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मुरादाबाद: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले (Moradabad) के डिलारी थानाक्षेत्र स्थित राजपुर केसरिया गांव में मातम पसरा है. यहां एक घर के तहखाने से पिता और उसके बेटों समेत 4 लाशें मिलने से सनसनी फैल गई. परिवार के बाकी लोगों और पड़ोसियों की चीख-पुकार के मंजर से वहां मौजूद लोगों का दिल बैठा जा रहा था. अफसोस जताने पहुंचे गांव वालों और रिश्तेदारों ने जब परिवार में बचे लोगों से बात की तो हैरान करने वाली सच्चाई का खुलासा हुआ.
परिवार की महिलाओं की मानें तो उन्हें इस नए मकान के भीतर बने तहखाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. डिलारी पुलिस के मुताबिक 4 लोगों की मौत का गवाब बना ये निर्माणाधीन मकान मारे गए राजेंद्र के पुराने मकान से काफी दूर था. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि वो रात 12 बजे तक ये नहीं जान पाए थे कि आखिर ये सब कैसे और क्यों हो गया. उसी दौरान जब भारी पुलिस फोर्स के साथ डिलारी थानाध्यक्ष वहां पहुंचे तब जाकर वहां मौजूद भीड़ पीछे हटी.
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राजपुर केसरिया गांव में मृतक राजेंद्र सिंह और उसके बेटों प्रीतम और हरकेश तथा मौसेरे भाई रमेश के शव तहखाने से बाहर लाने वाले ग्रामीणों और पीड़ित परिवार के लोगों पर भी जहरीली गैस का असर देखने को मिला. हालत बिगड़ने के बाद उन सभी को भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
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न्यूज़ 18 में प्रकाशित खबर के मुताबिक राजपुर केसरिया निवासी 50 वर्षीय राजेंद्र पुत्र नारायण सैनी की गांव में ही सीमेंट की दुकान थी. पुलिस ने उसके नए बन रहे मकान से देर रात करीब ढाई बजे चार लाशें बाहर निकलवाने की पुष्टि की है. इनमें राजेंद्र, उनके दो बेटों हरकेश (30), प्रीतम (25) और एक अन्य करीबी रिश्तेदार का बेटा रमेश बताया जा रहा है.
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. अब तक की जांच में तहखाने में किसी जहरीले पदार्थ के बनाए जाने से गैस बनने का मामला सामने आ रहा है. जिससे दम घुटने से चारों की मौत हुई है.
डिलारी थाना क्षेत्र में कई जगह अवैध कच्ची शराब बनने की खबर मिली थी. बेटों समेत मारा गया राजेंद्र, शराब माफिया की शय पर कीटनाशकों और केमिकल से अवैध कच्ची शराब बनाने का धंधा कर रहा था. इस सिलसिले में पुलिस ने करीब 4 लाख की केमिकल निर्मित शराब बरामद की थी. कुछ पुलिसकर्मियों की सांठगांठ से मामला रफा-दफा हो गया.
पुलिस की उस कार्रवाई के बाद से राजेंद्र ने शराब के धंधे को दुनिया की नजर से छिपाने के लिए अपने घर से कोसों दूर नया मकान बनवाना शुरू किया था. उसमें जरूरत पड़ने पर बच निकलने के लिए सुरंग और तहखाना भी बनवाया गया था. गांव वालों को जब ये सब पता चला तो उनके होश उड़ गए. क्योंकि कानून से बचना तो दूर वही तहखाना उसकी आखिरी सांस का ठिकाना बन गया.
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