चुनाव आयोग का जम्‍मू-कश्‍मीर के दौरे पर, तैयारि‍यों का लिया जायजा
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चुनाव आयोग का जम्‍मू-कश्‍मीर के दौरे पर, तैयारि‍यों का लिया जायजा

चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में चुनाव आयोग का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर पहुंचा. चुनाव आयोग की टीम ने कश्मीर घाटी के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चुनावों के बारे में राय लेने के लिए उनसे बैठक की. बैठक के दौरान चुनाव आयुक्त, जम्मू-कश्मीर की कई बड़ी राजनैत‍िक दलों से बैठक की.

photo : IANS

श्रीनगर: चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में चुनाव आयोग का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर पहुंचा. चुनाव आयोग की टीम ने कश्मीर घाटी के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चुनावों के बारे में राय लेने के लिए उनसे बैठक की. बैठक के दौरान चुनाव आयुक्त, जम्मू-कश्मीर की कई बड़ी राजनैत‍िक दलों से बैठक की.

नेशनल कॉन्फ़्रेन्स (नेकां) के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी महासचिव अली मोहम्मद सागर ने किया. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी ने किया. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पार्टी के वरिष्ठ नेता ताज मोहूदीन ने किया. इस के अलावा CPI(M), PDF, DPN दलों के लोगों ने भी चुनाव आयोग की टीम ने भी बैठक में हिस्‍सा लिया.

राजनीतिक दलों ने एक सुर में कहा कि राज्य में चुनाव जल्‍द से जल्द होने चाहिए, ताकि लोकतंत्र बहाल हो. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ताज मोहिउद्दीन के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने श्रीनगर में चुनाव आयोग से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि “पार्टी एक साथ विधानसभा और संसदीय चुनाव चाहती है और स्थिति वैसी ही है, जैसी 1996, 2008 या 2014 में थी और चुनाव हुए थे.

महासचिव अली मोहम्मद सागर के नेतृत्व में नेशनल कॉन्फ़्रेन्स प्रतिनिधिमंडल ने ईसीआई टीम से मुलाकात की. सागर ने कहा कि पार्टी लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी चाहती है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता दांव पर है और लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए. विधानसभा चुनाव आवश्यक हैं क्योंकि राज्यपाल प्रशासन कश्‍मीर के संवैधानिक प्रावधानों को छेड़ रहे है. जमाते इस्लामी पर प्रतिबंध एक संकेत हैं कि विधानसभा चुनाव और नए सरकार क्यों आवश्यक हैं.

पीडीपी के प्रतिनिधिमंडल के नेतृत्व वाली पार्टी उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान वीरी ने ईसीआई टीम से मुलाकात के बाद कहा, “राज्यपाल शासन अस्थायी है. लोकतंत्र को बहाल करने के लिए निष्पक्ष चुनाव होने चाहिए. लोग एक नागरिक सरकार चाहते हैं ताकि उनके मुद्दों का समाधान हो. चुनी हुई सरकार का कोई विकल्प नहीं है. हमने चुनाव आयोग को अपना प्‍वाइंट ऑफ व्यू दिया है कि चुनाव होने चाहिए. हमने यह भी सवाल उठाया कि हमारे कई नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों की सुरक्षा हटा दी गई है, जो हमारे लिए चिंता का विषय है.

ECI टीम ने राजनीतिक दलों के अलावा कश्मीर के प्रशासन के सभी आला अधिकारियों के साथ-साथ सभी सुरक्षा एजेंसियों से भी बैठक की और उनके सुझाव सुने. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और पुलिस प्रशासन के विभिन्न विभागों की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा की. आयोग ने राज्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए जोर दिया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों द्वारा किए गए खर्च को किसी भी अवैधता को रोकने के लिए निगरानी की जाए.

ईसीआई की टीम आज शाम जम्मू के लिए रवाना हो गई जहां वे कल इसी तरह का अभ्यास करेंगे. इसके अलावा, ईसीआई टीम मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम और डीजीपी दिलबाग सिंह के साथ शीतकालीन राजधानी में अलग से बैठक करेगी. ईसीआई टीम का दौरा अपना दौरा ख़त्म करने से पहले कल शाम जम्मू में एक प्रेस कॉन्फ़्रेन्स को भी संबोधित करना है.

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