COVID-19 महामारी से लड़ने के लिए डीआरडीओ ने किए 2 नए आविष्कार, करेंगे ये मुश्किल काम
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COVID-19 महामारी से लड़ने के लिए डीआरडीओ ने किए 2 नए आविष्कार, करेंगे ये मुश्किल काम

दिल्ली स्थित DRDO के विस्फोटक एवं पर्यावरण सुरक्षा केंद्र (सीएफईईएस) ने एक ऑटोमेटिक झाग आधारित सैनिटाइजर मशीन बनाई है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के संकट से निपटने के लिए भारत की क्षमता में वृद्धि करते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने दो और उपकरणों का निर्माण किया है, जिसमें एक ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन शामिल है. DRDO के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दूसरा उपकरण एक पराबैंगनी सैनिटाइजेशन बॉक्स है.

  1. DRDO ने ऑटोमेटिक झाग आधारित सैनिटाइजर मशीन बनाई है
  2. मशीन से अपने आप सैनिटाइजर निकलेगा
  3. मोबाइल फोन, टैबलेट, फाइल के कवर जैसे सामानों को सैनिटाइज करेगा

DRDO ने कहा कि COVID-19 महामारी से लड़ने की दिशा में DRDO ने अपनी तकनीकी दक्षता और अनुभव से कई उपकरणों का निर्माण किया है और इसी क्रम में सार्वजनिक स्थलों पर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दो और उत्पाद बनाए गए हैं.

बता दें कि दिल्ली स्थित DRDO के विस्फोटक एवं पर्यावरण सुरक्षा केंद्र (सीएफईईएस) ने एक ऑटोमेटिक झाग आधारित सैनिटाइजर मशीन बनाई है. जिसे छूने की आवश्यकता नहीं होगी.

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मशीन से अपने आप अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर निकलेगा जिसे हाथ पर लगाया जा सकेगा. इस मशीन का इस्तेमाल कार्यालय परिसरों और इमारतों में प्रवेश करने से पहले किया जा सकेगा.

DRDO की दो अन्य प्रयोगशालाओं के सहयोग से पराबैंगनी प्रकाश से सैनिटाइजेशन करने वाला उपकरण बनाया गया है. इस बक्से के प्रयोग से मोबाइल फोन, टैबलेट, बटुआ, मुद्रा, फाइल के कवर इत्यादि जैसी छोटे सामान को सैनिटाइज किया जा सकेगा.

(इनपुट- पीटीआई)

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