इंसाफ की खातिर महीनों से दर-दर भटक रहा है ये पूर्व सैनिक, टूटी हिम्मत तो मांगी 'इच्छामृत्यु'
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इंसाफ की खातिर महीनों से दर-दर भटक रहा है ये पूर्व सैनिक, टूटी हिम्मत तो मांगी 'इच्छामृत्यु'

पुलिस इस मामले में जांच कर कार्यवाही करने के लिए संबंधित थाना प्रभारी को निर्देश देने की बात कह रही है

पूर्व सैनिक घनश्याम पुलिस थाने से लेकर एसपी, डीआईजी और आईजी सागर तक के कई चक्कर लगा चुका है

आर.बी.सिंह परमार, टीकमगढ़: सरहदों पर जान की बाजी लगाकर 24 साल देश सेवा करने के बाद पुत्र की मौत में न्याय न मिल पाने के चलते मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले का पूर्व सैनिक इस कदर टूट चुका है कि उसने सपरिवार इच्छामृत्यु की मांग की है. पिछले दो माह से न्याय के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाकर पीड़ित परिवार अब थक चुका है. वहीं पुलिस इस मामले में जांच कर कार्यवाही करने के लिए संबंधित थाना प्रभारी को निर्देश देने की बात कह रही है. इस खबर का संबंध धनश्याम अहिरवार से है, जो पिछले 24 साल आर्मी की सेवा करने के पश्चात सेवानिवृत्त होकर टीकमगढ़ जिले के जतारा में रहते हैं.

  1. बेटे को मौत के बाद इंसाफ दिलाने के लिए पूर्व सैनिक खा रहा है दर-दर की ठोकरें
  2. मारपीट और जानलेवा धमकी से डरे बेटे ने कर लिया था सुसाइड
  3. सुसाइड नोट में पूर्व सैनिक के बेटे ने किया था 4 लोगों का जिक्र

ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाला घनश्याम का बेटा संदीप अहिरवर 20 नबंबर 2017 को जब घर से बेसन लेने के लिए एक दुकान पर पहुंचा था तो वहां दुकानदार ने उस पर चोरी का इल्जाम लगाकर गोदाम में बंद कर जमकर मारपीट की थी और उसे जान से मारने की धमकी दी थी. अपने साथ हुई मारपीट और जानलेवा धमकी से घनश्याम इस कदर डर गया था कि उसने 21 नबंबर की रात अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.

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सुसाइड नोट में किया था 4 लोगों का जिक्र
आत्महत्या से पहले संदीप ने एक सुसाइड नोट लिखा था. सुसाइड नोट में उसने 4 लोगों द्वारा प्रताड़ित और मारपीट करने का आरोप लगाया था. यह सुसाइड नोट पुलिस ने मौके से जप्त भी किया था. लेकिन, घटना के 2 महीने बाद भी पुलिस ने सुसाइड नोट पर कोई कार्रवाई नहीं की न ही आरोपियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज किया.

अफसरों के चक्कर काट-काट कर थक चुका है पीड़ित परिवार
इस मामले को लेकर पूर्व सैनिक घनश्याम पुलिस थाने से लेकर एसपी, डीआईजी और आईजी सागर तक के कई चक्कर लगा चुका है. उसके बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुईं. अधिकारियों के चक्कर लगाकर थक चुका पीड़ित परिवार अब इच्छामृत्यु की बात कर रहा है. पीड़ित परिवार सोमवार को एक बार फिर से एस.पी. के पास न्याय की गुहार लेकर पहुंचा था. जहां अतिरिक्त पुलिस उसे एक बार फिर मामले की जांच कर कार्रवाई कराए जाने की बात कही है.

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सुसाइड नोट में है इनका नाम
जानकारी के मुताबिक, मृतक छात्र ने सुसाइड नोट में लिखा है कि 20 नबंबर को जतारा नगर के गांधी ग्राम में चोरी का आरोप लगाकर दालमिल के अंदर बंधक बनाकर बिटटू जैन, नीलेष अहिरवार और सोवरन अहिरवार ने मेरे साथ जमकर मारपीट की जिसकी गवाह उसकी सगी बहन है. जिसने घटनास्थल पर जाकर इन सभी आरोपियों से अपने भाई को छुड़ाया था.

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पुलिस ने की जांच कराने की बात
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा ने इस मामले पर जी मीडिया से बात करते हुए कहा, "छात्र की आत्महत्या मामले में संबंधित थाना प्रभारी और एसडीओपी को पूरे मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई किए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं और जांच के बाद दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

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