गुजरात चुनाव: EVM से परेशान मुस्लिम मतदाता; किसी ने बताया 'दानव' तो किसी ने कहा 'भरोसा' नहीं
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गुजरात चुनाव: EVM से परेशान मुस्लिम मतदाता; किसी ने बताया 'दानव' तो किसी ने कहा 'भरोसा' नहीं

एक मतदाता ने तो ईवीएम को ‘दानव’ तक कह दिया. हालांकि उन्होंने कहा कि चिंताओं के बावजूद वह 14 दिसंबर को मतदान करेंगे.

गुजरात में पहले चरण के चुनाव के दौरान सूरत में वोट डालने के बाद स्याही लगी अंगुली दिखातींं मुस्लिम महिलाएं. (PTI/9 Dec, 2017)

छोटा उदयपुर: गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण में अधिकतर मुस्लिम मतदाताओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) चिंता की एक बड़ी वजह है. ईवीएम को लेकर यहां लोगों में जमकर बहस चल रही है. एक मतदाता ने तो ईवीएम को ‘दानव’ तक कह दिया. हालांकि उन्होंने कहा कि चिंताओं के बावजूद वह 14 दिसंबर को मतदान करेंगे. ईवीएम में छेड़छाड़ को लेकर सोशल मीडिया पर चल रहे संदेशों के बीच सीमावर्ती छोटा उदयपुर जिले में अधिकतर लोग आशंका जता रहे हैं कि उनका वोट दूसरे उम्मीदवार को जा सकता है. 57 साल के सैयद माला ने कहा कि हमारे पास केवल वोट का अधिकार है और अगर कोई इसे बदल लेता है तो लोकतंत्र में हमारे पास क्या बचेगा.

  1. गुजरात में 9 दिसंबर को हुए पहले चरण के चुनाव में करीब 68% वोटिंग हुई.
  2. गुजरात में 14 दिसंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है.
  3. हिमाचल के साथ गुजरात के वोटों की मतगणना 18 दिसंबर को होगी.

उन्होंने कहा कि ईवीएम पर उन्हें भरोसा नहीं है और मतपत्र ही सबसे भरोसेमंद विकल्प है. जिले की तीन विधानसभाओं के अधिकतर मतदाताओं ने इस तरह की चिंता साझा की. गौर करने वाली बात है कि ईवीएम को लेकर पढ़े-लिखे लोग ज्यादा फिक्रमंद नजर आए जो व्हाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहते हैं. कॉलेज में पढ़ने वाले सुल्तान हुसैन ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि मैं किसे वोट डालूंगा. लेकिन मुझे भरोसा नहीं है कि वोट सही जगह जाएगा. लेकिन अगर बैलट पेपर का इस्तेमाल होता तो मेरा वोट बदल नहीं पाता.’’ 

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वहीं दूसरी ओर गुजरात विधानसभा के दूसरे एवं अंतिम चरण के चुनाव के लिए मंगलवार (12 दिसंबर) को प्रचार का अंत हो गया. प्रचार के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर शब्दों के बाण चलाए. दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने उन चुनाव क्षेत्रों का दौरा किया जहां 14 दिसंबर को चुनाव होने वाले हैं और कई रैलियों को संबोधित किया जहां उन्होंने मतदाताओं को लुभाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्तारूढ़ दल के प्रचार का नेतृत्व संभाला है, जबकि कांग्रेस की ओर से उसके निर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रचार अभियान की कमान संभाली.

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दूसरे चरण के चुनाव के लिए मंगलवार शाम पांच बजे प्रचार खत्म हो गया. 14 दिसंबर को उत्तरी एवं मध्य गुजरात के 14 जिलों के 93 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होगा. गत नौ दिसंबर को पहले चरण का चुनाव हुआ था जिसमें 182 सदस्यीय प्रदेश विधानसभा की 89 सीटें दांव पर थीं. दूसरे चरण में कुल 851 उम्मीदवार दौड़ में हैं जहां 2.22 करोड़ लोगों के पास मताधिकार है.

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