UP Police: उत्तर प्रदेश पुलिस ने आम लोगों को FIR दर्ज कराने में आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. अब किसी प्रकार की घटना को लेकर FIR दर्ज करवाने के लिए पुलिस चौकी या थाने जाने की जरूरत नहीं है. बल्कि यूपी पुलिस ही घर आकर एफआईआर दर्ज करेगी. उत्तर प्रदेश पुलिस फिलहाल कानपुर में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस नई व्यवस्था को दिव्यांगों और सीनियर सिटीजन के लिए शुरू करने जा रही है. 


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इस नई व्यवस्था में डायल 112 के पुलिसकर्मी पहले की तरह ही घटना स्थाल पर पहुंचेंगे. इसके बाद वहां मौजूद दोनों पक्षों से बात कर लिखित बयान लिए जाएंगे. इसके बाद पुलिसकर्मी दोनों पक्षों या एक पक्ष से शिकायत पत्र लेकर उसे घटना स्थल से ही मोबाइल से फोटो लेकर थाना प्रभारी को भेजेंगे. थाने में मौजूद पुलिसकर्मी कुछ ही देर में डायल 112 के पुलिसकर्मी को एक FIR की कॉपी का फॉर्मेट भेजेंगे. इस कॉपी में धाराएं भी लिखी होंगी. इस तरह किसी भी प्रकार की घटना को लेकर FIR दर्ज करवाने के लिए अब आम लोगों को चौकी, थाने या फिर किसी अन्य अफसर के दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. 


कानपुर में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत शुरुआत


कानपुर के डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, "जल्द ही कानपुर में यह सेवा पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की जाएगी. इससे आम लोगों को थानों के चक्कर लगाने से निजात तो मिलेगी ही साथ ही लोगों का पुलिस के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा. हालांकि, पुलिस की यह नई योजना सिर्फ लड़ाई, चोरी, झगड़ों, सड़क दुर्घटना से संबंधित केस के लिए ही लागू होगी. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, यदि कानपुर में यह सफल रहता है तो उसे अगस्त माह तक पूरे राज्य में लागू किया जाएगा.