पाकिस्तान-चीन को लेकर राहुल गांधी के दावे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का पलटवार, याद दिलाया इतिहास
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पाकिस्तान-चीन को लेकर राहुल गांधी के दावे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का पलटवार, याद दिलाया इतिहास

विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के उन आरोपों पर जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार के दौरान पाकिस्तान और चीन एकजुट हो गए हैं.

पाकिस्तान-चीन को लेकर राहुल गांधी के दावे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का पलटवार, याद दिलाया इतिहास

नई दिल्ली: संसद में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भारत को गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day) में शामिल होने के लिए कोई विदेशी अतिथि नहीं मिल सका. इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Govt) के दौरान पाकिस्तान और चीन एकजुट हो गए हैं. राहुल गांधी के दोनों आरोपों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने जवाब दिया है और तथ्य पेश किया है.

  1. विदेश मंत्री ने राहुल गांधी के दावे को किया खारिज
  2. कोरोना महामारी का कर रहे हैं सामना: विदेश मंत्री
  3. विदेश मंत्री ने पेश किए ऐतिहासिक सबक

विदेश मंत्री ने राहुल गांधी के दावे को किया खारिज

लोक सभा में किए गए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के दावे को विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने सिरे से खारिज कर दिया. विदेश मंत्री ने राहुल गांधी के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार के दौरान पाकिस्तान और चीन एकजुट हो गए हैं.

कोरोना महामारी का कर रहे हैं सामना: विदेश मंत्री

विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि जिन पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रपतियों को आना था, उन्होंने 27 जनवरी को एक डिजिटल शिखर सम्मेलन आयोजित किया. विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, 'लोक सभा में राहुल गांधी ने कहा कि हमें गणतंत्र दिवस के लिए कोई विदेशी अतिथि नहीं मिला. भारत में रहने वाले जानते हैं कि हम कोरोना (महामारी) की लहर का सामना कर रहे हैं.'

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क्या राहुल गांधी भूल गए हैं: एस जयशंकर

एस जयशंकर (S Jaishankar) ने लिखा, 'जिन पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रपतियों को आना था. उन्होंने 27 जनवरी को एक डिजिटल शिखर सम्मेलन किया. क्या राहुल गांधी इसे भी भूल गए हैं?' बता दें कि भारत ने कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शरीक होने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन वे कोविड-19 स्थिति के कारण समारोह में शामिल नहीं हो सके थे. 27 जनवरी को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डिजिटल शिखर सम्मेलन आयोजित किया था.

विदेश मंत्री ने पेश किए ऐतिहासिक सबक

विदेश मंत्री ने पाकिस्तान और चीन को लेकर सरकार के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के आरोपों के लिए भी उनकी आचोलना की. एस जयशंकर ने कहा, 'राहुल गांधी ने लोक सभा में आरोप लगाया कि इस सरकार के कारण पाकिस्तान और चीन एकजुट हो गए हैं. कुछ ऐतिहासिक सबक इस प्रकार हैं: 1963 में, पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सौंप दिया ; चीन ने 1970 के दशक में पीओके के रास्ते से काराकोरम राजमार्ग का निर्माण किया.'

राहुल गांधी अपने आप से पूछें सवाल: विदेश मंत्री

विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच 1970 के दशक से घनिष्ठ परमाणु सहयोग भी रहा है. उन्होंने कहा, '2013 में, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ. तो, अपने आप से पूछें: क्या चीन और पाकिस्तान तब दूर थे?'

राहुल गांधी ने क्या कहा था?

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था, 'भारत का रणनीतिक लक्ष्य चीन और पाकिस्तान को अलग रखना होना चाहिए था, लेकिन आपने जो किया है वो उन्हें एक साथ ले आया. हम जिस स्थिति का सामना कर रहे हैं उसे कम मत समझिए. यह भारत के लिए एक गंभीर खतरा है.'

इसके साथ ह राहुल ने यह भी दावा किया भारत के पास इस साल गणतंत्र दिवस समारोह के लिए अतिथि नहीं था, क्योंकि देश 'पूरी तरह से अलग और घिरा हुआ है.' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी अपने आप से पूछें कि गणतंत्र दिवस पर आपको मेहमान क्यों नहीं मिल पा रहे हैं. आज भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है. हम श्रीलंका, नेपाल, बर्मा, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन से घिरे हुए हैं. हर जगह हम घिरे हुए हैं. हमारे विरोधी हमारी स्थिति को समझते हैं.'
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)

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