नई दिल्ली: ईद-उल-जुहा के मौके पर श्रीनगर की हजरत बल दरगाह ईद की नमाज के दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रैंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के खिलाफ हुई नारेबाजी पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि वो डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने बीते दिनों अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में आयोजित शोक सभा में भाषण के दौरान 'भारत माता की जय' का नारा लगाया था. इस कारण दरगाह के आस-पास मौजूद लोग फारूक अब्दुल्ला को देखते ही गुस्सा हो गए और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगे.


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फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'मैं डरने वाला नहीं हूं. अगर ये समझते हैं कि ऐसे आजादी आएगी तो मैं इनको कहना चाहता हूं कि पहले बेगारी, बीमारी और भुखमरी से आजादी पाओ.' उन्होंने कहा कि आज वक्त आ गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांतिपूर्ण बातचीत आगे बढ़े. उन्होंने कहा, 'अब हमें नफरत से छुटकारा पाने की जरूरत है. ये देश हिंदू का है, मुसलमान का है, सिख का है और ईसाइयों का है. जो यहां रहते हैं, ये देश सभी का है.'


विरोध की वजह 
इससे पहले जब अब्दुल्ला दरगाह पहुंचे तो वहां मौजूद कुछ लोगों को अब्दुल्ला का दरगाह आना रास नहीं आया और अचानक ही लोगों ने जाकिर मूसा और आजादी-आजादी के नारे लगाने शुरू कर दिए. इस दौरान कुछ लोगों ने जूते भी उछालने शुरू कर दिए और मजबूरन अब्दुल्ला को नमाज अता किये बिना ही वापस लौटना पड़ा.


कुछ दिनों पहले दिवगंत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में शोक सभा का आयोजन किया गया था. फारूक अब्दुल्ला भी पहुंचे यहां थे. फारूक अब्दुल्ला ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए अपनी यादें साझा कीं और भारत माता की जय के नारे भी लगाए.