सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी, ZEE न्यूज़ पर देखिए Exclusive VIDEO
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सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी, ZEE न्यूज़ पर देखिए Exclusive VIDEO

आपको बता दें कि देश के कई नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए थे. सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगे थे. यहां तक की पाकिस्तान में बैठे 26/11 हमले के मास्टमाइंड आतंकी हाफिज सईद ने सर्जिकल स्ट्राइक की खबर को झूठा करार देते हुए ज़ी न्यूज को धमकी भी दी थी. 

सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी, ZEE न्यूज़ पर देखिए Exclusive VIDEO

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में लाइव ऑफ कंट्रोल के पार स्थित आतंकी शिविरों पर सर्जिकल हमले किए जिनमें आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचा था और कई आतंकवादी मारे गए थे. इस सर्जिकल स्ट्राइक के खुलासे के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया था. इस हमले 636 दिन बाद इसका सबसे बड़ा सबूत सामने आया है. इस हमले का वीडियो ज़ी न्यूज के पास है. हम आपको वीडियो में दिखाते है कि किस तरह भारतीय सेना के कमांडो ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर  आतंकियों के 4 अलग-अलग ठिकानों को निशाना बनाया गया था.  

भारतीय सेना के पैरा कमांडोज की 8 टीमों ने इस हमले को अंजाम दिया था. आतंकियों के अड्डों को बर्बाद करने के लिए किया गया था ये सर्जिकल स्ट्राइक. ऐसा बताया जा रहा है कि UAV की मदद से सर्जिकल स्ट्राइक का ये वीडियो बनाया गया है. पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक करने के बाद सेना के सभी कमाडों सुरक्षित वापस लौट आए थे. ऑपरेशन करने के बाद भारत ने पाकिस्तान को कहा था कि लाशें ले आओ. भारतीय सेना ने इस खबर के बारे में मीडिया को भी बाद में बताया था पहले पाकिस्तान की सेना को इसकी सूचना दी थी.

आपको बता दें कि देश के कई नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए थे. सबूत मांगे गए थे. यहां तक की पाकिस्तान में बैठे 26/11 हमले के मास्टमाइंड आतंकी हाफिज सईद ने सर्जिकल स्ट्राइक की खबर को झूठा करार देते हुए ज़ी न्यूज को धमकी भी दी थी. हाफिज सईद ने कहा था कि उसे भारतीय सेना के दावों पर हंसी आई थी. हाफिज सईद ने चिल्ला-चिल्लाकर कहा था 'ज़ी टीवी वालों तुम्हें पता चलेगा की पाकिस्तान के फौजी जवान किस तरह बदला देते है.'

28-29 सितंबर 2016 की रात को सेना द्वारा आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए अचानक की गई इस कार्रवाई के बारे में घोषणा सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में की थी. संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप भी मौजूद थे .

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सिंह ने कहा था, ‘भारतीय सेना ने बीती रात (28-29 सितंबर 2016) नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लांच पैडों पर सर्जिकल हमले किए.’ उन्होंने यह भी कहा था कि भारत किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार है.जनरल सिंह ने कहा था कि आतंकी शिविरों को भारी नुकसान पहुंचा है और अनेक आतंकी मारे गए हैं . जनरल सिंह ने कहा था, ‘हम नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों को सक्रिय रहने की अनुमति नहीं दे सकते.’

सर्जिकल स्ट्राइक क्या है?
किसी भी सीमित क्षेत्र में सेना जब दुश्मनों और आतंकियों को नुकसान पहुंचाने और उन्हें मार गिराने के लिए सैन्य कार्रवाई करती है तो उसे सर्जिकल स्ट्राइक कहा जाता हैं. दरअसल जहां भी सर्जिकल स्ट्राइक किया जाता है वहां के बारे में पुख्ता जानकारी पहले जुटाई जाती है. उसके बाद समय तय किया जाता है कि सर्जिकल स्ट्राइक कब करना है. फिर इस अभियान की जानकारी बेहद गोपनीय रखी जाती है जिसकी सूचना सिर्फ चुनिंदा लोगों तक ही होती है.

सर्जिकल स्ट्राइक में इस बात का खास ध्यान रखा जाता है कि जिस जगह या इलाके में आतंकी या दुश्मन छिपे हुए हैं सिर्फ उसी जगह को निशाना बनाया जाए या फिर स्ट्राइक किया जाए और इससे बाकी लोगों यानी नागरिकों को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचे. भारतीय सेना ने जो सर्जिकल स्ट्राइक की है उसमें भी यही हुआ है कि आतंकी ठिकानों और आतंकियों को भारी नुकसान पहुंचा है. हमले में कई आतंकी मारे गए है. सूत्रों के मुताबिक इस एलओसी पार जो सर्जिकल स्ट्राइक किया गया है उसे  भारतीय सेना के स्पेशल कमांडों दस्ते ने अंजाम दिया है.

बीते साल जून में भी भारतीय सेना ने म्यांमार सेना में दाखिल होकर पूर्वोत्तर में सक्रिय उग्रवादी गुट एनएससीएन (के) के शिविरों को निशाना बनाया था. हमले में उग्रवादियों को सेना ने मार गिराया था. 'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक उग्रवादी संगठन एनएससीएन पर हमला करते समय भारतीय सेना म्‍यांमार सीमा में सैंकड़ों मीटर तक अंदर चली गई थी. सूत्रों के अनुसार सेना की 12 पैरा ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पिलर 151 के पास चेन मोहो गांव के पास से म्‍यांमार में प्रवेश किया. 

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