पाकिस्तान प्रेमी गैंग पर 'वैचारिक बम': इंतकाम की आग के बीच भारत में बुर्का नशीं महिलाओं की शर्मनाक करतूत
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पाकिस्तान प्रेमी गैंग पर 'वैचारिक बम': इंतकाम की आग के बीच भारत में बुर्का नशीं महिलाओं की शर्मनाक करतूत

DNA Analysis : डीएनए में पाकिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान प्रेमी गैंग पर 'वैचारिक बम' का इस्तेमाल किया गया है. कश्मीर से दिल्ली और इस्लामाबाद तक लगातार नई-नई जानकारियां सामने आ रही है. जिनसे आपका अपडेट रहना जरूरी है.

पाकिस्तान प्रेमी गैंग पर 'वैचारिक बम': इंतकाम की आग के बीच भारत में बुर्का नशीं महिलाओं की शर्मनाक करतूत

Pahalgam Attack : पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद डीएनए (DNA) में आपको पूरे भारत से आ रहे अपडेट देने के साथ-साथ करोड़ों हिंदुस्तानियों की आवाज़ दुनियाभर में पहुंचाई जा रही है. इस सिलसिले में अब आपको पाकिस्तान के साथ-साथ भारत में मौजूद पाकिस्तान प्रेमी गैंग पर 'वैचारिक बम' का विश्लेषण ध्यान से पढ़ना चाहिए, क्योंकि देश में पाकिस्तानियों के हमदर्दों की कमी नहीं है. शनिवार को कर्नाटक के कलबुर्गी का एक वीडियो पूरे देश में तेजी से वायरल हुआ. उसमें ऐसा क्या था ये जानकर हर राष्ट्रवादी हिंदुस्तानी का खून खौल जाएगा.

वायरल वीडियो में क्या है?

इस वीडियो में बुर्का पहने दो मुस्लिम महिलाएं नजर आ रही हैं. जो सड़क पर चिपकाए गए पाकिस्तान के झंडों को इस तरह समेट रही हैं कि झंडे को कोई नुकसान ना पहुंचे. उन्होंने पाकिस्तान के झंडों को संभाल कर, बहुत ही सहेज कर अपने पास रख लिया. इन महिलाओं को पाकिस्तान के झंडे का अपमान काफी बुरा लग लग रहा था. पाकिस्तानी झंडे को इस तरह देखकर ये दोनों इतनी आहत हुईं, इन्हे इतना दर्द हुआ कि सड़क पर पाकिस्तानी झंडा लगाने वालों को उंगली दिखाने लगीं. कैमरे के सामने पाकिस्तान के झंडों को पूरे सम्मान के साथ लेकर निकल गईं. सोचिए, ये सब भारत में हो रहा है और ऐसे माहौल में हो रहा है जब दोनों देशों के बीच जंग जैसे हालात बन गए हैं.

हर देशभक्त का खून खौल उठेगा

जिस पाकिस्तानी झंडे के पीछे बैठकर  पहलगाम में हिंदुस्तानी नागरिकों के नरसंहार के निर्देश दिए गए. उस झंडे पर हमारे देश में इस तरह प्यार बरसाया जाएगा. इसकी उम्मीद शायद आपमें से किसी ने नहीं की होगी. जिस पाकिस्तानी झंडे को वहां के हुक्मरान और आतंकवादी संगठन कश्मीर में लहराने का ख्वाब देखते आ रहे हैं. उस झंडे के अपमान पर हमारे देश में कुछ लोग गुस्से से लाल हो जाएंगे. इसका अंदाजा शायद आपमें से किसी को नहीं होगा.

पहलगाम आतंकवादी हमले में कर्नाटक के मंजूनाथ राव की भी मौत हुई थी. उन्हें भी पाकिस्तान के आतंकी दूतों ने धर्म पूछकर मारा था. सोचिए, उनके परिवार पर क्या बीती होगी जब उन्होंने देखा होगा कि उन्हीं के राज्य कर्नाटक में कुछ ऐसे लोग भी रहते हैं जिनका दिल पाकिस्तान के लिए धड़कता है. जिनकी वफादारी भारत में रहकर भी पाकिस्तान के लिए ज्यादा है. जिन्हें पाकिस्तान का झंडा अपना लगता है और भारतीयों का दुख फीका लगता है. 

चलो लेकर जाओ हमारी फोटो...

जानते हैं, इस वीडियो में एक मुस्लिम महिला क्या कह रही थी. कह रही थी- चलो लेकर जाओ हमारी फोटो. यानी इस महिला को पता था कि बेगुनाह भारतीयों को धर्म पूछकर गोली मारने वाले आतंकियों के आका पाकिस्तान के खिलाफ देश में गुस्सा है. इन महिलाओं को ये भी पता था कि अगर वो पाकिस्तान के झंडे के लिए अपने दिल में छिपा प्रेम सार्वजनिक तौर पर दिखाएंगी. तो हिंदुस्तान के करोड़ों लोगों को ये बात बुरी लगेगी. लेकिन इस महिला ने संदेश दिया कि उसे किसी का डर नहीं. और इस कत्लेआम के बावजूद उसका पाकिस्तान प्रेम कम नहीं हुआ है. इस वीडियो में दूसरी महिला की बात भी आपने सुनी होगी. ये महिला कह रही है- अच्छा है, तो देखा नहीं जा रहा. झगड़ा होना ज़रूरी है.

'पाकिस्तान प्रेमी गैंग'

ये कौन लोग हैं? असल में ये 'पाकिस्तान प्रेमी गैंग' के सदस्य हैं. जो वैसे तो घरों में छिपे होते हैं. लेकिन कुछ मौकों पर इसी तरह, कैमरे पर पकड़े जाते हैं. जिसे हिंदुस्तान में पाकिस्तान के झंडे का अपमान बर्दाश्त नहीं. कर्नाटक के कलबुर्गी में पाकिस्तान के झंडे सड़क पर हिंदू कार्यकर्ताओं ने लगाए. कलबुर्गी पुलिस ने इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया गया कि हिंदू संगठनों ने इजाजत नहीं ली थी. बाद में सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ भी दिया गया. लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं. भारत में पाकिस्तान के झंडे सड़क पर चिपकाने के लिए क्या इजाज़त की जरूरत है. जब पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश दिखा रहा है. तो कलबुर्गी में आक्रोश दिखाने वालों को हिरासत में लेना कितना जायज है?

कैसे कैसे लोग हैं... कैसी मानसिकता है?

इस सवाल के बीच पाकिस्तान के झंडे के लिए आपने कलबुर्गी की दो महिलाओं के दर्द को देखा. जो पाकिस्तान के झंडे के अपमान पर तिलमिला गईं. ऐसे कई पाकिस्तान प्रेमी हिंदुस्तान में मौजूद हैं. लेकिन इन पाकिस्तान प्रेमियों को किसी और देश के झंडे के अपमान से फर्क नहीं पड़ता. हम आपको भारत की एक और तस्वीर के बारे में बताते हैं. जिसमें​ फिलिस्तीन के समर्थन के नाम पर सड़क पर इज़रायली झंडे चिपका दिए गए. तब किसी ने कोई आपत्ति जाहिर नहीं की. इज़रायल, भारत का मित्र देश है जिसने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की मदद की. लेकिन पाकिस्तान के झंडे को गले से लगाने वालों को इज़रायल के झंडे से कोई मोहब्बत नहीं है.

पाकिस्तान प्रेमी गैंग में कुछ लोग ऐसे हैं जिनके दिमाग का तापमान पाकिस्तानी झंडे के अपमान से बढ़ जाता है. तो कुछ ऐसे हैं जिनसे पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा सुना नहीं जाता.

दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के जयपुर में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश दिखाने पर तनाव फैल गया. सैकड़ों मुसलमान सड़कों पर निकल आए. जयपुर के जौहरी बाज़ार इलाके में शुक्रवार रात भारी तादात में लोग सड़कों पर विरोध करने उतरे. जमकर हंगामा हुआ. हंगामा जयपुर में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन के बाद किया गया. इस तनावपूर्ण माहौल की असली वजह क्या है. इसे समझना आपके लिए जरूरी है. क्योंकि कई बार एक गलत जानकारी तनाव की वजह बन जाती है. इसलिए ध्यान से पढ़िएगा.

जयपुर में क्या हुआ था?

शुक्रवार को जयपुर में बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक सभा रखी थी. सभा के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाज़ी हुई. पाकिस्तान का विरोध कर रहे विधायक बालमुकुंद और वहां पर मौजूद लोगों के हाथों में पोस्टर थे. इन पोस्टरों में पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद लिखा हुआ था. इसके अलावा एक पोस्टर में लिखा था- धर्म पूछकर ले ली जान... बदला मांगे हिंदुस्तान. प्रदर्शनकारियों के पास पाकिस्तान के झंडे और हाफिज़ सईद के पोस्टर वाला पुतला भी था. जिसे बाद में प्रदर्शनकारियों ने जला दिया.

कुछ देर बाद पाकिस्तान का विरोध करते हुए ये भीड़ मस्जिद के पास पहुंची. कुछ ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के पोस्टर मस्जिद की सीढ़ी पर लगा दिए. मस्जिद के पास भी पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारेबाज़ी हुई. जो कुछ लोगों को नागवार गुज़री. इसके बाद इस इलाके में हंगामा शुरू हो गया जो देर रात तक चलता रहा. हालात ऐसे हो गए कि पुलिस फोर्स भेजनी पड़ी. अभी भी इस इलाके में पुलिस बल तैनात है .

हवामहल से विधायक बाल मुकुंदाचार्य के मुताबिक वो मस्जिद के पास पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करने बड़ी उम्मीद से पहुंचे थे. वो सबके साथ मिलकर पाकिस्तान का विरोध करना चाहते थे. लेकिन मस्जिद के पास पाकिस्तान के खिलाफ पोस्टर और नारेबाज़ी से कुछ लोगों को आपत्ति हो गई. मस्जिद के सामने पाकिस्तान के खिलाफ नारे बर्दाश्त नहीं कर पाये. इसके बाद मस्जिद के पास सैकड़ों मुसलमानों की भीड़ जमा हो गई. सोशल मीडिया पर मस्जिद में पाकिस्तान विरोधी पोस्टरों को वायरल किया गया और इन पोस्टरों को भड़काऊ कहा गया. मतलब पाकिस्तान विरोधी पोस्टर को हमारे ही देश के कुछ लोगों ने भड़काऊ पोस्टर करार दे दिया. सोचिए ये सब हमारे देश में हो रहा है.

पाकिस्तान मुर्दाबाद से क्यों चिढ़े?

शुक्रवार को ही देश के मुसलमान बड़ी संख्या में पाकिस्तान का विरोध करने उतरे थे. पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में उन्होंने काली पट्टी बांधी थी. लेकिन जयपुर के चंद मुसलमानों को पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे चुभ गए. वैसे, इनके पास पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर शामिल होने का मौका था. मस्जिद से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया जा सकता था. देश के कई हिस्सों में मुसलमानों ने ऐसा किया भी है और हमने उसे दिखाया भी. लेकिन सड़क पर उतरे जयपुर के कुछ मुसलमानों ने ऐसा नहीं किया. उल्टे, पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ ही FIR दर्ज करा दी.

पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया  कि बालमुकुंद आचार्य ने मस्जिद के अंदर जाकर धार्मिक नारेबाज़ी की. जयश्रीराम के नारे लगाए. जयपुर पुलिस ने बालमुकुंद आचार्य पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का मामला भी दर्ज किया है. वीडियो में प्रदर्शन के दौरान भीड़ नारेबाज़ी करती दिखी. लेकिन अब तक मस्जिद के अंदर जाकर धार्मिक नारेबाज़ी का वीडियो नहीं मिला. बालमुकुंद ने भी इन आरोपों से इनकार किया.

पाकिस्तान के झंडे का नामोनिशान मिटा देना चाहिए

कलबुर्गी में ताल ठोककर पाकिस्तान का झंडा उठाया गया. जयपुर में पाकिस्तान विरोधी पोस्टर को भड़काऊ कहा गया. इसीलिए हम कहते हैं जो देश हिंदुस्तानियों का खून बहा रहा है. उसके झंडे का नामोनिशान देश में नहीं रहना चाहिए. पाकिस्तान ने शिमला समझौता रद्द किया. उससे पहले भारत में शिमला समझौते की मेज से पाकिस्तान का झंडा हटा दिया. ठीक इसी तरह पाकिस्तान के उच्चायोग से भी उसके मुल्क का झंडा हटाया जाना चाहिए. भारत में पाकिस्तान के झंडे को कहीं जगह नहीं मिलनी चाहिए . लेकिन जिस वक्त करोड़ों हिंदुस्तानियों का खून खौल रहा है. उस वक्त पाकिस्तान का झंडा थामने वालों पर देश क्या सोच रहा है. इस पाकिस्तान प्रेमी गैंग का इलाज कैसे हो. आपको आज हिंदुस्तान के मन की बात भी ध्यान से पढ़नी चाहिए.

आपने पाकिस्तान प्रेमी गैंग के खिलाफ हिंदुस्तान के लोगों का गुस्सा देखा. हिंदुस्तानी अब पाकिस्तान प्रेमियों को बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे. ऐसे लोगों को बर्दाश्त करना भी नहीं चाहिए. लेकिन भारत में पाकिस्तान प्रेमियों की कई वैरायटी है. आपको अब हर तरह के पाकिस्तान प्रेमियों को पहचानना चाहिए .

अटारी बॉर्डर पर कुछ भारतीय महिलाएं भारत सरकार को कोसती नज़र आईं. पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार ने जो फैसले लिए इन महिलाओं ने उनका खुलकर विरोध किया. इन महिलाओं की शादी पाकिस्तान में हुई है. उनके शौहर पाकिस्तानी हैं. लेकिन अब तक इन्होंने पाकिस्तान की नागरिकता नहीं ली है. इनमें से कई महिलाओं की शादी को 15 से 20 साल हो चुके हैं. इसके बावजूद वो हिंदुस्तान की नागरिकता नहीं छोड़ रहीं. पहलगाम अटैक के बाद भारत सरकार ने देश में मौजूद पाकिस्तानियों को 48 घंटे के अंदर देश छोड़ने का निर्देश दिया. इसलिए इनके शौहरों को पाकिस्तान जाना पड़ा. हिंदुस्तानी नागरिकता की वजह से इन महिलाओं को रोक दिया गया तो देशहित में भारत सरकार के फैसले के साथ खड़े होने के बजाय हंगामा करना शुरू कर दिया.

इन ​महिलाओं में कोई अपने आपको आधी पाकिस्तानी बता रही है. इनमें से कुछ नागरिकता नही मिलने का दोष पाकिस्तान को दे रही हैं. लेकिन जो कुछ ये महिलाएं नहीं बता रहीं वो हम आपको बताते हैं. ऐसे फायदे जिनकी वजह से शादियां पाकिस्तान में कर ली जाती हैं लेकिन हिंदुस्तान की नागरिकता नहीं छोड़ी जाती और बच्चे भी हिंदुस्तान में पैदा किए जाते हैं.

- भारत की इकोनॉमी 3.73 ट्रिलियन डॉलर  है जबकि पाकिस्तान की सिर्फ  375 अरब डॉलर. इस वजह से पाकिस्तान में रोज़गार के अवसर ना तो इन महिलाओं के लिए हैं. ना ही उनके बच्चों के लिए. इसलिए पाकिस्तान की नागरिकता लेने में देर लगाई जाती है.

- महिलाओं के अधिकार के मामले में भारत की रैंक 127 है. जबकि पाकिस्तान की रैंक 142 है. पाबंदियों की वजह से पाकिस्तान में महिलाएं बुरी स्थिति में हैं.

- स्वास्थ्य गुणवत्ता के मामले में भारत की रैंक 120 और पाकिस्तान की 160 है. किडनी ट्रांसप्लांट जैसी सुविधाएं तो पाकिस्तान में मौजूद ही नहीं. ऐसे में पाकिस्तान की नागरिकता लेने में हिंदुस्तानी महिला को कोई फायदा नहीं और अपने बच्चे का भविष्य भी उसे हिंदुस्तान में भी बेहतर नज़र आता है.

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