DNA Amir Khan Muttaqi India visit news: तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी अपनी भारत यात्रा पर दिल्ली पहुंच चुके हैं. लेकिन इस दौरे के साथ ही पाकिस्तान के पेट में मरोड़ शुरू हो चुकी है. आखिर उसे किस बात का डर सता रहा है.
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Taliban Foreign Minister Amir Khan Muttaqi India visit news: आज हम आपको सामने पाकिस्तान की बड़ी टेंशन का विश्लेषण करने जा रहे हैं. इस टेंशन की वजह है अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी का भारत दौरा, जो गुरुवार से शुरु हो चुका है. इस दौरे से पाकिस्तान क्यों परेशान है. इसकी पूरी डीटेल्स हम आपको बताएंगे. उससे पहले आपको तालिबान के विदेश मंत्री की भारत यात्रा से जुड़ी अहम जानकारियां देते हैं.
आमिर खान मुत्ताकी इस समय दिल्ली में हैं. 16 अक्टूबर तक वो भारत में रहेंगे.10 अक्टूबर को मुत्ताकी विदेशमंत्री एस जयशंकर से मिलेंगे. 11 से 13 अक्टूबर के बीच भारत में रह रहे अफगान नागरिकों से मिलेंगे. 14 और 15 अक्टूबर को मुत्ताकी सांस्कृतिक आदान प्रदान से जुड़े आयोजनों का हिस्सा बनेंगे.
मुत्ताकी की भारत यात्रा से पाकिस्तान क्यों परेशान?
मुत्ताकी की इस भारत यात्रा की पाकिस्तान में लगातार चर्चा हो रही है. इन चर्चाओं में सबसे ज्यादा जिक्र हो रहा है भारत दौरे की टाइमिंग का. तालिबान के विदेश मंत्री ऐसे समय में भारत आए हैं, जब पाकिस्तान का भारत और अफगानिस्तान दोनों देशों से तनाव चरम पर पहुंचता जा रहा है. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बॉर्डर पर टकराव हो रहे हैं. अफगान शरणार्थियों की वजह से भी तालिबान की सरकार पाकिस्तान से नाराज है. ऐसे में पाकिस्तान को लग रहा है कि अफगानिस्तान को भारत से मदद मिल सकती है.
#DNAWithRahulSinha : भारत में अफगान विदेशमंत्री अमीर खान मुत्तकी, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में विदेशमंत्री हैं, 9 से 16 अक्टूबर तक भारत में रहेंगे मुत्तकी, विदेशमंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की संभावना#DNA #Pakistan #Afghanistan #AmirKhanMuttaqi #IndiaVisit | @RahulSinhaTV pic.twitter.com/CH8oeXIVpw
— Zee News (@ZeeNews) October 9, 2025
अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा का निष्कर्ष क्या निकलेगा. ये 16 अक्टूबर को पता चल जाएगा. लेकिन मुत्ताकी की भारत यात्रा में एक दिलचस्प पहलू भी जुड़ा है.ये पहलू है, मुत्ताकी का देवबंद दौरा. बताया जा रहा है कि आधिकारिक मुलाकातों के बीच अफगान विदेश मंत्री देवबंद में स्थित दारुल उलूम देवबंद मदरसे में भी जाएंगे. अब सवाल है, आखिर तालिबान के विदेश मंत्री देवबंद क्यों जाएंगे? अब हम आपको..अफगानिस्तान और इस मदरसे का सालों पुराना कनेक्शन बताने जा रहे हैं.
देवबंद से हक्कानिया मदरसा से क्या है संबंध?
दरअसल पश्तून बहुल खैबर पख्तून्ख्वा में जो दारूल उलूम हक्कानिया मदरसा है. उसे दारूल उलूम देवबंद की तर्ज पर ही बनाया गया था. दारूल उलूम हक्कानिया के संस्थापक मौलाना अब्दुल हक ने भी देवबंद के इसी मदरसे में पढ़ाई की थी. इतना ही नहीं तालिबान के कई बड़े कमांडर दारूल उलूम हक्कानिया से ही निकले हैं. इसी वजह से तालिबान के कमांडर दारूल उलूम देवबंद को सम्मान की दृष्टि से देखते हैं.
अफगान विदेशमंत्री के आगमन का दारूल उलूम देवबंद को भी इंतजार है. आमिर खान मुत्ताकी को लेकर देवंबद के इस मदरसे में भी हलचल है.
अफगानिस्तान के 'असली' झंडे को लेकर टेंशन
मुत्ताकी के भारत दौरे को लेकर एक दुविधा कूटनीतिक हलकों में भी है. ये दुविधा जुड़ी है दूतावास के झंडे से. दरअसल भारत ने अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार को अब तक मान्यता नहीं दी है. इसी वजह से दिल्ली के अफगान दूतावास में अब तक अफगानिस्तान का पुराना झंडा ही फहराया जाता है. अब मुत्ताकी जब दिल्ली स्थित दूतावास जाएंगे तो उन्हें वहां तालिबान के इस्लामिक अमीरात का नहीं बल्कि रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान का ही झंडा दिखेगा.
हो सकता है कि दूतावास पर झंडे जैसे मुद्दे को अफगान विदेशमंत्री दरकिनार भी कर दें क्योंकि पाकिस्तान से बढ़ते खतरे और अफगानिस्तान के विकास के लिए तालिबान को भारत की जरूरत है. अगर तालिबान का झुकाव भारत की तरफ बढ़ा तो ये पाकिस्तान को हमेशा के लिए अलर्ट मोड में रहने के लिए मजबूर कर देगा.