कश्मीर में हलचल, अमेरिकी सेना की अफगानिस्तान से वापसी का असर
आतंकी संगठन `PFF` के कुछ आतंकियों (Terrorists) ने हथियार (Weapons) लेकर कुछ तस्वीरें अपलोड (Upload) की हैं. दावा किया जा रहा है कि इन हथियारों का इस्तेमाल भारतीय सेना (Indian Army) के खिलाफ हुए हमले में किया गया है जिसमें भारतीय सेना के 9 जवान शहीद हो गए थे.
नई दिल्ली: अमेरिकी सेना (US Army) की अफगानिस्तान (Afghanistan) से वापसी का असर कश्मीर (Kashmir) में देखा गया. स्थानीय कश्मीरी आतंकी संगठन (Local Kashmiri Terrorist Organization) 'People's Anti-Fascist Front' के वायरल हुए एक वीडियो में स्थानीय आतंकवादियों को अमेरिकी सेना द्वारा अफगानिस्तान में छोड़े गए अमेरिकी निर्मित (Manufactured by America) हथियारों और गोला-बारूद का उपयोग करते हुए देखा जा सकता है.
PFF के वायरल वीडियो से हुआ बड़ा खुलासा
पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फोर्स (PFF) कश्मीर स्थित आतंकी समूह द्वारा जारी एक वीडियो में आतंकवादी लेटेस्ट अमेरिकी निर्मित हथियारों का उपयोग करते हुए देखे गए हैं. आतंकी समूह ने हथियार लेकर कुछ तस्वीरें भी अपलोड की हैं और उनका दावा है कि उन्होंने इसका इस्तेमाल भारतीय सेना के खिलाफ हाल ही में हुए हमले में किया है जिसमें भारतीय सेना के 9 जवान शहीद हो गए थे. सुरक्षा विशेषज्ञों की पहचान के मुताबिक आतंकवादियों को M249 Automatic Rifles, 509 Tactical Gun, M1911 Pistol और M4 Carbine Rifle का इस्तेमाल करते हुए देखा जा सकता है. आपको बता दें कि इन सभी हथियारों का इस्तेमाल अमेरिकी सेना भी कर रही है.
रक्षा विशेषज्ञों ने दिया था संकेत
रक्षा विशेषज्ञों (Defense Experts) ने पहले ही संकेत दिया था कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का कश्मीर की स्थिति पर असर पड़ेगा. अब जब ये हथियार कश्मीर तक पहुंच गए हैं तो ये इस बात का संकेत है कि आतंकवादियों को कश्मीर में अमेरिकी निर्मित अत्याधुनिक हथियार मिल रहे हैं जो अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना द्वारा छोड़े गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि अमेरिकी सैनिकों ने जब अफगानिस्तान छोड़ा तो 80 Million US Dollars के हथियार छोड़ गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक छह लाख से ज्यादा अत्याधुनिक छोटे हथियार जैसे Rifle, Machine Gun, Pistol, Grenade Launcher और RPG के अलावा Surveillance Equipment, Radio System, Drone, Night Vision Goggles भी इन सब में शामिल हैं.
ये भी पढें: भारत के खिलाफ फिर बड़ी साजिश रच रहा है पाकिस्तान, खुफिया एजेंसियों ने किया अलर्ट
पाकिस्तान की साजिश
रक्षा विशेषज्ञ कहते हैं, 'तालिबान (Taliban) ने अब अपनी अर्थव्यवस्था (Economy) को मजबूत बनाने के लिए काबुल (Kabul) और उसके आस-पास के इलाकों में सभी हथियारों को खुली बिक्री पर रख दिया है जिसे पाकिस्तान (Pakistan) के ISI और चीन ने खरीदा है. पाकिस्तान इसे जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी समूहों (Terrorist Groups) को प्रदान करता है और चीनी रक्षा इंजीनियर तकनीक (Chinese Defense Engineer Tech) प्राप्त करने के लिए उनका उपयोग करता है.'
रक्षा विशेषज्ञ की राय
Defense Specialist Rtd. Brigadier अनिल गुप्ता ने कहा, 'एक ऐतिहासिक घटना पड़ोसी अफगानिस्तान में हुई जब अमेरिका ने अफगान नेशनल आर्मी (Afghan National Army) के हाथों में बड़ी मात्रा में नवीनतम हथियार और गोला-बारूद छोड़कर अपने सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया, इस उम्मीद के तहत कि वे तालिबान के खिलाफ खड़े होंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अफगान सेना ताश के पत्तों की तरह गिर गई. जिसके बाद अधिकांश रैंक के अधिकारियों ने अपनी इकाइयों या पदों को हथियारों के साथ छोड़ दिया. इनमें तालिबान द्वारा कब्जा किए गए कुछ लोगों सहित अफगानिस्तान में हथियारों के बाजार और पड़ोसी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अपना रास्ता खोज लिया.'
ये भी पढें: दिल्ली दंगों में पहली सजा का ऐलान, दोषी को मिली 5 साल की जेल
हथियार खुले बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध
उन्होंने आगे बताया, 'इस प्रकार ये हथियार अब खुले बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध थे. भारत में सक्रिय आतंकी समूहों के आका नार्को-टेरर (Narco-Terror) से प्राप्त धन का उपयोग इन हथियारों को खरीदने और ड्रोन और सीमा पार तस्करी (Cross Border Smuggling) का उपयोग करके आतंकवादी समूह की आपूर्ति करने के लिए करते थे. इसने एक बार फिर कश्मीर में आतंकी समीकरण (Terrorist Equation) को बदल कर रख दिया है. हाल ही में अमेरिका निर्मित Assault Rifles के साथ कुछ विदेशी आतंकवादियों का पकड़ा जाना सुरक्षाबलों के लिए चिंता का विषय बन गया है. ऐसे हथियार उन आतंकवादियों को बढ़त प्रदान करते हैं.'
दक्षिण कश्मीर में मारे गए आतंकवादी
हाल ही में दक्षिण कश्मीर में मारे गए आतंकवादी के पास से सेना द्वारा अमेरिकी निर्मित घातक M4 Carbine Rifles बरामद की गई हैं. जम्मू-कश्मीर घाटी (Jammu and Kashmir Valley) में सुरक्षाबलों (Security Forces) के लिए अत्याधुनिक हथियार एक नई और बड़ी चुनौती है. इसलिए अब भारतीय सेना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस को आतंकवादियों का मुकाबला करने के लिए यूएस निर्मित Sig Sauer 716 Rifles और Sig Sauer MPX 9mm Pistol मिल रही है.
LIVE TV