ईडी ने केरल और तमिलनाडु में 17 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (फेमा) के उल्लंघन और लग्जरी कार तस्करी से जुड़ी हुई है.
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), 1999 के तहत 8 अक्टूबर 2025 को केरल और तमिलनाडु में 17 जगहों पर छापेमारी की. ये कार्रवाई भूटान से महंगी विदेशी गाड़ियों की गैरकानूनी इंपोर्ट और उससे जुड़ी हवाला जैसी विदेशी मुद्रा लेन-देन के मामले में की गई. ED की शुरुआती जांच में कोयंबटूर के शाइन मोटर्स नाम की फर्म के पार्टनर साथिक बाशा और इमरान खान का नाम सामने आया. दोनों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) बनवाकर भूटान से सेकंड हैंड गाड़ियां मंगाईं और उनकी पेमेंट अनऑथराइज्ड चैनलों से की.
OLX के जरिए की गई स्पेयर पार्ट्स की बिक्री
जानकारी के अनुसार, छापे कोच्चि, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम, कोट्टायम, कोयंबटूर और चेन्नई में एक साथ मारे गए. इन जगहों से कई अहम दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, गाड़ियों के कागज और पेमेंट रिकॉर्ड बरामद किए गए हैं. पूछताछ में साथिक बाशा और इमरान खान ने स्वीकार किया कि उन्होंने 2023-24 के बीच करीब 16 गाड़ियां भूटान से खरीदीं, जिनकी सप्लाई एक भूटानी बिचौलिए शा किनले (पूर्व सैनिक) के जरिए हुई. ये गाड़ियां जयगांव बॉर्डर से भारत लाई गईं, और बिना कस्टम ड्यूटी दिए कोलकाता, भुवनेश्वर और चेन्नई के रास्ते कोयंबटूर पहुंचाई गईं. वहां गाड़ियों को खोलकर (dismantle करके) स्पेयर पार्ट्स के रूप में बेच दिया गया. बिक्री ऑनलाइन प्लेटफॉर्म OLX और अन्य साइट्स के जरिए हुई, और पेमेंट या तो नकद में या निजी खातों में लिए गए.
ED ने बताया कि इनके किसी भी फर्म के पास न तो Import-Export Code (IEC) था और न ही वैध टैक्स इनवॉइस बनाए गए थे. छापों में फर्जी NOC, व्हाट्सऐप चैट्स, बैंक डिटेल्स और खरीदारों की लिस्ट भी बरामद की गई है. कई गैराज और वर्कशॉप में भूटान से आई गाड़ियों के पार्ट्स मिले हैं. जांच में FEMA की धारा 3, 4 और 8 के तहत विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन के सबूत मिले हैं. ED अब जब्त किए गए दस्तावेजों का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही है ताकि पैसों की पूरी ट्रेल और विदेशी खातों से जुड़ी जानकारी का पता लगाया जा सके. एजेंसी इस मामले में कस्टम, राज्य आरटीओ और अन्य विभागों के साथ मिलकर आगे की कार्रवाई कर रही है. ED का कहना है कि इस ऑपरेशन से एक ऐसा नेटवर्क बेनकाब हुआ है जो खुले बॉर्डर और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर टैक्स चोरी और अवैध विदेशी मुद्रा लेन-देन कर रहा था. एजेंसी ने कहा कि वह ऐसे हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और सीमा पार तस्करी के नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी.