DNA Analysis iN Hindi: देश में सनातन पुर्नजागरण का दौर जारी है. वर्षों पहले कन्वर्ट हो चुके मुस्लिम भी अब सनातनी बन रहे हैं. ऐसे ही दो बड़े नाम हैं शहनाज अख्तर और सैयद हसन रजा. क्या आप इन दोनों की कहानी जानते हैं.
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DNA on Syed Hasan Raza and Shahnaz Akhtar: अंग्रेजी में एक शब्द होता है oxymoron. जिसका अर्थ होता है, एक ऐसा वाक्यांश जिसके दोनों शब्द विपरीत अर्थ वाले हों. इसी तरह का पर्यायवाची शब्द है, सनातनी मुसलमान. जी हां एक ऐसा मुसलमान जो सनातनी हो. आज हम आपको दो ऐस लोगों से मिलवाएं जिनके नाम से ये आपको मुसलमान लगेंगे लेकिन ये हैं सनातनी. इनमें पहला नाम है शहनाज अख्तर. इनकी पहचान भक्ति गीतों की वजह से है. वैसे तो ये मुसलमान हैं. लेकिन खुद को सनातनी कहती हैं.
मुसलमान होने के साथ ही ज्योतिषाचार्य भी
दूसरे सनातनी मुसलमान का नाम सैयद हसन रजा है. ये मुसलमान होने के साथ ही एक ज्योतिषाचार्य भी हैं. ये कोई आम ज्योतिषाचार्य नहीं हैं बल्कि 1000 से ज्यादा कुंडलियां बना चुके हैं. ये मुसलमान सनातनी कैसे बने. इनके सनातनी बनने का सफर कैसा रहा. आइए जानते हैं.
मुख पर राम का नाम और भक्ति में रमी हुई. सनातनी चोला, सनातनी बोली. नाम भले ही शहनाज अख्तर हो. लेकिन इनकी पहचान आज एक सनातनी भक्ति गायिका के रूप में है. शहनाज अख्तर भक्ति म्यूजिक इंडस्ट्री में एक जाना माना चेहरा है. सालों से भक्ति गीतें गा रही हैं और इस सफर में शहनाज सनातनी बन गईं.
मुस्लिम परिवार में जन्मी भजन गायिका
शहनाज मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में एक मुस्लिम परिवार के घर जन्मी हैं. लेकिन वो भगवा वस्त्र पहनती हैं और भजन कीर्तन करती हैं. शहनाज बीते तीन दशक से देवी देवताओं के भजन गा रही हैं. शायद यही वजह है कि शहनाज अख्तर अकसर कट्टरपंथियों के निशाने पर आती हैं. उन्हें तरह तरह की धमकियां मिलती रहती हैं. लेकिन सनातन के अपने सफर में अडिग शहनाज ने एक बार फिर अपने हेटर्स को जवाब दिया है.
शहनाज अख्तर का कहना है, 'मैंने भी कह दिया कि यदि मैं भजन-कीर्तन करने से नर्क में जाऊंगी तो तुम्हारे लिए कौन सी जन्नत पेश कर रखी है. पहले भी नहीं डरे और आगे भी नहीं डरूंगी.' एक तरफ तो हैं सनातनी शहनाज अख्तर तो भक्ति गीतों से सब का दिल जीत रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ हैं ज्योतिषाचार्य सैयद हसन रजा.
हिंदू-मुस्लिम, दोनों की बना रहे कुंडली
बनारस के लोग अब अलग अलग आचार्यों के साथ साथ ज्योतिषाचार्य सैयद हसन रजा से भी कुंडली बनवाने पहुंच रहे हैं. सैयद रजा गृहों की दशा को देखते हुए 1000 लोगों की कुंडली अभी तक बना भी चुके हैं. सैयद हसन रजा ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से ज्योतिषाचार्य की बढ़ाई की है. डिप्लोमा करने के बाद वो हिंदू और मुस्लिम दोनों समाज के लोगों की कुंडलियां बना रहे हैं.
सवाल उठता है कि आखिर उन्हें ज्योतिष शास्त्र सीखने की प्रेरण मिली कहां से. सनातन ज्ञान का एक अथक सागर माना जाता है. जिसमें सदियों से चली आ रही ज्ञान की धाराएं समाहित हैं. शायद यही वजह है कि देश के मुसलमान भी सनातन की ओर खिंचे चले आ रहे हैं.