राय इससे अलग है. सरकार बेहतर जानती है कि देश के हित में क्या है ? लेकिन आज हम आपके सामने वो रिसर्च रखना चाहते हैं जिसमें Lockdown बढ़ाने की सलाह दी गई है. 

ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के भारतीय Researchers के मुताबिक, 21 दिनों के Lockdown से संक्रमण के मामलों में कमी तो आएगी, लेकिन Lockdown हटाते ही संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगेंगे. 

Researchers द्वारा की गई Modeling के मुताबिक इससे बचने का एक उपाय ये है कि 21 दिन के पहले लॉकडाउन के बाद 5 दिनों का ब्रेक दिया जाए और अगले 28 दिनों के लिए एक बार फिर देश को पूरी तरह से Lockdown कर दिया जाए. 

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लेकिन इस स्थिति में, दूसरा Lockdown हटाने के बाद भी संक्रमण के मामले फिर से तेजी से बढ़ेंगे. हालांकि संक्रमण के नए मामलों में कमी आ जाएगी. 

इसके बाद तीसरा उपाय ये है कि देश को पहले 21 दिन, फिर 28 दिन और फिर 18 दिनों के लिए Lock Down किया जाए और इन तीनों Lock Downs के बीच में 5-5 दिन की छूट यानी ब्रेक दिया जाए. इस स्थिति में 10 जून तक संक्रमण के नए मामले, सामने आना लगभग बंद हो जाएंगे. लेकिन  Researchers का सुझाव है कि अगर इस महामारी की रफ्तार इससे पहले थामनी है ...तो फिर एक साथ 49 दिनों का Lockdown करना होगा वो भी बिना किसी छूट के. 

इस Modeling के मुताबिक जितने दिनों के लिए Lock Down हटाया उससे दोगुने दिनों के लिए Lockdown फिर से लगाना पड़ेगा. यानी अगर 5 दिनों के लिए Lock down हटाया गया तो 10 दिनों का अतिरिक्त Lockdown करना पड़ेगा. 

इस रिसर्च में ये भी कहा गया है कि भारत में इस महामारी से बड़ी संख्या में बुजुर्ग प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि भारत के ज्यादातर परिवारों में तीन पीढ़ियां एक साथ रहती हैं. इनमें से ज्यादातर लोग 30 वर्ष तक के हैं. कई बार युवाओं में वायरस के लक्षण दिखाई नहीं देते लेकिन वो Virus को दूसरों तक बहुत तेजी से फैलाते हैं. 

वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि ऐसी स्थिति में भारतीयों को सिर्फ घर के बाहर की Social Distancing पर ध्यान नहीं देना है, बल्कि घर के अंदर भी इसका पालन करना है. यानी अगर आप युवा हैं और आपके घर में बुजुर्ग हैं तो उनकी जिम्मेदारी भी आप पर है, इसलिए आपको घर पर भी दूसरे लोगों से दूरी बनाकर रखनी होगी. 

 

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