Asaduddin Owaisi: भारत और पाकिस्तान के बीच छिड़ी जंग के बीच विदेश सचिव ने सरकार की घोषणा करते हुए सीजफायर का ऐलान किया. जिसके बाद उन्हें ट्रोल किया जाने लगा. इस पर ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है.
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Vikram Misri: भारत और पाकिस्तान के बीच छिड़ी जंग के बीच विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सरकार की घोषणा करते हुए सीजफायर का ऐलान किया. जिसके बाद उनके पीछे ट्रोल आर्मी जुट गई और उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया, इसके बाद उन्होंने अपने एक्स अकाउंट को सेफ किया, अब ओवैसी ने उनका समर्थन किया है और कहा कि उन्हें दोष नहीं दिया जाना चाहिए. जानिए पूरा मामला?
ये बोले ओवैसी
ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि विक्रम मिस्री एक सभ्य और ईमानदार मेहनती राजनयिक हैं जो हमारे देश के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं. हमारे सिविल सेवक कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं, यह याद रखना चाहिए और उन्हें कार्यपालिका या वतन ए अजीज को चलाने वाले किसी भी राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए.
इससे पहले सीजफायर के बाद ओवैसी ने लिखा था कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करता रहेगा, तब तक स्थायी शांति संभव नहीं है. सीज़फायर हो या न हो, हमें पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पीछा नहीं छोड़ना चाहिए. जब-जब बाहरी आक्रमण हुआ है, मैं सरकार और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा रहा हूं. यह समर्थन हमेशा रहेगा.
कांग्रेस ने किया बचाव
वहीं कांग्रेस नेता सलमान अनीस सोज ने मिसरी का बचाव किया. उन्होंने कहा कि विक्रम मिसरी एक कश्मीरी हैं जिन्होंने भारत को गौरवान्वित किया है. किसी भी तरह की ट्रोलिंग देश के प्रति उनकी सेवा को कम नहीं कर सकती। अगर आप शुक्रिया नहीं कह सकते, तो चुप रहना सीखें.
बता दें कि मिसरी ने पिछले साल जुलाई में विदेश सचिव का पदभार संभाला था. ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद से बारीकी से देखी जाने वाली सरकारी ब्रीफिंग के दौरान, विदेश सचिव को उनके शब्दों के चयन और पाकिस्तान की टिप्पणियों पर उपयुक्त प्रतिक्रियाओं के लिए बहुत प्रशंसा मिली. हालांकि पाकिस्तान के साथ संघर्ष विराम की सरकार की घोषणा के बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी को निशाना बनाने के लिए ट्रोलर्स उनपर टूट पड़े.