Village of Bachelors: केरल में एक गांव हैं जिसे लोग 'कुंवारों का गांव' भी कहते हैं. कहा जाता है कि यहां कोई लड़की जल्दी से शादी करने के लिए तैयार ही नहीं होती. भले ही कुंडलियां मिल जाएं लेकिन लड़का-लड़की का शादी वाला मिलन नहीं हो पाता.
Trending Photos
Village of Bachelors: किसी लड़के या लड़की से शादी ना करने की कई वजहें हो सकती हैं लेकिन क्या कोई गांव हीं शादी ना करने का कारण हो सकता है? शायद आपने ऐसा पहले कभी नहीं सुना होगा, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि एक ऐसा गांव है जहां के लड़कों से कोई ही नहीं करना चाहता. इसीलिए इस गांव का नाम 'कुंवारों का गांव' पड़ गया है. यह हावेरी जिले का जोंदालगट्टी गांव है.
केरल के जोंदालगट्टी गांव के लड़कों के लिए शादी करना किसी बहुत बड़े टास्क से कम नहीं है. क्योंकि लड़कियां और उनके परिवार इस गांव से रिश्ता जोड़ने से साफ इनकार कर देते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर गांव में ऐसा क्या है कि वहां के लड़कों से लड़कियां शादी करने से इनकार कर देती हैं? तो इसके पीछे की वजह सिर्फ गांव की बदहाली है और कुछ नहीं.
इस गांव में स्वास्थ्य सेवाएं, सड़कें, संचार सुविधाएं और अन्य जरूरी व्यवस्थाएं न के बराबर हैं. जिसकी वजह से यहां के शादी योग्य युवकों को कोई भी लड़की अपनाने के लिए तैयार नहीं होती. करीब 200 लोगों की आबादी वाले इस गांव में 20 से ज्यादा नौजवान वर्षों से शादी के की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोई अपने कोई लड़की हीं मिल पा रही है.
किसी एक खास जगह पर लंबे समय तक नौजवानों की शादी ना होना उस जगह के भविष्य पर कई तरह के सवाल भी खड़ी करता है. जैसा कि नतीजे सामने आना भी शुरू हो चुके हैं. इस घटना का असर स्कूलों पर भी देखने को मिला है. क्योंकि गांव में नए बच्चे पैदा होना बंद हो गए हैं तो, इसलिए स्कूल में इस साल कोई नया दाखिला नहीं हुआ. स्कूल में सिर्फ पांच बच्चे हैं और आंगनवाड़ी पूरी तरह खाली पड़ी है.
एक जानकारी के मुताबिक जोंदालगट्टी गांव में ज्यादातर मराठा समुदाय के लोग रहते हैं. यहां की 41 में से 34 परिवार इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जबकि बाकी परिवार ओबीसी समुदाय के हैं. शादी की समस्या को लेकर गांव के कुछ नौजवानों ने हाल ही में विधायक यासिर अहमद खान पठान से जन-संवाद बैठक में अपनी चिंता जताई.
एक रिपोर्ट के मुताबिक विधायक के साथ मीटिंग के दौरान गांव के लोगों ने बताया कि गांव से मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए जंगल के रास्ते से गुजरना पड़ता है. हालांकि कुछ दिन पहले ही वहां बस सुविधा शुरू हो चुकी है लेकिन यह सिर्फ सुबह के समय मिलती है और फिर शाम को वापस आती है. उन्होंने बताया कि कुंडली वगैरह सब कुछ मिल जाता है लेकिन बस लड़कियां गांव की बदहाली देकखर शादी करने से इनकार कर देती हैं.