कुंडली में सूर्य के 12 घरों से जानिये कि आपको क्या मिलने वाला है?
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कुंडली में सूर्य के 12 घरों से जानिये कि आपको क्या मिलने वाला है?

सूर्य आत्मा,पिता,पराक्रम,तेज और क्रोध के कारक हैं। अगर आपकी जन्म कुंडली में सूर्य शुभ स्थान पर हैं तो आपके जीवन में तरक्की ही तरक्की लेकिन अगर गलत ग्रह के साथ गलत स्थान पर बैठ गए तो जो न हो जाए वह कम है। सूर्य सभी ग्रहों के राजा हैं। जन्म कुंडली के 12 ग्रहों पर उऩकी स्थिति का असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि 12 घरों में सूर्य की क्या होती है स्थिति और उसका फल कैसा होता है?

कुंडली में सूर्य के 12 घरों से जानिये कि आपको क्या मिलने वाला है?

दिल्ली: सूर्य आत्मा,पिता,पराक्रम,तेज और क्रोध के कारक हैं। अगर आपकी जन्म कुंडली में सूर्य शुभ स्थान पर हैं तो आपके जीवन में तरक्की ही तरक्की लेकिन अगर गलत ग्रह के साथ गलत स्थान पर बैठ गए तो जो न हो जाए वह कम है। सूर्य सभी ग्रहों के राजा हैं। जन्म कुंडली के 12 ग्रहों पर उऩकी स्थिति का असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि 12 घरों में सूर्य की क्या होती है स्थिति और उसका फल कैसा होता है?
कुंडली के 12 घर में सूर्य का फल 
लग्न में सूर्य

सूर्य अगर लग्न में हों तो व्यक्ति क्षमाशील,बुद्धिमान और साहसी होता है। बचपन तकलीफ में गुजरता है और आंखों में तकलीफ हो सकती है। गुस्सा भी जरुरत पड़ने पर आता है। सिर में चोट लगने की संभावना रहती है। 

कुंडली के दूसरे घर में सूर्य
इस भाव में व्यक्ति मित्र विरोधी बनता है। एजुकेशन में रुकावट आती है और व्यक्ति चिड़चिड़ा होता है। 
कुंडली के तीसरे घर में सूर्य
व्यक्ति पराक्रमी होता है। उसे सुख सुविधा और ऐशोआराम के सारे साधन मिलते हैं। लेकिन अगर सूर्य पाप ग्रहों के साथ हों तो चर्म रोग होने की संभावना होती है।
कुंडली के चौथे घर में सूर्य
इस घर में सूर्य के रहने से व्यक्ति चिंतित रहता है। लेकिन उसे समाज में मान सम्मान मिलता है। लाख मेहनत के बावजूद धन-संपत्ति की कमी रहती है। 
कुंडली के पांचवे घर में सूर्य
इस घर में सूर्य के होने से व्यक्ति शिव भक्त होता है। उसमें क्रिएटिविटी ज़्यादा होती है। लेकिन उसे वात रोग होने की संभावना होती है।
कुंडली के छठे घर में सूर्य
इस घर में सूर्य हो तो आपको इतनी सुख-सुविधा मिलेगी कि आपका मन भर जाएगा। ऐसे लोगों को राज परिवार से सम्मान मिलता है। अगर छठे घर का स्वामी कमजोर हो तो दुश्मनों पर विजय मिलती है।

कुंडली के सातवें घर में सूर्य
इस घर में सूर्य के रहने से व्यक्ति को सरकार से कष्ट का सामना करना पड़ता है।
कुंडली के आठवें घर में सूर्य
इस घर में अगर सूर्य हो तो व्यक्ति दुबला पतला होता है। उसे पैसे रुपए की तंगी रहती है।
कुंडली के 9वें घर में  सूर्य
इस घर में सूर्य हो तो संतान और मित्रों का सुख मिलता है लेकिन पिता से विरोध रहता है।
कुंडली के 10वें घर में सूर्य
इस घर में सूर्य व्यक्ति को बुद्धिमान बनाता है। व्यक्ति साधु-संतों को आदर देता है। ऐसे व्यक्ति को वाहन सुख भी मिलता है। 
कुंडली के 11वें घर में सूर्य
इस भाव में सूर्य व्यक्ति को संगीतज्ञ बनाता है। अगर मेष या सिंह राशि हो तो व्यक्ति के पास बहुत धन होता है।
कुंडली के 12वें घर में सूर्य
इस घर में सूर्य जीवन में दरिद्रता लाता है। अगर कोई पाप ग्रह बैठा हो तो व्यक्ति अनैतिक काम में लिप्त हो जाता है।

 

 

 

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