चुनावा आयोग ने इंटरव्यू दिखाने वाले चैनलों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है
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नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा के दुसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले राहुल गांधी के कुछ न्यूज चैनलों को दिए इंटरव्यू पर बवाल खड़ा हो गया है. चुनावा आयोग ने इंटरव्यू दिखाने वाले चैनलों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को 18 दिसंबर, शाम पांच बजे तक इस बात का जवाब देने को कहा है कि चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में उनके ख़िलाफ़ क्यों न उचित कार्रवाई की जाए. आयोग ने कहा है कि अगर राहुल गांधी निर्धारित समय तक अपना जवाब नहीं देते हैं तो चुनाव आयोग इस मामले में उचित फ़ैसला लेगा.
बीजेपी ने उठाए थे इंटरव्यू पर सवाल
भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी का इंटरव्यू गुजरात चुनाव में हार के भय से हताशा में उठाया गया कदम है और उन्होंने राज्य में अंतिम चरण के मतदान से एक दिन पहले मीडिया को साक्षात्कार देकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का काम किया है. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने कहा कि इन साक्षात्कारों पर चुनाव आयोग को संज्ञान लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जैसा कि राहुल गांधी ने कहा है, गुजरात में लहर है....लेकिन यह कांग्रेस के खिलाफ है और भाजपा को 182 सीटों में सं 150 सीटों पर जीत हासिल होगी. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम 18 दिसंबर को घोषित होंगे.
गोयल ने कहा कि कांग्रेस काफी डर गई है और राहुल गांधी अपना चेहरा बचाने के लिये हताश हो गए हैं . इसलिए उन्होंने आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया और साक्षात्कार दिया . हम समझते हैं कि चुनाव के लिये अंतिम चरण के मतदान से 48 घंटे पहले ऐसे साक्षात्कार की अनुमति नहीं दी जा सकती है . हमने ऐसा साक्षात्कार कभी नहीं दिया .
कांग्रेस ने कहा पीएम मोदी और अन्य नेताओं पर दर्ज हो FIR
बुधवार शाम दिल्ली में कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के कार्यालय पहुंचा. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन किया है. पीएम ने कांग्रेस पर हमला करने के लिए फिक्की के प्लैटफॉर्म का दुरुपयोग किया, चुनाव आयोग को निष्पक्ष रहना चाहिए.'
Congress delegation reaches Election Commission office in Delhi, says 'PM Modi, BJP President Amit Shah, FM Arun Jaitley & RM Piyush Goyal have violated Model Code of Conduct again & again. PM misused the FICCI platform to attack Cong, EC should stay unbiased'. pic.twitter.com/I5REneD7ZF
— ANI (@ANI) December 13, 2017
कांग्रेस नेता रनदीप सुरजेवाला ने कहा, '2014 चुनाव में मतदान के दिन मोदी जी ने बीजेपी का चुनाव चिन्ह तक दिखा दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने कार्रवाई नहीं की. गुजरात चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले बीजेपी ने प्रेस क्रॉन्फ्रेंस की थी. यह दोहरी नीति नहीं चलेगी, प्रेस की बजाए पीएम मोदी और अन्य बीजेपी नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज होनी चाहिए'
In 2014 elections, Modi Ji even showed BJP symbol on voting day but EC didn't act.BJP held a PC just before 1st phase of Gujarat election. These double standards won't work & 1st FIR should be filed against PM Modi & other BJP leaders instead of Press: Randeep Surjewala, Congress pic.twitter.com/xyhLMLP1Jp
— ANI (@ANI) December 13, 2017
इससे पहले कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी का इंटरव्यू प्रसारित करने को लेकर गुजरात के पत्रकारों को धमकी दे रही है. कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग (ईसी) से इस मामले को संज्ञान में लेने का आग्रह किया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कुछ पत्रकारों को राज्य भाजपा के बड़े कार्यकर्ताओं से धमकी मिल रही है, जो कि मीडियाकर्मियों से कह रहे हैं कि उन्हें आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए जेल भेजा जाएगा. वहीं कांग्रेस नेता रनदीव सुरजेवाला ने कहा, "साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मतदान से एक दिन पहले एक चैनल को साक्षात्कार दिया था. यदि वह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है तो राहुल गांधी का साक्षात्कार कैसे उल्लंघन हो सकता है."