Cyclonic Storm: देश के इस तटवर्ती इलाके से टकरा सकता है साल का पहला तूफान, येलो अलर्ट जारी
Advertisement

Cyclonic Storm: देश के इस तटवर्ती इलाके से टकरा सकता है साल का पहला तूफान, येलो अलर्ट जारी

Cyclone Latest Update: ओडिशा (Odisha) के विशेष राहत आयुक्त (SRC) पी. के. जेना ने कहा, ‘तूफान से निपटने के लिए NDRF, ODRF के साथ फायर ब्रिग्रेड (Fire Brigade) की 175 टीमों को तैनात करने के साथ नौसेना (Navy) और तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) को भी अलर्ट पर रहने को कहा गया है.'

फोटो: PTI

Cyclonic Storm in Odisha: देश के तटीय इलाकों में अक्सर चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराता रहता है. ऐसे में मौसम विभाग (IMD) के ताजा अनुमान के मुताबिक देश के पूर्वी राज्य ओडिशा (Odisha) के तूफान से प्रभावित होने की संभावना जताई गई है. वहीं इस तूफान से निपटने के लिए प्रदेश के 18 जिलों में येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी करते हुए खास तैयारियां की गई हैं. स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक अगले हफ्ते की शुरुआत में ये तूफान ओडिशा के समुद्री तटों से टकरा सकता है. 

NDRF और ODRAF की टीमें तैनात

दक्षिण अंडमान सागर पर बने निम्न दबाव (Low presuure) के क्षेत्र के चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) में तब्दील होने के बाद इसकी तीव्रता बढ़ने की संभावना जताई गई है. बताया जा रहा है कि दक्षिण अंडमान सागर और उसके नजदीक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में मौसम प्रणाली के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार तक दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है. इसको लेकर किसी भी तरह के स्थिति से निपटने के लिए NDRF की 17 और ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ODRAF) की 20 टीमों को तैनात किया गया है.

ये भी पढ़ें- CM केजरीवाल के घर सुरक्षा बढ़ी, BJP नेता बग्गा करेंगे विरोध प्रदर्शन

‘फानी’, ‘अम्फान’ और ‘यास’ के बाद नया खतरा

IMD के मुताबिक इस वजह से अगले हफ्ते मंगलवार से शुक्रवार के बीच पश्चिम बंगाल (West Bengal) के कुछ जिलों में गरज के साथ छीटें पड़ने और भारी बारिश (Heavy Rain) होने की चेतावनी जारी की गई है. आपको बता दें कि इस समुद्री क्षेत्र में पिछली तीन गर्मियों से लगातार चक्रवाती तूफान आ रहे हैं. ऐसे में समय रहते चेतावनी जारी होने से इस बार कम नुकसान होने की उम्मीद लगाई जा रही है. इससे पहले ओडिशा में 2021 में ‘यास’, 2020 में ‘अम्फान’ और 2019 में ‘फानी’ तूफान आया था.

इस सिलसिले में IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि निम्न दाब के क्षेत्र के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में दबाव के क्षेत्र में बदलने तथा पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है. जो 10 मई तक संबंधित क्षेत्र में पहुंच सकता है. ये चक्रवर्ती तूफान किस इलाके से टकराएगा इसको लेकर फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है.

मछुआरों के लिए एडवाइजरी

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की गति 80-90 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. इसलिए नौ मई से समुद्र में ऊंची लहरें उठने के कारण मछुआरों को समुद्री क्षेत्र में जाने से बचने के लिए कहा गया है.  दमकल सेवाओं के डीडी एस के उपाध्याय ने कहा कि दमकल कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं.

(इनपुट: न्यूज़ एजेंसी भाषा के साथ)

LIVE TV

 

Trending news