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नई दिल्ली: केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि जाली नोट आतंकवाद के लिए ऑक्सजीन के रूप में काम करते हैं.यहां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के नए मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए सिंह ने कहा कि कोई भी सभ्य देश अपनी सरजमीं से आतंकवाद को फलने फूलने देना स्वीकार नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक अभिशाप है और कोई भी सभ्य देश इसे स्वीकार नहीं कर सकता.
राजनाथ ने कहा, ‘‘जाली मुद्रा आतंकवाद को बढ़ाने में सहयोग करती है और उच्च गुणवत्ता वाले जाली नोट आतंकवाद के लिए ऑक्सीजन के रूप में काम करते हैं.’’ सिंह ने कहा कि राजग सरकार आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है और जमीनी स्तर पर नतीजे दिख रहे हैं.
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उन्होंने यहां एनआईए के नए मुख्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘सेना, अर्धसैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अनवरत प्रयासों के चलते जम्मू-कश्मीर में हर दिन पांच-छह आतंकवादी मारे जा रहे हैं. मैं उनकी तारीफ करता हूं.’’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनआईए के महानिदेशक शरद कुमार ने कहा कि 2009 में संगठन की स्थापना के बाद से एनआईए को जांच के लिए कुल 166 मामले सौंपे गए हैं.
कुमार ने कहा कि इन मामलों में भारत के लिए प्रासंगिक आतंकवाद संबंधित चुनौतियों की पूरी श्रंखला आती है. इसके जांच प्रयासों के दायरे में 26 राज्य एवं केन्द्र प्रशासित प्रदेश आए हैं. उन्होंने कहा कि 166 मामलों में से 63 मामले ‘जिहादी’ आतंकवाद, 25 पूर्वोत्तर के छापेमारों के आतंकवादी कृत्यों, 41 आतंकवाद के वित्तपोषण एवं जाली मुद्रा, 13 वामपंथी उग्रवाद और बाकी 24 मामले विभिन्न आतंकवादी कार्रवाइयों से संबंधित हैं.