Trending Photos
पहलगाम में हुए घातक हमले के बाद देश के कई मशहूर हस्तियों ने पहलगाम पहुंचकर लोगों के एकजुटता का संदेश दिया है. इन लोगों ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि आतंकवादियों को जीतने न दें और कश्मीर आना बंद न करें. पहलगाम हमले ने देश के सभी लोगों और खासकर कश्मीर में मौजूद या कश्मीर की योजना बना रहे पर्यटकों को झकझोर कर रख दिया है. ऐसे में खबरों के मुताबिक करीब 90 फीसदी पर्यटकों ने कश्मीर आने से मना कर दिया है. अगर वाकई ऐसा होता तो ये उन आतंकवादियों के लिए जीत की स्थिति बन जाती जो देश को दो धर्मों में बांटना चाहते थे.
मुंबई टू कश्मीर
इन गणमान्य व्यक्तियों में एक हैं बॉलीवुड के मशहूर निर्माता अभिनेता अतुल कुलकर्णी, जो सीधे मुंबई से कश्मीर पहुंचे और 'चलो कश्मीर' का संदेश देने के लिए पहलगाम पहुंचे. उन्होंने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से मुलाकात की और संदेश दिया कि आतंकवादियों को जीतने न दें और कश्मीर आना बंद न करें. उन्होंने ज़ी न्यूज़ से कहा, 'सभी कश्मीरी आतंकवादी नहीं हैं. एक बूढ़े व्यक्ति ने मुझे बताया कि मैं पिछले 40 सालों से पर्यटकों की सेवा कर रहा हूं, लेकिन इस बार मेरी आंखों से खून बह रहा है.'
प्रसिद्ध अभिनेता ने अपनी पोस्ट की गई तस्वीरों में कश्मीर यात्रा के कई पलों को साझा किया. कुलकर्णी ने कहा, अब समय आ गया है कि हम विभाजित न हों, और हम सभी को भारत से कश्मीर आना चाहिए और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए.
उन्होंने कश्मीर से बाहर रहने वाले कश्मीरियों के उत्पीड़न की भी निंदा करते हुए कहा हमें उन आतंकवादियों को हमें विभाजित करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए, हमें एक रहना चाहिए और उनसे लड़ना चाहिए.
सदमें में लोग
श्रीनगर में पहलगाम के बाद अतुल ने कहा, 'पर्यटक व्यवसाय करने वाले लोग सदमे में हैं, उन्होंने इस साल के लिए बड़ी योजनाएँ बनाई होंगी और सब बर्बाद हो गया है, इसलिए हमें समय की आवश्यकता को समझना चाहिए और कश्मीर आना बंद नहीं करना चाहिए, यही आतंकवाद को हमारा सामूहिक जवाब होगा. हमें इस हमले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह पर्यटकों पर हमला नहीं है, यह भारत के 1 करोड़ 40 लाख लोगों पर हमला है और हमें उन्हें हराना है.
अतुल यहां सिर्फ़ कश्मीरी लोगों का मनोबल बढ़ाने आए थे. उन्होंने उन सैलानियों को भी सलाम किया जो हमले के बावजूद कश्मीर में रहे और हमले के बाद कश्मीर आए उन्होंने कहा, मैं उन सब लोगों को सलाम करता हूं जो इतने बड़े हमले के बावजूद यहां रहे और देश को यह संदेश दिया कि कश्मीर सुरक्षित है.