Bihar Child Marriage News: अपने दोस्त के ज़रिए दाखिल अर्जी में लड़की ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे और फौरन उसकी शादी रद्द करे, ताकि वो जोर जबर्दस्ती से बने संबंध से बाहर निकल सके और कोर्ट बिहार पुलिस को निर्देश दे कि उसके दोस्त के खिलाफ दर्ज अपहरण के मामले में गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई न करें.
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Supreme Court: 16 साल की उम्र में बालविवाह को मजबूर हुई एक नाबालिग लडकी ने घर से भागने के बाद अपनी सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के डीजीपी (DGP) और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से कहा है कि वो लडकी और उसकी मदद करने वाले दोस्त की सुरक्षा सुनिश्चित करें. कोर्ट ने बिहार और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी कर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. 15 जुलाई को आगे सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा.
ससुराल में प्रताड़ना झेलनी पड़ी
बिहार के पटना के पिपलवा थाना क्षेत्र की रहने रहने वाली लड़की का आरोप है कि वो पढ़ना चाहती थी लेकिन मैट्रिक की परीक्षा देने से पहले घरवालों ने जोर जबर्दस्ती से 2024 उसकी शादी करवा दी. शादी के तुरंत बाद वो ससुराल चली आई. उसकी परीक्षा नज़दीक थी लेकिन ससुराल वालों ने उसे वापस मायके भेजने से इंकार कर दिया. ससुराल वाले कहते थे कि उन्होंने शादी के लिए बहुत पैसा दिया है और उन्हें लड़की से बच्चा चाहिए.
लड़की ने अपने दोस्त के जरिए कोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा है कि उसका पति 33 साल का है. वो जब उसके साथ शारीरिक सम्बंध बनाने से इंकार करती है तो वो उससे मारपीट करते हुए कहता है कि तुम्हारे घरवालों ने मुझसे कर्ज लिया है. इसलिए उसे उसके साथ ही रहना ही पड़ेगा. यही नहीं, ससुराल वाले उसकी पढ़ाई के पक्ष में भी नहीं है. ससुराल में शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का यह सिलसिला जनवरी 2025 के दूसरे हफ्ते तक जारी रहा जब उसके मामा के समझाने पर उसके सुसराल वाले किसी तरह उसे मैट्रिक की परीक्षा देने लिए मायके भेजने को राजी हो गए.
आखिरकार घर से भाग गई
लड़की का कहना है कि इतनी मुश्किल हालात में भी उसने मैट्रिक की परीक्षा पास की. उसका सपना आगे पढ़ाई पूरी कर वकील या शिक्षक बनने का है. बोर्ड की परीक्षा होने के बाद ससुराल वाले फिर से उस पर वापस आने के लिए दबाव बनाने लगें. उसने अपनी मां को समझाया कि ससुराल में उसे प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है. वो अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती है लेकिन घरवाले नहीं माने. आखिरकार 31 मार्च को वो घर से भाग गई और उसने अपने दोस्त सौरभ से मदद मांगी. सौरभ उसके समझाने के बाद बनारस लेकर आया और वो तब से सुरक्षा की वजह से जगह बदल रहे है.
लड़की के दोस्त के खिलाफ FIR
लडकी का कहना है कि उसके पति के कहने पर उसकी मां ने पिपलवा थाने में उसके दोस्त और उसके घरवालों के खिलाफ अपहरण के मामले में एफआईआर दर्ज करवा दी, जबकि हकीकत है कि वो दो साल से अपने इस दोस्त को जानती है और उसके साथ सुरक्षित महसूस करती है. उसकी मां ने एफआईआर में इस बात को छुपाया है कि लड़की की शादी हो चुकी है. लड़की का कहना है कि पुलिस उसके दोस्त के घरवालों को परेशान कर रही है. इस झूठी एफआईआर के आधार पर दोस्त के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल ऐसा करने का मकसद ये था कि परिजनों की प्रताड़ना की वजह से उसका दोस्त उसे छोड़ दे और वो फिर से ससुराल जाने को मजबूर हो जाए.
कोर्ट से लड़की की मांग
अपने दोस्त के ज़रिए दाखिल अर्जी में लड़की ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे और फौरन उसकी शादी को रद्द करे, ताकि वो जोर जबर्दस्ती के दम पर बने संबंध से बाहर निकल सके. इसके साथ ही कोर्ट बिहार पुलिस को निर्देश दे कि उसके दोस्त के खिलाफ दर्ज अपहरण के मामले में वो कोई गिरफ्तारी जैसी कार्रवाई न करें.