चंदा मामले में आम आदमी पार्टी को आयकर विभाग ने भेजा नोटिस
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चंदा मामले में आम आदमी पार्टी को आयकर विभाग ने भेजा नोटिस

विवादित चंदा मामले में आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी को बुधवार को नोटिस भेजा है। दिल्‍ली चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद आयकर विभाग ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में 16 फरवरी से पहले आम आदमी पार्टी को नोटिस का जवाब देना होगा।  

चंदा मामले में आम आदमी पार्टी को आयकर विभाग ने भेजा नोटिस

नई दिल्‍ली : विवादित चंदा मामले में आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी को बुधवार को नोटिस भेजा है। दिल्‍ली चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद आयकर विभाग ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में 16 फरवरी से पहले आम आदमी पार्टी को नोटिस का जवाब देना होगा।  उधर, चंदे के मुद्दे पर आयकर के नोटिस पर पार्टी ने कहा कि वह जांच के लिए तैयार है।

गौर हो कि गैर सरकारी संगठन (आवाम) ने चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए थे। आवाम ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ फर्जी कंपनियों से चंदा लेने का आरोप लगाया था। आयकर विभाग ने अब दो करोड़ रुपये के चंदा मामले में आम आदमी पार्टी को नोटिस दिया है। चंदे मामले में नोटिस मिलने के बाद आप प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि हमें आयकर विभाग से नोटिस मिला है। हम जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। यदि कोई गड़बडी पाई जाती है तो हम सजा भुगतने के लिए भी तैयार हैं।

गौर हो कि वालेंटियर एक्शन मंच (आवाम) की ओर से यह आरोप लगाया गया था कि 50-50 लाख रुपये के चार चंदे (दो करोड़ रुपये) चार विभिन्न ‘संदिग्ध कंपनियों’ की ओर से पिछले साल 15 अप्रैल की रात में आम आदमी पार्टी के खाते में जमा कराए गए। एनजीओ ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी ने कैश चंदा लेकर फर्जी चेक लिए। आवाम का कहना था कि आप ने कालेधन को सफेद किया।

उधर, आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को कहा कि उसे चंदे के मुद्दे पर आयकर विभाग का नोटिस मिला है और वह किसी भी जांच के लिए तैयार है। आप की प्रवक्ता आतिशी मर्लेना ने बताया कि आयकर विभाग की ओर से नोटिस पार्टी के पटेल नगर स्थित कार्यालय भेजा गया।

उन्होंने कहा कि हम आयकर विभाग या प्रवर्तन निदेशालय की किसी भी जांच को तैयार हैं। हम इस मुद्दे की जांच चाहते हैं, ताकि आरोपों पर विराम लग सके। लेकिन जांच का स्वागत करने के साथ ही हम चाहते हैं कि केवल आप की ही नहीं, बल्कि सभी राजनीतिक दलों की राजनीतिक फंडिंग की एसआईटी जांच हो। नोटिस में पार्टी से टूटकर बने अवाम समूह के इन आरोपों का हवाला दिया गया है कि आप ने पिछले साल मार्च में फर्जी कंपनियों से धन प्राप्त किया था। इसमें उल्लेख किया गया है कि पार्टी को पिछले साल 31 मार्च को विभिन्न कंपनियों से कथित तौर पर चार चेक मिले थे।

नोटिस पर मतगणना से एक दिन पहले की यानी कि नौ फरवरी की तारीख लिखी है। इसमें कहा गया है कि आयकर विभाग ने पाया कि चार कंपनियां जिनसे आप ने चंदा प्राप्त किया था, वे प्रथम दृष्टया ‘वास्तविक’ नहीं हैं, और दिए गए पतों पर न तो कंपनियां और न ही उनके निदेशक उपलब्ध हैं। विभाग ने आप से ‘दस्तावेज या खाता पुस्तिका’ भी प्रस्तुत करने को कहा है।
मर्लेना ने कहा कि यदि कंपनियां फर्जी हैं तो कंपनियों की भी पड़ताल के लिए स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि हम नोटिस का जवाब देंगे क्योंकि हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और हमारी कोई गलती नहीं है। कोई ऐसी कंपनी के पते की पुष्टि कैसे कर सकता है जो मौजूद नहीं है? हमें चेक मिले थे। पतों की पुष्टि करना पार्टी का काम नहीं है क्योंकि यह चेक बुक जारी नहीं करती है, जो बैंकों द्वारा अधिकांशत: आवास या कार्यालय के पतों पर भेजी जाती हैं।

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