नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर कहा है कि कृषि कानूनों (Agricultural Laws) को पूरी तरह से रद्द करने से कुछ भी कम स्वीकार करना किसानों के साथ विश्वासघात जैसा होगा.


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राहुल गांधी ने ये बात गुरुवार को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच बातचीत की पृष्ठभूमि में कही.


राहुल गांधी ने कहा कि कृषि संबंधी काले कानूनों को सरकार को पूरी तरह से रद्द करना चाहिए.



उन्होंने ट्वीट किया, ‘काले कृषि कानूनों को पूर्ण रूप से रद्द करने से कम कुछ भी स्वीकार करना भारत और उसके किसानों के साथ विश्वासघात होगा.’


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किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने भी ट्वीट किया.



प्रियंका ने लिखा, ‘भाजपा सरकार के मंत्री व नेता किसानों को देशद्रोही बोल चुके हैं, इस आंदोलन के पीछे अंतरराष्ट्रीय साजिश बता चुके हैं. ये भी कह चुके हैं कि आंदोलन करने वाले करने वाले किसान नहीं लगते. लेकिन आज बातचीत में सरकार को किसानों को सुनना होगा.’



उन्होंने दावा किया कि किसान कानून के केंद्र में किसान होगा न कि भाजपा के अरबपति मित्र.’