गोलियों से भूनकर हुई थी इस पत्रकार की हत्या, CCTV फुटेज में हुआ नया खुलासा
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गोलियों से भूनकर हुई थी इस पत्रकार की हत्या, CCTV फुटेज में हुआ नया खुलासा

बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में पुलिस के सामने नया खुलासा हुआ है. गोली मारकर किए गए इस मर्डर केस में पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है, जिसने इस केस को लेकर पुरानी थ्योरी बदल दी है.

गौरी लंकेश हत्याकांड में नया मोड़ (फाइल फोटो- Zee)

नई दिल्ली: बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में पुलिस के सामने नया खुलासा हुआ है. गोली मारकर किए गए इस मर्डर केस में पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है, जिसने इस केस को लेकर पुरानी थ्योरी बदल दी है. पहले माना जा रहा था कि आरोपियों ने गौरी लंकेश का पहले पीछा किया फिर घर के बाहर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. लेकिन सीसीटीवी में दिख रहा है कि आरोपी पहले से ही पत्रकार के घर के पास मौजूद थे. वहीं ये भी माना जा रहा है कि किसी ने इन आरोपियों की मदद की थी.

  1. गौरी लंकेश हत्याकांड में नया मोड़
  2. सीसीटीवी फुटेज से नया खुलासा
  3. घर के बाहर पहले से मौजूद थे हत्यारे

मीडिया को सूत्रों से मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक, गौरी लंकेश के घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज में घटना वाले दिन संदिग्ध आदमी घर के बाहर नजर आ रहा है जो हेलमेट और जैकेट पहने हुए है. गौरी लंकेश के आने से करीब 45 मिनट पहले शाम करीब 7:45 बजे शूटर घर के आसपास नजर आया. इसमें संदिग्ध शर्ट और ट्राउजर पहने है. हालांकि, उसका मुंह छिपा हुआ था. 

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पुलिस का मानना है कि यदि शूटर 45 मिनट पहले तक गौरी के घर के बाहर ही था तो उसका उन्हें ऑफिस से घर तक फॉलो करना नामुमकिन है. सीसीटीवी फुटेज में आरोपी हत्या से पहले गौरी लंकेश की कार के पीछे अपनी बाइक पार्क करते भी नजर आए.

एसआईटी के सूत्रों की मानें तो पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि क्या किसी ने आरोपियों को गौरी के ऑफिस से निकलने की सूचना दी थी, ताकि वो घर के पास जाकर छिप सकें और फिर सही समय पर हमला कर सकें. पुलिस का ये भी मानना है कि जिस तरह से हत्या को अंजाम दिया गया और जो सीसीटीवी फुटेज सामने आए उससे ये लग रहा है कि आरोपियों को गौरी लंकेश के घर के बाहर लगे सीसीटीवी के बारे में भी जानकारी थी.

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मामले की जांच कर रहे जांचकर्ताओं का ये भी मानना है कि हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी पेशेवर हत्यारे नहीं थे. वहीं बंदूक की जांच करने पर भी एक बड़ा खुलासा हुआ है. जिस बंदूक से गौरी लंकेश को गोली मारी गई उसी तरह की बंदूक से 2015 में कन्नड़ शोधकर्ता और विद्वान एम एम कलबुर्गी और वामपंथी विचारक व बुद्धिवादी गोविंद पानसारे की भी हत्या की गई थी. पुलिस इसे देखते हुए इसकी भी जांच कर रही है कि कहीं ये मर्डर के मामले कहीं जुड़े तो नहीं हुए.

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