पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) की सोमवार 28 जून को 100वीं जयंती थी. इसके बावजूद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को श्रद्धांजलि नहीं दी.
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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) की सोमवार 28 जून को 100वीं जयंती थी. इसके बावजूद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को श्रद्धांजलि नहीं दी. जिस पर उनके पोते और बीजेपी नेता पीवी सुभाष ने दुख जताया है.
ज़ी न्यूज़ के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) के साथ डीएनए में एक्सक्लूसिव इंटरव्यू देते हुए एनवी सुभाष ने कहा कि राहुल गांधी रोजाना पीएम मोदी के खिलाफ ट्वीट करते रहते हैं. लेकिन वे अपनी ही पार्टी के नेता, अध्यक्ष और देश के प्रधानमंत्री रहे पीवी नरसिम्हा राव को श्रद्धांजलि देने का समय नहीं निकाल पाए. वे चाहते तो कांग्रेस के दिल्ली पार्टी कार्यालय पर जाकर पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दे सकते थे.
यहां देखें पूरा इंटरव्यू-
एनवी सुभाष ने कहा कि पीवी नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) की मौत को 16 साल हो चुके हैं. इतने साल बाद भी गुजर चुके पीवी नरसिम्हा राव से नफरत रखना ठीक नहीं है. आज पूर्व पीएम के राजनीतिक विरोधी रहे नेताओं और पार्टियों ने उनकी 100वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी है. लेकिन गांधी फैमिली ने उन्हें श्रद्धांजलि देना तो दूर उनके बारे में एक शब्द बोलना तक जरूरी नहीं समझा है.
एनवी सुभाष (NV Subhash) ने कहा कि सोनिया गांधी उनके दादा से इसलिए नफरत करती हैं क्योंकि वे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की तरह कठपुतली नहीं थे. सोनिया गांधी एक दिन नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) से मिलीं और कहा कि वे अपने दोनों बच्चों को राजनीति में लाना चाहती हैं. जिससे वे आगे चलकर कांग्रेस के अध्यक्ष और पीएम बन सकें. इस पर राव ने कहा कि वे दोनों बच्चों को कुछ दिन उनके पास भेजें. उसके बाद ही वे बता पाएंगे कि वे राजनीति के कितने काबिल हैं.
एनवी सुभाष (NV Subhash) ने कहा कि इसके बाद 3-4 दिन तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीएम आवास पहुंचे. उनके दादा ने उन्हें जिम्मेदारी दी कि वे अगले 3-4 दिन तक राहुल-प्रियंका के साथ रहें और उनकी सोच और लाइफस्टाइल की रिपोर्ट दें. पोते से यह रिपोर्ट मिलने के बाद पीवी नरसिम्हा राव ने एक दिन सोनिया गांधी से कहा कि दोनों बच्चे एवरेज स्टूडेंट्स की तरह हैं. वे राजनीति के काबिल नहीं है. उन्हें पढ़ाई और बिजनेस में आगे बढ़ाइये. उनकी इस खरी सलाह के बाद सोनिया गांधी अंदर ही अंदर चिढ़ गईं. उन्हें लगा कि नरसिम्हा राव (PV Narasimha Rao) ने गांधी फैमिली की राजनीति को खत्म करने का प्लान बना लिया है. इसके बाद उन्होंने नरसिम्हा राव से दूरी बनानी शुरू कर दी.
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एनवी सुभाष ने कहा कि वर्ष 2004 में उनकी मृत्यु के बाद दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया गया. पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर रहने वाले राव के पार्थिव शरीर को 24 अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय तक में नहीं रखने दिया गया. उनका अंतिम संस्कार हैदराबाद में किया गया. सोनिया गांधी ने वहां जाने की जरूरत नहीं समझी. पूरा परिवार आज भी गांधी फैमिली (Gandhi Family) से यह जानना चाहता है कि पूर्व पीएम को न्याय क्यों नहीं दिया गया.
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