जोधपुर फेक डिग्री मामला: कमल मेहता पर ED का शिकंजा, जब्त की 12.98 करोड़ की संपत्ति
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जोधपुर फेक डिग्री मामला: कमल मेहता पर ED का शिकंजा, जब्त की 12.98 करोड़ की संपत्ति

कमल मेहता जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी का चेयरमैन था. आरोप है कि इस यूनिवर्सिटी से उसने साल 2010 से 2014 के बीच करीब 25000 फर्जी डिग्रियां पैसे लेकर बांटी.

(फाइल फोटो)

नई दिल्ली: ED ने जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी (Jodhpur National University) के पूर्व चेयरमेन कमल मेहता की 12.98 करोड़ की संपत्ति अटैच की है. कमल मेहता की अटैच की गई संपत्तियों में 12 फ्लैट, 3 प्लॉट, जयपुर और जोधपुर में 31 बीघा जमीन और बैंक खातों में जमा पैसे हैं. ये संपत्ति कमल मेहता ने फर्जी डिग्री बेचकर बनाई थी. 

कमल मेहता ने कुशल एजुकेशन ट्रस्ट बनाया था जिसका वो खुद मुख्य ट्रस्टी था. इसी ट्रस्ट ने जोधपुर में साल 2008 में नेशनल यूनिवर्सिटी शुरू की थी. कमल मेहता ही इस यूनिवर्सिटी का चेयरमैन था. आरोप है कि इस यूनिवर्सिटी से उसने साल 2010 से 2014 के बीच करीब 25000 फर्जी डिग्रियां पैसे लेकर बांटी.

कमल मेहता ने बिना UGC की मंजूरी के जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के चार नेशनल कॉर्डिनेटर नियुक्त किए और रजिस्ट्रार के फर्जी दस्तखत कर चारों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए. चारों को अधिकार दिए गए कि वो देश भर में सेंटर और सब सेंटर खोल सकते हैं और इसके जरिए वो फीस लेकर फॉर्म जारी कर परिक्षा ले सकते हैं. और इसी के जरिए फर्जी डिग्रियां बांटी गईं.

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राजस्थान पुलिस को जब इस बात की जानकारी लगी तो उसने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच में पता चला कि कमल मेहता 10 से 15 हजार रुपए में फर्जी डिग्री जारी कर रहा था और वो भी बिना परीक्षा लिए. कमल मेहता ये पूरा नेटवर्क अपने चारों साथियों के साथ मिल कर चला रहा था. फर्जी डिग्रियों को बेचने के लिए यूनिवर्सिटी का ही एक और दफ्तर खोल रखा था. पुलिस ने इस मामले में कमल मेहता समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था और चार्जशीट दाखिल की.

ED ने राजस्थान SOG की कारवाई और चार्जशीट के आधार पर मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की जिसमें पता चला कि फर्जी ड्रिगी बेचकर कमल मेहता ने चारों नेशनल कॉर्डिनेटर के जरिए 22.3 करोड़ रुपए कमाए. ये पैसे जयपुर और जोधपुर में नेशनल यूनिवर्सिटी, कुशल एजुकेशन ट्रस्ट और सुर्या नगरी एजुकेशन ट्रस्ट के नाम से खोले गए बैंक खातों में जमा किए गए. 

जांच में ये भी पता चला कि कमल मेहता ने फर्जी डिग्री बेचकर कमाए पैसों को बैंकों में फर्जी तरीके से जमा किए और फिर इन पैसों से खुद के नाम पर, पत्नी सरीता मेहता, कुशल एजुकेशन ट्रस्ट और दूसरे नामों से संपत्तियां खरीदीं. ताकी किसी को भी जानकारी ना रहे. ED ने इस मामले में पहले भी कारवाई करते हुए 8.53 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी जोकि कमल मेहता, कुशल एजुकेशन ट्रस्ट और दूसरे नामों पर थी. अब ED ने 12.98 करोड़ की संपत्ति अटैच की है जिसके बाद अब तक कुल 21.51 करोड़ की संपत्ति अटैच की जा चुकी है. 

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