भारत के 'Water Bomb' से किस तरह तबाह होगा पाकिस्तान? समझिए 6 दरियाओं की रवानगी का गणित
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भारत के 'Water Bomb' से किस तरह तबाह होगा पाकिस्तान? समझिए 6 दरियाओं की रवानगी का गणित

DNA Analysis: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कई बड़े फैसले लिए हैं. पाकिस्तान 23 अप्रैल के बाद से पानी की टेंशन से जूझ रहा है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है.

भारत के 'Water Bomb' से किस तरह तबाह होगा पाकिस्तान? समझिए 6 दरियाओं की रवानगी का गणित

DNA Analysis: रहीम का एक मशहूर दोहा है, रहिमन पानी राखिए. बिन पानी सब सून मतलब बिना पानी दुनिया में सबकुछ सूना है. जरा सोचिए अगर आपके घर 24 घंटे के लिए पानी की सप्लाई रुक जाए तो आप परेशान होंगे. पाकिस्तान भी 23 अप्रैल के बाद से पानी की टेंशन से जूझ रहा है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है. इस वॉटर स्ट्राइक से पाकिस्तान का गला सूखने लगा है. पाकिस्तानी वजीरे-ए-आजम शहबाज़ शरीफ से लेकर विदेश मंत्री तक बिलबिला उठे है. इसे WATER WAR बताया जाने लगा है.

भारत सरकार ने भारत से होकर पाकिस्तान जाने वाली नदियों के पानी को रोकने की शुरूआत कर दी है. भारत ने चिनाब नदी का वाटर फ्लो रोकने के लिए सलाल डैम के दरवाज़े बंद कर दिए हैं. वाटर स्ट्राइक के पहले वार ने ही पाकिस्तान को पसीने-पसीने कर दिया है. पाकिस्तानी हुक्मरानों को डर है कि अगर मोदी सरकार ने भारत से पाकिस्तान जाने वाली सभी 6 नदियों का वॉटर फ्लो रोक दिया तो क्या हालात होंगे.  सिंधु नदी बेसिन में कुल 6 नदियां हैं. इसमें सिंधु, झेलम, चिनाब, रावी, ब्यास और सतलुज शामिल है.

सिंधु नदी अपने उद्धम स्थल तिब्बत के बोखार ग्लेशियर से अरब सागर तक 3180 किलोमीटर तक का सफर तय करती है. सतलुज, रावी, ब्यास, झेलम और चिनाब जैसी सहायक नदियों के साथ सिंधु नदी औसतन छह हजार क्यूसेक प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी अपने साथ ले जाती है. सिंधु नदी से हर साल लगभग 135 मिलियन एकड़ फीट पानी पाकिस्तान को मिलता है. सिंधु रिवर बेसिन के किनारे का इलाका करीब 11.2 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. पाकिस्तान में दस करोड़ से ज्यादा लोग सिंधु और उसकी सहायक नदियों पर निर्भर हैं.  भारत सरकार की तरफ से सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के साइड इफेक्ट, जमीन पर दिखने लगे हैं. पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो, सिंधु का पानी रोकने पर इतना बिलबिला गये कि दरिया में भारतीयों का खून बहाने की धमकी देने लगे.

पानी के लिए खून बहाने की धमकी..इंडस वॉटर ट्रीटी पर भारत की स्ट्राइक के बाद कुछ इसी अंदाज में पाकिस्तानी नेता और हुक्मरान, आग उगल रहे हैं. शायद उन्हें अगले कुछ दिनों में  पाकिस्तान पर आने वाली मुसीबत दिखने लगी है. सियालकोट से आ रही तस्वीरें इसी तरफ इशारा कर रही हैं. पाकिस्तान पर सिर्फ सूखा ही नहीं बल्कि बाढ़ का भी खतरा मंडराने लगा है. सोशल मीडिया पिछले 12 घंटे के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से जुड़े कुछ वीडियो वायरल हो रहे है. इन वीडियोज में दावा किया जा रहा है कि भारत की तरफ से उरी में मौजूद डैम के सभी गेट खोल दिए गए हैं. जिससे मुज़फ्फराबाद के डूबने का खतरा बढ़ गया है.

पाकिस्तान सैलाब और सूखे की डबल टेंशन में है..लिहाजा पाकिस्तानी हुक्मरान बिलबिला रहे है. पाकिस्तानियों के डरने की वजह वाजिब है. सिंधु समझौता स्थगित होने से पाकिस्तान पर क्या असर होगा, अब इसे समझिए पाकिस्तान की खेती, पीने का पानी और बिजली उत्पादन का बड़ा हिस्सा इसी पानी पर निर्भर है. पाकिस्तान में खेती की 90 प्रतिशत जमीन यानी 4.7 करोड़ एकड़ एरिया में सिंचाई के लिए पानी सिंधु और उससे जुडी दूसरी नदियों से मिलता है.

 

पाकिस्तान की कुल आमदनी में कृषि क्षेत्र का हिस्सा 23 फीसदी है और इससे 68 फीसदी ग्रामीण पाकिस्तानियों का जीवन यापन होता है. ऐसे में पाकिस्तान में आम लोगों के साथ-साथ वहां की बेहाल अर्थव्यवस्था और बदतर हो सकती है. पाकिस्तान के मंगला और तारबेला हाइड्रोपावर डैम को पानी नहीं मिल पाएगा. इससे पाकिस्तान के बिजली उत्पादन में 30 फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक की कमी आ सकती है. अगर बिजली उत्पादन 30 फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक कम होता है तो सीधे तौर पर इसका असर पाकिस्तान की इंडस्ट्री, पाकिस्तानी लोगों के जीवन और रोजगार पर होगा.

यही वजह है कि भारत के पानी रोकने के ऐलान से पाकिस्तान में शोर मच गया है. पाकिस्तानी नेताओं का ब्लड प्रेशर बढ़ गया है. वैसे आपको बता दें कि पाकिस्तान के ज्यादातर नेता सिर्फ मानसिक तौर पर ही नही शारीरिक तौर पर भी बहुत कमजोर हैं. पाकिस्तानी पीएम शहबाज़ शरीफ हो या फिर राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, या फिर पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो, पाकिस्तान की टॉप लीडरशिप पहले से ही बीमार है. पाकिस्तान की ये बीमार लीडरशिप आखिर भारत से क्या लड़ पाएगी.

पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी कमर दर्द से जूझते रहे हैं.उन्हें सांस लेने में भी परेशानी होती है।इसके अलावा पेट दर्द और लगातार बुखार की भी शिकायत रहती है. पाकिस्तानी मीडिया में किए जा रहे दावों के मुताबिक बिलावल भुट्टो का वजन भी तेजी से कम हुआ है. इसकी वजह है डायबिटीज. रिपोर्ट्स के मुताबिक बिलावल ने इंसुलिन का इस्तेमाल शुरू कर दिया है, जिससे उनका वजन तेजी से कम हुआ है. यानी बिलावल का बस. अपने वजन पर नहीं चल रहा है और ये जनाब. भारत को धमकी दे रहे हैं. खून का दरिया बहाने की बात कर रहे हैं. एक बार फिर हम आपको बिलावल का वो बयान सुनाते हैं. जिसमें गंभीरता कम, एंटरटेनमेंट ज्यादा है.

लाहौर की स्पेशल कोर्ट में 15 मई 2022 में सौंपे गए एफिडेविट के मुताबिक पाकिस्तानी पीएम शहबाज़, कैंसर सर्वाइवर होने के साथ-साथ पीठ दर्द समेत कई दूसरी बीमारियों के मरीज हैं और लगता है भारत की वॉटर स्ट्राइक ने शहबाज़ शरीफ का ब्लड प्रेशर और बढ़ा दिया है. शहबाज़ हो या बिलावल सब भारत के खिलाफ नफरत उगल रहे हैं. सिंधु जल समझौते को लेकर, खुद को पाकिस्तानी अवाम का हमदर्द दिखाने की होड शुरू हो गई लगती है. इस होड में हर पाकिस्तानी नेता दूसरे से आगे निकलने की कोशिश में है. बिलावल भुट्टो, सिंधु के पानी को लेकर ठीक वही भाषा बोल रहे हैं जैसी गीदड़भभकी कभी आतंकी हाफिज सईद देता था दोनों की भाषा एक है. 

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