Attack on Indians Canada: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया, 'अब तक 77 भारतीयों को निकाला गया है, ये वे लोग हैं जो वापस लौटना चाहते थे. अन्य लोग वहीं बस गए हैं और अभी भी वहीं रह रहे हैं, और अगर वे वापस लौटना चाहते हैं, तो हम उनकी वापसी की सुविधा देंगे.
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Syria Situation: सीरिया से लेकर कनाडा और बांग्लादेश में चल रहे बवाल के बीच मोदी सरकार लगातार एक्टिव है. विदेश मंत्रालय ने शु्क्रवार को इन देशों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बात रखी. सीरिया में जारी हिंसा के बीच भारतीयों की सुरक्षा बेहद जरूरी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया, 'अब तक 77 भारतीयों को निकाला गया है, ये वे लोग हैं जो वापस लौटना चाहते थे. अन्य लोग वहीं बस गए हैं और अभी भी वहीं रह रहे हैं, और अगर वे वापस लौटना चाहते हैं, तो हम उनकी वापसी की सुविधा देंगे. इन 77 लोगों को लेबनान के रास्ते निकाला गया, और लेबनान और सीरिया में हमारे दूतावासों ने बहुत बारीकी से कॉर्डिनेट किया. हम उन्हें सड़क के रास्ते से लाए, जिसके बाद लेबनान में दूतावास ने उनको इमिग्रेशन की सुविधा दी.
जायसवाल ने बताया, '77 में से 44 लोग इलाके में विभिन्न जगहों की तीर्थयात्रा पर थे और वे बेरूत से अन्य जगहों के लिए निकल चुके हैं. बाकी 30 या तो वापस आ गए हैं या यात्रा कर रहे हैं. ये लोग जल्द ही भारत लौट आएंगे. हम दमिश्क में अन्य लोगों के संपर्क में हैं और अगर उनको जरूरत होगी, तो भारतीय दूतावास उनकी मदद करेगा. इजराइल में, हमारे 32000 भारतीय नागरिक हैं और भारतीय दूतावास उनके संपर्क में है... अभी तक किसी अन्य देश से निकासी की कोई योजना नहीं है.'
दरअसल सीरिया में तख्तापलट हो चुका है और विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर-अल-असद के शासन से सीरिया को मुक्त घोषित किया है. असद भागकर रूस पहुंच गए हैं. इसके बाद सीरिया में हिंसा का दौर जारी है.
इसके अलावा बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर हमले जारी हैं. अल्पसंख्यक हिंदू वहां खौफ में जी रहा है. हाल ही में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी पड़ोसी मुल्क गए थे. उनके दौरे पर जायसवाल ने कहा, 'विदेश सचिव ने बातचीत के दौरान लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन की बात रही. उन्होंने आपसी विश्वास, सम्मान और आपसी संवेदनशीलता के आधार पर बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध बनाने की भारत की ख्वाहिश भी दोहराई. उन्होंने कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की, जो अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और भारत की चिंताओं से जुड़े थे.'
वहीं कनाडा में पिछले हफ्ते भारतीय छात्रों की हत्या ने हर किसी को दहलाकर रख दिया. इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने दुख जताया. जायसवाल ने कहा 'पिछले हफ्ते कनाडा में दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदियां हुईं. तीन भारतीय छात्रों की हत्या कर दी गई. कनाडा में हमारे नागरिकों के साथ हुई इन भयानक त्रासदियों से हम दुखी हैं. हम दुखी परिवारों के साथ खड़े हैं. ओटावा में हमारा उच्चायोग और टोरंटो और वैंकूवर में वाणिज्य दूतावास इस मामले में हर संभव मदद कर रहे हैं. वे इन घटनाओं की जांच के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं.'
जायसवाल ने कहा, 'कनाडा में भारतीय नागरिकों, खास तौर से छात्रों की सिक्योरिटी हमारे लिए बहुत जरूरी है. हमने अपने नागरिकों और भारतीय छात्रों के लिए अत्यधिक सावधानी बरतने और सतर्क रहने के लिए एडवाइजरी भी जारी की है, क्योंकि हेट क्राइम और आपराधिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं को लेकर कनाडा में सुरक्षा का माहौल बिगड़ रहा है.'
कनाडाई लोगों को भारतीय वीजा दिए जाने से संबंधित रिपोर्टों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल कहते हैं, "हमने इस बारे में मीडिया रिपोर्ट देखी हैं। यह भारत को बदनाम करने के लिए कनाडाई मीडिया के दुष्प्रचार अभियान का एक और उदाहरण है...भारतीयों को वीज़ा देना हमारा संप्रभु कार्य है और हमारे पास उन लोगों को वीज़ा देने से इनकार करने का वैध अधिकार है जो हमारी क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर करते हैं। इस मामले पर कनाडाई मीडिया में जो टिप्पणियां हम देख रहे हैं, वह भारत के संप्रभु मामलों में विदेशी हस्तक्षेप के समान है।"