देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र और राज्यों की सरकारें हरसंभव प्रयास कर रही हैं.
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नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र और राज्यों की सरकारें हरसंभव प्रयास कर रही हैं. इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने कहा है कि फास्टैग (FASTag) लॉकडाउन के बाद कोरोना को फैलने से रोकने में कारगार साबित होगा.
फास्टैग (FASTag) एक ऐसी तकनीक है जो मानव संपर्क के बिना राजमार्गों पर टोल जमा करने में मदद करता है. फास्टैग वाहन पर लगा दिया जाता है, जो राजमार्गों पर रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) के जरिए सीधे व्यक्ति के प्रीपेड या सेविंग अकाउंट से टोल टैक्स जमा कर लेता है और ग्राहक के पास उसका मैसेज भी पहुंच जाता है. NHAI के अनुसार, फास्टैग लॉकडाउन के बाद भी मदद करेगा क्योंकि यह मानव संपर्क को कम कर देगा और खतरनाक कोरोनावायरस को टोल बूथों के जरिए फैलने से रोकने को भी सुनिश्चित करेगा.
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एनएचएआई ने कहा, "फास्टैग कोरोना वायरस को फैलने की संभावना को कम कर देता है क्योंकि टोल जमा करने के दौरान ड्राइवरों और टोल बूथ कर्मचारियों के बीच कोई कॉन्टैक्ट नहीं होता है." एनएचएआई के मुताबिक, मई 2020 की शुरुआत तक देश में कुल 1.68 करोड़ से फास्टैग जारी किए जा चुके हैं.
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देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना मरीजों का आंकड़ा 70,756 पहुंच गया है. इससे ठीक होने वालों की संख्या 22,455 और मौतों की संख्या 2,293 पहुंच गई है. जबकि दुनियाभर में 4211724 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित है.