सुरेंद्रनगर (गुजरात): चक्रवाती तूफान ताउ-ते (Cyclone Tauktae) के बाद आई बाढ़ ने गुजरात (Gujarat) को बड़ा नुकसान पहुंचाया है. इस बाढ़ से कच्छ के छोटे रण में जमा करीब 10 करोड़ रुपये का नमक (Salt) पानी में बह गया. यह जानकारी नमक उत्पादन से जुड़े लोगों ने गुरुवार को दी. 


करीब 3 लाख टन नमक बर्बाद


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गैर सरकारी संगठन अगरिया हितरक्षक समिति के जिला संयोजक भारत सुमेरा ने बताया कि करीब तीन लाख टन नमक (Salt) परिवहन के लिए खुले में रखा गया था. ताउ-ते तूफान (Cyclone Tauktae) की वजह से तेज हवा, बरिश और बाढ़ की वजह से सारा नमक बर्बाद हो गया. कच्छ का छोटा रण गुजरात के सुरेंद्रनगर (Surendra Nagar) जिले में आता है.


करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान


 भारत सुमेरा ने बताया कि बाजार मूल्य के हिसाब से एक टन नमक की कीमत 300 से 350 रुपये है. इस प्रकार अनुमान है कि 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि अप्रैल से जून का महीना नमक उत्पादन के लिए अहम होता है. इस दौरान किसान नमक (Salt) की खेती करते हैं. उसे गोदाम तक पहुंचाने से पहले वे उसे सुखाने के लिए खेत में ही जमा रखते हैं.


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सुमेरा ने बताया, ‘करीब 12 लाख टन नमक पहले ही खारघोडा और जीनजुवाडा के गोदामों तक पहुंचा दिया गया था. फिर भी तीन लाख टन नमक (Salt) अब भी खेतों में था. जो तूफान के बाद आई बाढ़ में बह गया.’


सुरेंद्र नगर जिले में नमक का उत्पादन


बताते चलें कि कच्छ का छोटा रण का इलाका पांच हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है.  पटडी व धरांगधरा तालुका के करीब 10 हजार लोग आठ महीने तक रहकर यहां नमक का उत्पादन करते हैं. मई महीने में नमक उत्पादन का काम चरम पर होता है. जब मॉनसून से पहले नमक (Salt) को गोदामों में पहुंचाया जाता है.


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